आसानी से मिल जाए LOAN नहीं, धोखा है …?

लोन ऐप पर क्लिक करते ही मोबाइल का डेटा पहुंच जाता है ठगों के पास….

पूरे देश सहित मध्य प्रदेश व ग्वालियर में फर्जी लोन एप की जालसाजी का खेल तेजी से बढ़ रहा है। यदि कोई आपको बिना दस्तावेज और आसानी से एप डाउनलोड करने पर लोन दे रहा है तो यह लोन नहीं धोखा है। लोन फर्जीवाड़ा करने वाले लोन देते नहीं, उलटा ब्लैकमेल कर आपसे रुपए ऐंठ लेते हैं। ये सब इसलिए हो रहा क्योंकि जालसाजों के चंगुल में लोग आसानी से फंस रहे हैं।

आजकल मोबाइल सभी के पास है, इसलिए फ्रॉड का जंजाल और भी बढ़ गया है। मोबाइल के प्लेस्टोर में अनगिनत ऐप भरे पड़े हैं जो आपको सस्ते में लोन (Personal Loan) देने का दावा करते हैं। यहीं से आपके लालच से जाल में फंसने का खेल शुरू होता है। यह लोन के नाम पर मोबाइल एप के साथ कई तरह के एक्सेस आपसे लेकर आपकी गोपीनय जानकारी लेते हैं। फिर अश्लील वीडियो, फोटो या अन्य तरीकों से ब्लैकमेल कर आपसे पैसे ऐंठते हैं।

कैसे होता है फ्रॉड?
फर्जीवाड़ा करने वाले आपको मैसेज भेजकर लिंक पर क्लिक करने के लिए कह सकते हैं। उस लिंक के सहारे प्लेस्टोर से कोई मोबाइल लोन एप डाउनलोड करने के लिए कह सकते हैं। इसके बाद आपसे मोबाइल कैमरा, मीडिया फाइल्स, डेटा और कई तरह के एक्सेस ले लेता है। उसके बाद आपके डेटा का उपयोग कर आपको जाल में फंसाकर ब्लैकमेल करते हैं। इसलिए इस तरह का एप डाउनलोड के लिए लिंक आए तो आप तो सावधान हो जाएं क्योंकि बैंक इस तरह का कोई आदेश जारी नहीं करता है न ही वह ग्राहकों से मैसेज भेजकर एप डाउनलोड करने के लिए कहता है। किसी भी लिंक पर फट से क्लिक न करें और कोई भी ऐप डाउनलोड न करें। एप डाउनलोड करने से कई तरह की जानकार का एक्सेस सामने वाले के पास जा सकता है। इसी आधार पर आपके साथ फर्जीवाड़ा हो सकता है।

लालच में पढ़े लिखे लोग बन रहे शिकार
सबसे पहले ये जानना जरूरी है कि पढ़े-लिखे लोग भी लोन के नाम पर ठगी के जाल में कैसे फंस जाते हैं। जानकार बताते हैं कि ये पूरी जालजासी मोबाइल एप के सहारे चल रही है। मोबाइल एप से पर्सनल लोन देने का झांसा दिया जाता है। ग्वालियर के साइबर एक्सपर्ट व क्राइम एएसपी राजेश दंडौतिया की माने तो इस तरह के दो सैकड़ा से ज्यादा फर्जी मोबाइल लोन एप चल रहे हैं। जो लोन के नाम पर ठगी में शामिल हैं। इसमें मोबाइल पर मैसेज आता है जिसमें एक लिंक होती है. लिंक पर क्लिक करते ही खतरे की घंटी बज जाती है। इस लिंक का मैसेज आपको फोन पर, व्हाट्सऐप पर या सोशल मीडिया पर आ सकता है। मैसेज में लिखा होता है कि नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें और सेकंड में पर्सनल लोन पाएं, बस यहीं से सारी गड़बड़ शुरू होती है।

कैसे करते हैं आपका डेटा चोरी
फ्रॉड करने वाले आपकी जानकारी आपके फोन से चुराते हैं। जब कोई बिना काम के या बिना सोचे-समझें कोई एप डाउनलोड करते हैं और उस एप को अपने फोन के मैसेज पढ़ने की इजाजत देते हैं तो आपके साथ धोखा हो सकता है। फ्रॉड करने वाले आपका मैसेज पढ़ लेते हैं और बैंक के लोन और उसकी EMI की जानकारी चुरा लेते हैं। इसके बाद वे फोन करते हैं कि इस तारीख को आपकी EMI ड्यू है। इसके बाद आपको अभी तत्काल जमा करने के लिए लिंक देते हैं और अकाउंट खाली कर देते हैं। मोबाइल गैलरी से कोई गोपनीय या प्राइवेट लाइफ का फोटो लेकर उसे एडिट कर ब्लैकमेल करते हैं। आपके वॉटसएप का फेक प्रोफाइल बनाकर आपको रिश्तेदारों व दोस्तों से बीमारी या परेशानी में होने की बात कहकर रुपए ऐंठ लेते हैं।

ऐसे रहें सावधान
– कोई भी एप्लिकेशन इंटरनेट से डाउनलोड करने से पूर्ण एप्लिकेशन की विश्वसनीयता की जांच कर लें एवं तुरंत लोन देने वाले एप्लिकेशन का इस्तेमाल करने से बचें।
-ऐसे लोन एप्लिकेशन पर अपने किसी भी डॉक्यूमेंट को अपलोड न करें अन्यथा अपराधी आपके दस्तावेजों का उपयोग अन्य अवैध गतिविधि में कर सकता है।
– फोन पर बताये गये किसी खाते, मोबाइल नंबर या एप पर भुगतान न करें।
– फोन पर किसी के साथ अपनी व्यक्तिगत या गोपनीय जानकारी साझा न करें।
– यदि आपके साथ कोई सायबर फ्रॉड होता है तो उसकी शिकायत अपने नजदीकी पुलिस थाने या www.cybercrime.gov.in अथवा टोल फ्री नंबर 1930 पर कॉल करें

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