जो लोग लम्बी उम्र जीना चाहते हैं, उन्हें यकीनन घर का बना, ताजा भोजन करना चाहिए

इस गणेश चतुर्थी को एक मोबाइल फॉरवर्ड में गणेशजी और उनके मूषक को शिकायत करते हुए दिखाया गया था कि हम यहां इतनी देर से हैं, लेकिन उस परिवार को देखिए, सब अपने फोन में मशगूल हैं। यह देखकर मेरे चेहरे पर एक मुस्कराहट आ गई। तब मैं भी पूजा के बाद वही कर रहा था, क्योंकि उस दिन मुम्बई में छुट्‌टी का दिन था। तभी दो और मैसेज आए। एक तो फ्रांस से था।

इसमें 12 भाई-बहनों के एक परिवार के बारे में बताया गया था, जिसमें सबसे बड़ा व्यक्ति 113 साल का था और सबसे छोटा 90 का, और वे सभी जीवित हैं। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में उनके नाम का उल्लेख किया गया है। दूसरे मैसेज में बताया गया था कि हम कैसे सात तरह के हेल्दी स्नैक्स हमेशा ले सकते हैं। चूंकि मनुष्य बुनियादी रूप से स्वार्थी होते हैं, इसलिए मेरा ध्यान सात हेल्दी स्नैक्स की तरफ पहले गया।

स्नैक्स के नाम पढ़कर मैं चौंक गया, क्योंकि उनमें मुसली बार, पीनट बटर ग्रेनोला (फायबर रिच ओट्स), प्रोटीन बार, ग्रेनोला कुकीज़ और मखाने शामिल थे। मैं सोचने लगा कि विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले परिवार के सदस्यों ने भी क्या कभी इन वस्तुओं को खाया होगा। तब मैं इस बारे में रिसर्च करने लगा कि वे लोग क्या खाते थे और कैसे रहते थे।

डी’क्रूज परिवार के सभी 12 सदस्यों के नाम पर सर्वाधिक संयुक्त आयु का रिकॉर्ड दर्ज है। 15 दिसम्बर, 2021 को इस परिवार की कुल आयु 1042 वर्ष और 315 दिन थी। डी’क्रूज भाई-बहनों की उम्र 2021 में 75 साल से लेकर 97 साल तक की थी, यानी वॉट्सएप्प यूनिवर्सिटी में जो 90 से 113 साल की उम्र बताई गई थी, वह गलत थी। इसका यही मतलब निकलता है कि फेक-न्यूज पूरी दुनिया की बीमारी है।

इन सभी भाई-बहनों का जन्म कराची में हुआ था। इतने वर्षों में उनका परिवार कनाडा, यूएस और स्विट्जरलैंड तक फैल गया। चूंकि सभी का जन्म 22 वर्षों की अवधि के दौरान हुआ था, इसलिए उनकी मां का सबसे जरूरी काम था अपने बच्चों की देखभाल करना। उनमें से 84 साल के एक व्यक्ति ने बताया कि मुझे अपनी मां के बारे में सबसे ज्यादा यह बात याद है कि वे हम सबका बहुत ख्याल रखती थीं।

सभी भाई-बहनों ने घर में पकाया गया साधारण भोजन किया था, जो कि आज से नौ दशक पहले घर-घर में होता था। लेकिन इस बड़े परिवार में प्यार, परवाह और एक-दूसरे से साझा करने की भावनाएं थीं। पैरेंट्स की मृत्यु के बाद भाई-बहन दुनिया के विभिन्न हिस्सों में जा बसे, लेकिन एक-दूसरे के सम्पर्क में रहे। वे हर सुबह 11 बजे लंदन के समय पर नियमपूर्वक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करते हैं।

इस दौरान वे अपने पुराने दिनों के बारे में बात करते। उनकी बातें कभी खत्म नहीं होतीं और वे रोज अगले दिन के वीडियो कॉल का इंतजार करते हैं। यह सुनकर मुझे अपने बचपन के दिनों की याद हो आई, जब मैं अपनी बहन और दूसरे नाते-रिश्तेदारों के साथ रोज 21 या दस दिन के उत्सव में 108 गणेश पांडालों में जाता था।

चूंकि उस जमाने में पैदल चलना और साइकिल चलाना ही परिवहन का इकलौता साधन था, इसलिए हमारे पास बातें करने के लिए बहुत कुछ होता था। हमारे पास इन तथाकथित हेल्दी बार को खरीदने के पैसे नहीं होते थे, और न ही वे उस जमाने में बेचे जाते थे, इसलिए हम घर से ही अपने स्नैक्स लाते थे। कभी-कभार स्नैक के नाम पर दही-चावल अचार के साथ होता था।

फंडा यह है कि जो लोग लम्बी उम्र जीना चाहते हैं, उन्हें यकीनन घर का बना, ताजा भोजन करना चाहिए, लेकिन इससे भी बढ़कर चीजें हैं प्यार, परवाह और परिवार में आपसी रिश्ते

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