गजब ग्वालियर …! जहां निकलना मुश्किल वहां पर लग रहे बाजार

महाराज बाड़ा और उसके आसपास के इलाकों में अब घनी बस्ती के बीच नए बाजार तैयार किए जा रहे हैं!

लड्डू वाली गली में दो बार हो चुकी है आगजनी की घटना, मोर गली में पैदल निकलना तक मुश्किल

ग्वालियर  .. महाराज बाड़ा और उसके आसपास के इलाकों में अब घनी बस्ती के बीच नए बाजार तैयार किए जा रहे हैं, जबकि इन बाजारों में वाहन खड़े करने तक की जगह नहीं है। तंग आवासीय क्षेत्रों में दुकानें तैयार करने के लिए आम रास्ते भी कब्जा लिए गए हैं। मोर बाजार, मोर गली, दर्जी ओली जैसी जगहों पर तो लोगों को निकलने का रास्ता तक नहीं मिल रहा है। गणेशोत्सव, नवरात्रि, दशहरा और दीपावली जैसे त्योहारों के लिए यहां कपड़ों व आतिशबाजी की दुकानें तैयार की जा रही हैं। पिछले दिनों ऐसे ही घने इलाके दर्जी ओली में एक दुकान में हुई आगजनी की घटना के दौरान फायर ब्रिगेड को भी चार पाइप जोड़कर आग बुझानी पड़ी थी। यहां दो बार आगजनी की घटना हो चुकी है।

द ओली के ठीक पीछे लड्डू वाली गली, क्वालिटी वाली गली आवासीय क्षेत्र हैं। इस इलाके में तंग गलियों में ही बड़े-बड़े शोरूम व दुकानें तैयार कर दी गई हैं। यहां खरीदारी के लिए लोग पहुंचते हैं और अपने वाहन गली में ही खड़े कर देते हैं। इससे अन्य लोगों को निकलने का रास्ता ही नहीं मिलता है। 15 से 20 फीट चौड़ी गलियों में बाइकें खड़ी होने के कारण स्थानीय लोगों के चार पहिया वाहन तो घुस ही नहीं पाते हैं। स्थिति यह है कि इन गलियों में लोगों को तीन-तीन मंजिला काम्प्लेक्स बना लिए हैं। भवनों में तलघर नहीं होने के कारण दुकानदार व ग्राहकों की गाड़ियां सड़क पर ही खड़ी रहती हैं। यही आलम महाराज बाड़ा से चंद कदमों की दूरी पर स्थित मोर गली में है। यहां आम रास्ते पर ही गाड़ियां पार्क होने के कारण पैदल लोगों को निकलने का रास्ता नहीं मिलता है।

आंखें बंद किए बैठे हैं अफसर

इस पूरे इलाके में संकरी गलियों में बाजार तैयार होने की शिकायतें स्थानीय लोगों ने नगर निगम के अफसरों से की हैं। इस इलाके में पूर्व में भी कई बार आगजनी की घटनाएं हो चुकी हैं। हर बार जान-माल की हानि होने पर कार्रवाई करने की बात की जाती है, लेकिन बाद में मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। अफसर जानते हैं कि पहले से विकसित हो चुके बाजारों में भी फायर ब्रिगेड नहीं घुस पाती है। ऐसे में नए बाजार तैयार होने पर फिर खतरनाक स्थिति निर्मित होगी। निगम का मदाखलत अमला और भवन निर्माण के अफसर साठ-गांठ कर आंखें बंद कर लेते हैं।

श्रीनाथ काम्प्लेक्स के आगे लगाई चेऩमिोर गली के अंदर ही श्रीनाथ काम्प्लेक्स बना हुआ है। यहां से हलवाट खाना तक जाने के लिए रास्ता बना हुआ है, लेकिन इसे स्थानीय दुकानदारों ने खंभे गाड़कर व चेन लगाकर बंद कर दिया है। इस काम्प्लेक्स तक जाने का रास्ता वाहन खड़े होने के कारण इतना तंग हो गया है कि पैदल निकलना तक मुश्किल हो जाता है। इस काम्प्लेक्स में बेल्डिंग व टांका आदि की कुछ दुकानें हैं। इसके अलावा कुछ दुकानदारों ने दुकानों व छत को गोदाम में तब्दील कर दिया है। दुकानदारों का सामान भी सड़क पर रखा होने के कारण रास्ता और तंग हो जाता है।

बाजारों में यातायात को सुव्यवस्थित करने के लिए हम लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। महाराज बाड़ा के आसपास यदि आवासीय इलाकों में खुले बाजारों यदि यातायात में दिक्कत आ रही है, तो मैं गुरुवार को ही टीम भेजकर इसे चेक कराऊंगा। यह भी देखा जाएगा कि आवासीय इलाकों में दुकानें व शोरूम कैसे खुल गए हैं।

 आयुक्त नगर निगम

 

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