कैपिटल हिंसा में ट्रम्प ने एक्शन नहीं लिया …? सब टीवी पर देख रहे थे
जांच कमेटी बोली- ट्रम्प 187 मिनट तक डायनिंग रूम में बैठे रहे, सब टीवी पर देख रहे थे….
अमेरिका में 6 जनवरी 2021 को कैपिटल हिल (अमेरिकी संसद) पर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थकों के हमले को लेकर आज 8वीं सुनवाई हुई। मामले की सुनवाई कर रही अमेरिकी कांग्रेस कमेटी ने हिंसा के लिए पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को जिम्मेदार माना है।
समिति के चेयरमैन बेनी थॉम्पसन ने कहा- ट्रम्प एक्शन लेने में विफल नहीं रहे, बल्कि उन्होंने ने हिंसा के दौरान कार्रवाई नहीं करने का फैसला किया। उन्होंने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को पलटने के लिए अराजकता और भ्रष्टाचार का रास्ता चुना। उन्होंने झूठ बोला और अपने पद का गलत इस्तेमाल किया। उन्होंने हमारे लोकतांत्रिक संस्थानों को तबाह करने की कोशिश की।
8वीं सुनवाई में किसने गवाही दी
ट्रंप के सहयोगी तत्कालीन डेप्युटी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर मैथ्यू पोटिंगर और डेप्युटी प्रेस सेक्रेटरी सारा मैथ्यूज ने उनके खिलाफ गवाही दी। दोनों ने हिंसा के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। पोटिंगर और मैथ्यूज के अलावा कई और लोगों की गवाही हुई। तत्कालीन ट्रम्प सरकार के प्रमुख अफसरों की गवाही के वीडियो भी पेश किए गए।
जांच समिति की प्रमुख बातें
- हिंसा शुरू होने के 187 मिनट बाद तक ट्रम्प डायनिंग रूम में बैठकर टीवी पर हिंसा देख रहे थे।
- ट्रम्प किसी की बात सुनने तैयार नहीं थे। उन्हें कई बार हिंसा रोकने और लोगों को वापस भेजने के लिए कदम उठाने कहा गया था।
- ट्रम्प ने कानून प्रवर्तन या राष्ट्रीय सुरक्षा विभाग के प्रमुखों से हिंसा को रोकने के लिए मदद नहीं मांगी।
- ट्रम्प ये मानने तैयार नहीं थे कि चुनाव खत्म हो गया है और वे हार गए हैं। हिंसा के एक दिन बाद सामने आए वीडियो में उन्होंने इस बात का जिक्र किया था।
- ट्रम्प ने यह कहने से भी इंकार कर दिया कि भीड़ ने कानून तोड़ा है। उन्होंने भीड़ को देशभक्त बताया। उन्होंने लोगों से कहा कि वे इस दिन को हमेशा याद रखें। ट्रम्प को इस बात का कोई पछतावा नहीं है।
- 6 जनवरी 2021 को कैपिटल हिल में हिंसा कोई दुर्घटना नहीं थी। यह ट्रम्प का अंतिम स्टैंड था। ट्रम्प ने दंगों को अंजाम दिया और तख्तापलट की कोशिश की।
- व्हाइट हाउस के पूर्व वकील पैट सिपोलोन की गवाही के आधार पर समिति ने माना कि व्हाइट हाउस में किसी ने भी हिंसा की निंदा नहीं की।
व्हाइट हाउस 3 धड़ों में बट गया था
पिछली सुनवाई में बताया गया था कि एक ग्रुप ट्रम्प से हिंसा रोकने के लिए कह रहा था। इस ग्रुप में उनकी बेटी इवांका ट्रम्प शामिल थीं। दूसरे ग्रुप में ट्रम्प के कुछ एडवाइजर थे। वो मामले को लेकर न्यूट्रल थे। वो जानते थे कि एक्शन लिया जाना चाहिए, लेकिन ट्रम्प तुरंत कार्रवाई नहीं करेंगे। तीसरा ग्रुप डिफ्लेक्टिंग-ब्लेम कैटेगरी का था। इसमें वाइट हाउस के पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज शामिल थे। इस ग्रुप का कहना था कि जो हिंसा कर रहे थे वो ट्रम्प समर्थक नहीं थे।