भोपाल : नई मैडम मेयर के लिए सबसे बड़ी चुनौती …? स्मार्ट सिटी का पैसा भी खत्म….

  • पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता की एक घोषणा को पूरा करने का वादा मालती राय ने किया
  • मालती राय ने पानी के बल्क कनेक्शन को इंडिविजुअल में बदलने का वादा किया है, लेकिन इसके लिए 1000 करोड़ चाहिए
2200 करोड़ में से विकास के लिए 500 करोड़ भी नहीं, स्मार्ट सिटी का पैसा भी खत्म….

लगभग ढाई साल बाद नगर निगम में अफसरों की बजाय नेताओं की सत्ता आने वाली है। नई महापौर मालती राय दो सप्ताह के भीतर पदभार ग्रहण कर लेंगी, लेकिन नई महापौर के लिए चुनौतियां कम नहीं हैं। नगर निगम का बजट लगभग 2200 करोड़ रुपए है, लेकिन विकास कार्यों के लिए 500 करोड़ रुपए भी नहीं मिलते। स्मार्ट सिटी का बजट भी खत्म हो गया है। स्मार्ट सिटी अब नई योजनाओं पर काम करने की स्थिति में नहीं है। पूर्व महापौरों की ही कई घोषणाएं आज तक अधूरी हैं। ऐसे में नई महापौर की घोषणाएं कैसे पूरी होंगी? यह एक बड़ा सवाल है।

मालती राय ने पानी के बल्क कनेक्शन को इंडिविजुअल में बदलने का वादा किया है, लेकिन इसके लिए 1000 करोड़ चाहिए। इतनी बड़ी रकम ना तो निगम अपने सोर्स से जुटा पाएगा और न राज्य सरकार दे सकेगी। पानी की बर्बादी रोकने के लिए स्काडा सिस्टम लगाने की बात कही गई है। सच्चाई यह है कि स्मार्ट सिटी कंपनी ने बजट की कमी से पूरे शहर के बजाय सिर्फ बड़े तालाब के नेटवर्क पर स्काडा लगाने का निर्णय लिया है। नई महापौर ने छोटे तालाब पर एक और आर्च ब्रिज की बात कही है, लेकिन इसके लिए राशि कहां से आएगी? यह सवाल इसलिए, क्योंकि छोटे तालाब पर बने आर्च ब्रिज के लिए बजट खत्म होने पर स्मार्ट सिटी से राशि ली गई थी।

उमाशंकर गुप्ता की घोषणा पूरी करने का वादा किया है मालती ने

पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता की एक घोषणा को पूरा करने का वादा मालती राय ने किया है। 1994 में महापौर बने गुप्ता ने टेकरी पर भारत माता मंदिर निर्माण की घोषणा की। पूर्व महापौर आलोक शर्मा ने इसे अपने कार्यकाल में आगे बढ़ाया, मनुआभान की टेकरी पर जमीन आवंटन हुआ। वर्क ऑर्डर भी जारी हुआ। भूमिपूजन भी हो गया, लेकिन अब तक निर्माण अधर में है।

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