खेलो भोपाल …? भाेपाल स्पाेर्ट्स हब, 250 एकड़ में 4 बड़े स्पाेर्ट्स सेंटर, इसी साल शुरू होगा क्रिकेट स्टेडियम का काम

राजधानी काे अब स्पाेर्ट्स हब भी कह सकते हैं। यहां वाॅटर स्पाेर्ट्स के लिए देश की सबसे बड़ी वाॅटर बाॅडी बड़ी और छाेटी झील ताे पहले से है ही, इसके अलावा एक ही जगह करीब 250 एकड़ में चार बड़े स्पाेर्ट्स सेंटर भी बन चुके हैं जाे नेशनल गेम्स, एशियन गेम्स, काॅमनवेल्थ और वर्ल्ड कप जैसे बड़े आयाेजन करने की क्षमता रखते हैं। यह क्षेत्र है बड़ी झील से सटे गोरागांव-बिशन खेड़ी में। यहां 100 एकड़ में साईं सेंटर है तो उससे सटी हुई 37 एकड़ जमीन पर वर्ल्ड क्लॉस शूटिंग एकेडमी है।

यहीं पर रोड के दूसरे किनारे 50 एकड़ में घुड़सवारी अकादमी है। इन तीनाें स्पाेर्ट्स सेंटर के पास ही में खेल एवं युवा कल्याण मप्र का एक कंपलीट मल्टी स्पाेर्ट्स काॅम्पलेक्स बन रहा है। यह करीब 60 एकड़ में है। जिस दिन यह काॅम्पलेक्स बनकर तैयार हाे जाएगा उस दिन वाकई यह एरिया भाेपाल का स्पाेर्ट्स हब हाेगा। तब भाेपाल 10 हजार खिलाड़ियाें की एक साथ मेजबानी कर पाएगा। वैसे अगले वर्ष भाेपाल खेल इंडिया यूथ गेम्स आयाेजित कर रहा है। इसके अधिकतर इवेंट इसी क्षेत्र में हाेंगे।

साई सेंटर- 600 खिलाड़ी ठहर सकते हैं

गाेरागांव में 100 एकड़ में बना है। निर्माण 1999 में हुआ। यहां 4 बड़े हाॅस्टल हैं, जहां एक साथ 600 खिलाड़ी ठहर सकते हैं। यहां वैसे छह खेलाें की सुविधा है, जिसमें हाॅकी, एथलेटिक्स जूडाे, बाॅक्सिंग, कयाकिंग-केनाेइंग और वूशु। दाे हाॅकी टर्फ बने हैं। एक स्विमिंग पूल है। दाे मल्टीपरपज हाॅल हैं जिसमें बाॅस्केटबाॅल, जूडाे, वूशु बैडमिंटन, कबड्डी कुश्ती, बाॅक्सिंग, जाे भी जरूरत है, आयाेजित की जा सकती है। एक सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक है। एक क्रिकेट ग्राउंड है।

घुड़सवारी अकादमी- 35 घोड़े पदकवीर

बिशनखेड़ी में करीब 30 एकड़ क्षेत्र में है। इसका निर्माण 2008 में हुआ है। यहां पर दाे घुड़साल है, जिसमें पूरे समय करीब 35 घाेड़े रहते हैं। यह सभी घाेड़े काफी महंगे हैं और 50 से ज्यादा पदक एक-एक घाेड़े के नाम हैं। यहां पाेलाे ग्राउंड, एक दाे शाे जंपिंग एरिना, एक ड्रेसाज एरिना एक बड़ा एरिया घुड़दाैड़ के लिए भी है, जिसमें टेंट पेगिंग जैसे इवेंट हाेते हैं। यहां अभी तीन बार नेशनल टूर्नामेंट हाे चुके हैं।

शूटिंग अकादमी- देश में इसके जैसी दूसरी नहीं

यह अकादमी बिशनखेड़ी में 37 एकड़ में बनी है। निर्माण 2008 से चल रहा है। यह मप्र ही नहीं, देश की सबसे अत्याधुनिक शूटिंग अकादमी है। इसलिए शूटिंग के अधिकतर नेशनल कैंप भाेपाल में हो रहे हैं। यहां 10 मीटर और 25 मीटर पिस्टल की दाे रेंज बनी है जाे वर्ल्ड क्लास लेवल की है। एक 50 मीटर राइफल रेंज है। पहले यहां तीन शाॅटगन रेंज थी, जिसे ताेड़कर अब पांच रेंज बनाई जा रही हैं, जाे दिसंबर तक तैयार हाे जाएंगी।

60 एकड़ में बन रहा, यहां क्रिकेट स्टेडियम भी होगा

शूटिंग अकादमी के सामने राेड की दूसरी ओर करीब 60 एकड़ जमीन इस काॅम्प्लेक्स के लिए आरक्षित हैं। यहां पर एक एथलेटिक्स ट्रैक, मल्टीपरपस हाॅल, टेनिस काेर्ट, हाॅकी के दाे टर्फ वाले मैदान, एक क्रिकेट स्टेडियम (केपेसिटी 70 हजार), प्रशासनिक भवन आदि हैं। इसका डिजाइन बनकर तैयार हाे गया है। जल्दी ही यहां पर काम शुरू हाेने वाला है।

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