जम्मू कश्मीर पुनर्गठन बिल राज्यसभा में पास, PM मोदी ने अमित शाह को दी बधाई

नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर पुनर्गठन बिल (Jammu Kashmir reorganization bill)राज्यसभा (Rajya Sabha) में पास हो गया है. इस बिल के पक्ष में 125 वोट पड़े, वहीं विपक्ष में 61 सांसदों में मतदान किया. राज्यसभा (Rajya Sabha) के सभापित वेंकैया नायडू ने बिल पास होने की घोषणा करने के साथ ही सदन को मंगलवार तक स्थगित करने की घोषणा कर दी. बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार बुधवार को लोकसभा में इस बिल को पेश करेगी. बिल पास होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को बधाई दी है.

इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने विपक्षी नेताओं के सवालों का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि जम्मू कश्मीर में हालात सामान्य होते ही उसे पूर्ण राज्य का दर्जा दे दिया जाएगा. शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का मुकुट मणी है, उनकी सरकार कभी नहीं चाहेगी कि वहां ऐसी हालत बनी रहे. गृहमंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर में हालात सामान्य करने में धारा370 सबसे बड़ा रोड़ा है.

राज्यसभा (Rajya Sabha) से अमित शाह (Amit Shah) (Amit Shah) ने जम्मू कश्मीर के युवाओं से कहा कि कांग्रेस ने उन्हें 70 साल धारा370 के साथ रखा है, जिसके चलते वे विकास से वंचित रहे. मौजूदा केंद्र की सरकार को बिना धारा370 के पांच साल दीजिए फिर देखिए वहां क्या होता है. शाह ने कश्मीर की जनता को भरोसा दिया कि वह इस राज्य को विकास के श्रेणी में अग्रणी राज्य बनाकर रहेंगे. वहां से गोली-बारूद के बजाय बच्चों के स्कूल जाने और विकास की खबरें आएंगी.

विपक्ष के सवालों पर अमित शाह (Amit Shah) (Amit Shah) के जवाब के मुख्य अंश-:
– शाह ने कहा कि कांग्रेस के सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मैंने धारा370 को हटाने की बात कहकर सदन में बम फोड़ दिया, लेकिन मैं सदन को बताना चाहता हूं कि साल 1950 से हमारी पार्टी के घोषणापत्र में धारा370 और 35ए को हटाने की बात कही जा रही है. मैंने आज कोई बम नहीं फोड़ा है.

– शाह ने कहा कि कुछ लोगों ने सदन में कहा सरदार पटेल जम्मू कश्मीर को पाकिस्तान को देने के पक्ष में थे, लेकिन मैं ऐसे लोगों को कहना चाहता हूं कि वे सरासर गलत कह रहे हैं. मैंने गृहमंत्रालय की फाइल पढ़ी है, जिसमें कहीं भी यह बात नहीं है.

– शाह ने कहा कि ये सभी मानते हैं कि धारा370 एक अस्थाई व्यवस्था है, लेकिन मैं पूछना चाहता हूं कि क्या अस्थाई व्यवस्था 70 साल चल सकती है. कांगेस और जम्मू कश्मीर के तीन परिवारों ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए इसे बनाए रखा.

– शाह ने कहा कि जब-जब जम्मू कश्मीर में आतंकवादी खत्म होने को होता है तब-तब कुछ लोग धारा370 को लेकर जम्मू कश्मीर के युवाओं को गुमराह कर देते हैं. जो लोग धारा370 के नाम पर घाटी के युवाओं को गुमराह करते हैं, उनके बच्चे विदेशों में पढ़ते हैं.

– शाह ने कहा कि मैं गुलाम नबी आजाद साहब से पूछना चाहता हूं कि क्या अगर जम्मू कश्मीर की कोई लड़की उड़िया लड़के से शादी कर लेती है तो क्या उसे जम्मू कश्मीर के बाकी के अधिकार मिलेंगे.

– शाह ने कहा कि मैं गुलाम नबी आजाद साहब से पूछना चाहता हूं कि क्या अगर जम्मू कश्मीर की कोई लड़की उड़िया लड़के से शादी कर लेती है तो क्या उसे जम्मू कश्मीर के बाकी के अधिकार मिलेंगे.

– सपा सांसद रामगोपाल यादव का नाम लेकर अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि इनकी पार्टी तो ओबीसी की राजनीति करती है, लेकिन शायद इन्हें मालूम नहीं है कि धारा370 के चलते जम्मू कश्मीर में ओबीसी को आरक्षण नहीं मिलता है.

– शाह ने कहा कि देश भर में 6-14 साल के बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा का अधिकार है, लेकिन जम्मू कश्मीर के बच्चों को नहीं मिला. धारा370 के चलते जम्मू कश्मीर में प्राइवेट शिक्षण संस्थान नहीं जाते हैं.

-शाह ने कहा कि केवल संस्कृति के आधार पर धारा370 के पक्षकार बने हुए हैं क्या वे जवाब देंगे कि आजादी के बाद क्या देश के अलग राज्य भारतीय गणराज्य का हिस्सा बने तो क्या उनकी संस्कृति खत्म हो गई.

– शाह ने कहा कि अगर कोई कारोबारी जम्मू-कश्मीर में उद्योग लगाना चाहता है तो वह कैसे लगा सकता है. क्या धारा 370 के पक्षधर लोग इसपर जवाब दे पाएंगे.

– शाह ने कहा कि पूरी दुनिया मानती है कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख पूरी दुनिया का स्वर्ग है, लेकिन यहां पर्यटन को कभी भी बढ़ावा नहीं होने दिया गया. यहां धारा370 और 35ए के चलते अच्छे होटल वाले जमीन नहीं खरीद सकते हैं, इस वजह से यहां पर्यटन का बढ़ावा नहीं मिल पाया.

– शाह ने कहा कि पूरी दुनिया मानती है कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख पूरी दुनिया का स्वर्ग है, लेकिन यहां पर्यटन को कभी भी बढ़ावा नहीं होने दिया गया. यहां धारा370 और 35ए के चलते अच्छे होटल वाले जमीन नहीं खरीद सकते हैं, इस वजह से यहां पर्यटन का बढ़ावा नहीं मिल पाया.

– जम्मू कश्मीर के लोगों के पास जमीन हैं, लेकिन उनके पास खरीदार नहीं है, इसलिए वहां गरीबी है- शाह

– जम्मू कश्मीर के लोगों के पास जमीन हैं, लेकिन उनके पास खरीदार नहीं है, इसलिए वहां गरीबी है- शाह

– शाह ने कहा, 2004-2019 तक जम्मू कश्मीर को दो लाख 77 हजार रुपए केंद्र से दिए गए. केंद्र सरकार ने 2011-2012 में केंद्र से जम्मू कश्मीर में प्रति व्यक्ति 14 हजार भेजे गए, लेकिन वहां गरीबी अभी भी है, इसके लिए धारा 370 जिम्मेदार है.

– अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि जम्मू कश्मीर में तीन परिवारों ने मिलकर लोकतंत्र नहीं आने दिया. बारी-बारी से इन्होंने ही शासन किया.

– अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि धारा370 के चलते जम्मू कश्मीर में गरीबी, बेरोजगारी और आतंकवाद मौजूद है.

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