नितिन गडकरी के वायरल ‘लेटर’ से बवाल …? चेक पोस्ट एंट्री के लिए ट्रक ड्राइवर व मालिकों को परेशान कर रहे,

MP के CS को लिखा- चेक पोस्ट एंट्री के लिए ट्रक ड्राइवर व मालिकों को परेशान कर रहे, इससे मप्र का नाम खराब हो रहा

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का मध्यप्रदेश के चीफ सेक्रेटरी इकबाल सिंह बैस को लिखा गया पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के समन्वय नरेंद्र सलूजा ने भी इस पत्र को ट्वीट किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर इस पत्र के वायरल होने की बात कही है। साथ ही, गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। केंद्रीय मंत्री गडकरी के वायरल पत्र में लिखा चेक पोस्ट एंट्री के लिए बड़े पैमाने पर रिश्वतखोरी होने की बात कही गई है। ट्रक ड्राइवर और मालिकों को परेशान की बात कही है।

साथ ही, लिखा है कि पूर्व में चीफ सेक्रेटरी को इस समस्या की जानकारी दी थी, लेकिन समस्या हल नहीं होने से मध्यप्रदेश का नाम खराब हो रहा है। इसकी कॉपी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को भी भेजी है। उधर, परिवहन मंत्री राजपूत ने  ….com को वायरल लेटर को फर्जी बताया है। उनके पत्र की काॅपी मुझे नहीं मिली है।

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर तंज सका और मप्र परिवहन मंत्री राजपूत को घेरने की कोशिश की। उन्होंने लिखा- गडकरीजी आपने शिवराज सिंह जी चौहान को पत्र बेकार लिखा। यह विभाग तो पूरे तरीक़े से परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत देख रहे हैं और सारी वसूली अभी तक परिवहन आयुक्त करते थे अब उनका स्थानांतरण हो गया है। अभी तक प्रति माह करोड़ों की वसूली कहॉं जमा हो रही थी आप कृपया भाजपा के प्रांतीय अध्यक्ष बीडी शर्मा से पूछें। क्या कारण है कि गोविंद सिंह राजपूत को परिवहन विभाग से इतना लगाव क्यों है?

चीफ सेक्रेटरी के नाम लिखा वायरल पत्र में सबकुछ

मध्यप्रदेश के आरटीओ अधिकारी व कर्मियों द्वारा चेक पोस्ट एंट्री के लिए बड़े पैमाने पर हो रिश्वतखोरी के बारे में इस निवेदन द्वारा किया गया है। एंट्री चेक पोस्ट पर गाड़ी के सारे कागजात ठीक पाए जाने पर और गाड़ी अंडरलोड पाई जाने पर एंट्री भरने का प्रावधान नहीं है। फिर भी ट्रक ड्राइवर्स व मालिकों को परेशान किया जाता है।

गडकरी ने लिखा है कि इससे पहले भी आपको इस विषय में ध्यान देने की थी लेकिन इस समस्या का कोई भी हल नहीं निकला है, जिसकी से मध्यप्रदेश का नाम खराब हो रहा है। इसके द्वारा निर्देश किए गए मुद्दों के बारे में संज्ञान लेकर संबंधित अधिकारियों द्वारा निर्देश दिए जाने की जरूरत है। आपसे गुजारिश है कि आप स्वयं इस मामले में सख्त और उचित कार्रवाई करें। दरअसल, केंद्रीय मंत्री गडकरी के पास पूर्व नागपुर के भाजपा महामंत्री जेपी शर्मा ने पत्र लिखकर शिकायत की थी। इस पत्र को भी गडकरी ने मप्र के चीफ सेक्रेटरी को भेजा है। इसका जिक्र उन्होंने अपने पत्र में भी किया है।

16 जुलाई की तारीख में केंद्रीय मंत्री का मप्र के चीफ सेक्रेटरी को लिखा वायरल लेटर।
16 जुलाई की तारीख में केंद्रीय मंत्री का मप्र के चीफ सेक्रेटरी को लिखा वायरल लेटर।

कांग्रेस ने उठाए सवाल

पीसीसी चीफ के समन्वय नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट किया। लिखा- शल मीडिया पर केंद्रीय मंत्री का यह पत्र वायरल हो रहा है। यदि यह सच है, तो यह आपत्तिजनक है..। इसमें मध्यप्रदेश के चेक पोस्टों पर अवैध वसूली का ज़िक्र है। इससे प्रदेश का नाम ख़राब होने की बात कही गई है..। प्रदेश के मुख्य सचिव को यह पत्र लिखने की बात सामने आई है। प्रदेश के परिवहन आयुक्त को हटाने का कारण भी यह पत्र बताया जा रहा है..लेकिन इस भ्रष्टाचार का हिस्सा तो ऊपर तक जाता है.. फिर बाकियों को क्यों बख्शा गया…परिवहन मंत्री को भी हटाया जावे… इस पत्र की सच्चाई भी सामने आना चाहिए…।

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