ग्वालियर में 16 अस्पतालों को स्वास्थ्य आयुक्त का झटका
जिले के 16 अस्पतालों में गड़बड़ी मिलने पर मान्यता रद्द की गई थी,जिस पर शुक्रवार को स्वास्थ्य आयुक्त ने भी मुहर लगा दी है …
– मान्यता रद्द पर लगाई मुहर
ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। जिले के 16 अस्पतालों में गड़बड़ी मिलने पर मान्यता रद्द की गई थी,जिस पर शुक्रवार को स्वास्थ्य आयुक्त ने भी मुहर लगा दी है। स्वास्थ्य आयुक्त सुदाम खाड़े ने यह माना कि इन अस्पतालों में डाक्टर,स्टाफ के अलावा निर्धारित बेड भी उपलब्ध नहीं थे। इसके अलावा फायर एनओसी,प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का प्रमाण पत्र, मेडिकल वेस्ट निष्पादन की रसीद आदि भी नहीं थी। गौरतलब है कि नईदुनिया ने जिले में संचालित होने वाले अस्पतालों का मुद्दा उठाया था। जिसमें अलग अलग अंक में प्रकाशित खबरों में बताया था बड़े डाक्टरों का बड़ा फर्जीवाड़ा,एक डाक्टर दस दस अस्पतालों में दे रहे सेवाएं। इसके अलावा जबलपुर जैसे हादसे का आमंत्रण दे रहे शहर के अस्पताल,बिना फायर एनओसी के हो रहे संचालित नामक शीर्षक से खबरों का प्रकाशन किया था। सीएमएचओ द्वारा की गई जांच में जब खामियां मिली ताे जिले के 16 अस्पतालों की मान्यता अलग अलग समय पर रद्द की गई । इनमें से कुछ अस्पताल मान्यता रद्द होने पर स्वास्थ्य आयुक्त के पास अपील में चले गए थे। तब स्वास्थ्य आयुक्त सुदाम खाड़े ने एक अप्रैल 2022 से लेकर अबतक के सभी रद्द होने वाले अस्पतालों की सूची तलब की। अस्पताल रद्द होने की पुख्ता बजह जानकर उन्होंने भी इन 16 अस्पतालों की रद्द मान्यता पर अपनी मुहर लगा दी।
इन 16 अस्पतालों की हुई भोपाल से सूची जारी-
कुसुम मेमोरियल, त्रिवेदी नर्सिग होम, गजवानी नर्सिंगहोम,डा बांदिल मेमोरियल आर्थोपेडिक, डा बंसल नर्सिंगहोम,दृष्टि आई केयर, साईं हास्पिटल, काया हास्पिटल, प्राशी हास्पिटल, एनके मेमोरियल,डीएनए हास्पिटल, प्रखर हास्पिटल, जय मां भगवती हास्पिटल, डीसी मेमोरियल, एसके मेमोरियल और रुद्राक्ष मल्टी स्पेशियलिटी की रद्द की गई मान्यता पर स्वास्थ्य आयुक्त
इनका कहना है-
ऐसे अस्पताल जिनमें स्टाफ की कमी थी,बेड निर्धारित नहीं थे,जिन्होंने फायर ,प्रदूषण आदि की एनओसी नहीं ले रखी थी। उन अस्पतालों की मान्यता को रद्द किया गया था। कुछ लोगों ने स्वास्थ्य आयुक्त पर अपील की थी पर स्वास्थ्य आयुक्त ने भी माना कि इन अस्पतालों पर लिया गया निर्णय सही था,इसलिए उन्होंने भी अपनी मुहर लगा दी।
सीएमएचओ