वेस्ट UP में BJP नेताओं की नो एंट्री के पोस्टर …?
श्रीकांत केस में त्यागी समाज की 21 को महापंचायत, 7 राज्यों से आएंगे लोग…
उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित गेझा गांव में 21 अगस्त को त्यागी समाज ने महापंचायत बुलाई है। दावा है कि सात राज्यों से बिरादरी के करीब ढाई लाख से ज्यादा लोग इस महापंचायत में आएंगे। गेझा गांव छेड़छाड़ में जेल गए पूर्व BJP नेता श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी का है। महापंचायत आयोजन का केंद्रबिंदु नोएडा से BJP सांसद डॉक्टर महेश शर्मा और नोएडा पुलिस हैं। आरोप है कि सांसद के कहने पर ही पुलिस ने श्रीकांत की पत्नी और अन्य लोगों पर गुंडों जैसी कार्रवाई की। महापंचायत से पहले त्यागी बहुल गांवों में BJP नेताओं की नो एंट्री के पोस्टर लगने शुरू हो गए हैं। इसे लेकर पुलिस और अन्य खुफिया एजेंसियां चौकन्ना हैं।
पहले पूरा मामला समझिए…
- 5 अगस्त : नोएडा की ग्रैंड ओमेक्स हाउसिंग सोसाइटी में श्रीकांत त्यागी ने एक महिला से अभद्रता की। इसका वीडियो वायरल हुआ। पुलिस ने केस दर्ज किया।
- 6 अगस्त : पुलिस ने श्रीकांत की 3 गाड़ियां सीज की। फॉर्च्यूनर पर ‘उप्र शासन’ लिखा होने पर श्रीकांत के खिलाफ दूसरा मुकदमा दर्ज हुआ।
- 7 अगस्त : श्रीकांत के साथी ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में गए थे। रेजिडेंट्स से मारपीट का आरोप लगा। छह आरोपी पकड़े गए और जेल गए।
- 8 अगस्त : नोएडा पुलिस ने श्रीकांत पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया।
- 9 अगस्त : नोएडा पुलिस ने मेरठ से श्रीकांत को तीन साथियों सहित गिरफ्तार किया।
- 10 अगस्त : पुलिस ने श्रीकांत के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की।
अब जानते हैं कि त्यागी समाज में गुस्सा क्यों है?
नोएडा सांसद के बयान से है सबसे ज्यादा नाराजगी
7 अगस्त को ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में जब हंगामा हुआ तो सांसद महेश शर्मा वहां पहुंचे। उन्होंने सूबे के अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी को फोन करके कहा, ‘आप पूछिए उनके कमिश्नर से। मैंने जब लव कुमार को फोन किया, रणविजय को, तब यहां पुलिस आई है। मेरे जिलाध्यक्ष, हम यहां पर हैं। हमें शर्मिंदगी महसूस हो रही है ये कहते हुए कि हमारी सरकार है। पता करिये उनसे कि 15 लड़के कैसे इस सोसाइटी में आ गए। अवनीश अवस्थी जी इसे देखिएगा, इससे बड़ी शर्म की बात नहीं हो सकती।’
सांसद के पहुंचने के बाद नोएडा पुलिस हरकत में आई और छह लड़कों को जेल भेज दिया। ये सभी लड़के श्रीकांत त्यागी के फ्लैट पर समर्थन में गए थे। त्यागी बिरादरी का कहना है कि सांसद के इशारे पर नोएडा पुलिस गुंडों जैसी कार्रवाई करती गई।
भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मांगेराम त्यागी ने कहा, ”नोएडा सांसद महेश शर्मा ने त्यागी लड़कों को गुंडा कहा था। इसलिए बिरादरी के लोगों में सांसद को लेकर भारी नाराजगी है। 21 तारीख की महापंचायत में प्रमुख मुद्दा डॉक्टर महेश शर्मा ही रहेगा।”
सांसद की सफाई- मैंने एक शब्द त्यागी समाज के खिलाफ नहीं बोला
त्यागी समाज के लगातार बढ़ते विरोध को देखते हुए नोएडा सांसद डॉक्टर महेश शर्मा ने 14 अगस्त को एक खुला खत लिखा। इसमें सांसद ने कहा, मैं इस क्षेत्र का ऋणी हूं। जाति-बिरादरी से ऊपर उठकर इस क्षेत्र की जनता का स्नेह मुझे प्राप्त हुआ। मुझे 39 वर्ष इस शहर में रहते हुए हो गए। मैंने कभी धर्म, जाति, बिरादरी की राजनीति नहीं की। श्रीकांत त्यागी के परिवार के साथ मेरी सहानुभूति है। त्यागी समाज हमेशा से मेरा व भाजपा का समर्थक रहा है। मैंने एक भी शब्द त्यागी समाज के खिलाफ नहीं बोला।
‘श्रीकांत की पत्नी-बच्चों को प्रताड़ित करना गलत’
अखिल भारतीय ब्रह्मर्षि महासंघ की राष्ट्रीय महासचिव डॉ. उदिता त्यागी बताती हैं, ”सोसाइटी के झगड़े में श्रीकांत त्यागी पर गैंगस्टर एक्ट लगा दिया गया। हम श्रीकांत के फेवर में नहीं हैं, लेकिन कार्रवाई उतनी हो, जितनी गलती की है। फिर श्रीकांत की पत्नी अनु त्यागी की क्या गलती थी, जो पुलिस ने उन्हें तीन दिन तक कस्टडी में रखा? उनके फ्लैट की बिजली-पानी सप्लाई काट दी गई।
श्रीकांत के समर्थन में उनके घर गए छह लड़कों को पुलिस ने जेल भेज दिया। हमारी मांग है कि श्रीकांत त्यागी से गैंगस्टर हटे और उन छह लड़कों से मुकदमा खत्म किया जाए। एक व्यक्ति के लिए पूरे त्यागी समाज को गुंडा नहीं कहा जा सकता।”
‘गाली देने में जो कार्रवाई श्रीकांत पर हुई, वो सांसद पर भी हो’
त्यागी महासभा मुजफ्फरनगर के जिलाध्यक्ष हरिओम त्यागी ने बताया, 21 अगस्त को ग्रेटर नोएडा के गेझा गांव में बिरादरी की महापंचायत बुलाई गई है। इस महापंचायत के लिए संयुक्त त्यागी स्वाभिमान मोर्चा का गठन किया है। महापंचायत में उप्र, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड और बिहार से लोग आएंगे।
हरिओम त्यागी ने कहा, ”श्रीकांत को उसकी गलती के बराबर ही सजा मिलनी चाहिए। इस पूरे केस में श्रीकांत की पत्नी और बच्चों का कोई दोष नहीं था। फिर भी उन्हें प्रताड़ित किया गया। सांसद महेश शर्मा ने कमिश्नर और त्यागी समाज के लड़कों के लिए गलत भाषा का प्रयोग किया। इसलिए जो कार्रवाई पुलिस ने श्रीकांत पर की, वही कार्रवाई सांसद पर भी करनी चाहिए। त्यागी समाज को गुंडा बताने वाले सपा प्रवक्ता सुनील साजन पर FIR होनी चाहिए। जिन पुलिसकर्मियों ने अनु त्यागी को तीन दिन कस्टडी में रखा, वे सस्पेंड होने चाहिए।”