ग्वालियर : नदी पर पहली एलिवेटेड रोड होगी …

नदी पर पहली एलिवेटेड रोड होगी…:स्वर्ण रेखा नदी पर 829 करोड़ से 14.7 किलोमीटर लंबी बनेगी एलिवेटेड रोड, गड़करी रखेंगे आधारशिला…
पहले फेस में 6 किलोमीटर सड़क बनाने 15 सितंबर को रखी जाएगी आधार शिला

किसी नदी पर बनने वाली यह मध्य प्रदेश की पहली एलिवेटेड रोड होगी। पहले फेस में 6 किलोमीटर की रोड बनेगी। जो लक्ष्मीबाई समाधि से लेकर IIITM तक बनेगी। इसके लिए 15 सितंबर को आधारशिला रखने का कार्यक्रम हो रहा है। उसी के संबंध में शुक्रवार को प्रदेश के ऊर्जामंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने स्वर्ण रेखा नदी किनारे निरीक्षण किया है और कार्यक्रम स्थल का चुनाव किया है।

ट्रैफिक व्यवस्था में होगा सुधार… 14.7 किलोमीटर लंबी बनाई जाएगी रोड
स्वर्ण रेखा नदी शहर के बीचों-बीच से गुजरती है। लश्कर के साथ उपनगर ग्वालियर के बड़े क्षेत्र को जोड़ती है। नदी के बीच वाले हिस्से पर कॉलम खड़े करके ये एलिवेटेड रोड तैयार की जाएगी। 4 लेन वाले इस रोड के स्लैब में 4 मीटर चौड़े पिलर पर तैयार होंगे। इसके तैयार होने पर गिरवाई व कंपू क्षेत्र को फूलबाग और उपनगर ग्वालियर, जलालपुर तक के लिए बहुत अच्छी रोड कनेक्टिविटी मिल जाएगी। एलिवेटेड रोड पर पैदल चलने वालों के लिए भी ट्रैक बनेगा। साथ ही अलग-अलग पॉइंट पर रेल ओवर ब्रिज की तरह उतरने-चढ़ने के लिए सीढ़ियां भी बनाई जाएंगी। प्रस्ताव में ये भी बताया गया कि इस रोड के बनने पर शहर की मौजूदा मुख्य सड़कों पर ट्रैफिक लोड 40 से 50 प्रतिशत कम हो जाएगा।
एलिवेटेड रोड यहां मुख्य मार्ग से कनेक्ट रहेगी
स्वर्ण रेखा नदी पर तैयार होने वाली एलिवेटेड रोड को शहर के प्रमुख मार्गों के साथ जोड़ा जाएगा। ताकि, वहां से एलिवेटेड रोड पर जाने और शहर की मौजूदा सड़क पर उतरने का रास्ता मिल सके। ये कनेक्टिविटी जीवाजीगंज, छप्परवाला पुर, फूलबाग पर लक्ष्मीबाई समाधि और हजीरा क्षेत्र से दी जाएगी। इन स्थानों पर ट्रैफिक लोड काफी रहता है साथ ही यहां से लोग दूसरे रास्तों के लिए डायवर्ट भी होते हैं। एलिवेटेड रोड हनुमान बांध से शुरू होकर तारागंज, जनकगंज, गेंड़ेवाली सड़क, शिंदे की छावनी, फूलबाग, तानसेन नगर, रानीपुरा, हजीरा, मछली मंडी रोड से होते हुए जलालपुर तक बनेगी।
पहले फेस में स्वर्ण रेखा पर 6 किलोमीटर लम्बाई में बनेगा एलीवेटेड रोड़
शहर के बीच से होकर बह रही स्वर्ण रेखा नदी पर एलीवेटेड रोड़ बनने जा रहा है। पहले फेस में ऐलीवेटेड रोड़ का निर्माण लगभग 447 करोड़ रूपए की लागत से होगा। इसमें से लगभग 406 करोड़ रूपए की राशि केन्द्र सरकार एवं लगभग 41 करोड़ रूपए की धनराशि राज्य सरकार ने मंजूर की है। स्वर्ण रेखा पर अत्याधुनिक तकनीक से प्रथम चरण में वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई समाधि स्थल के समीप से ट्रिपल आईटीएम तक लगभग 6 किलोमीटर लम्बाई में एलीवेटेड रोड़ का निर्माण होगा।
डिवाइडर के प्रत्येक तरफ होगी सवा सात मीटर चौड़ी सड़क
कार्यपालन यंत्री सेतु निगम ज्ञानवर्धन मिश्रा ने बताया कि रानी लक्ष्मीबाई की समाधि से IIITM तक लगभग 6 किलोमीटर लम्बाई में बनने जा रहे एलीवेटेड रोड़ की कुल चौड़ाई लगभग 16 मीटर होगी। डिवाइडर के अलावा दोनों ओर की सड़कों की चौड़ाई 7.25 – 7.25 मीटर होगी। एलीवेटेड रोड़ पर चढ़ने – उतरने के लिये 6 किलोमीटर की लम्बाई में 6 स्थानों पर रैम्पनुमा 13 सड़कें बनाई जाएंगी। एलीवेटेड रोड़ के प्रारंभ स्थल यानि रानी लक्ष्मीबाई समाधि के नजदीक और दूसरे छोर पर IIITM के समीप एलीवेटेड रोड़ पर चढ़ने और उतरने के लिये अलग–अलग रैम्प बनाए जाएंगे। हजीरा क्षेत्र में एलीवेटेड रोड़ पर चढ़ने व उतरने के लिये दो स्थानों पर अलग-अलग रैम्प बनेंगे। मतलब यहां पर कुल चार रैम्प बनेंगे। इसके अलावा रानीपुरा व रमटापुरा में एलीवेटेड रोड़ पर चढ़ने – उतरने के लिये अलग-अलग रैम्प बनाए जायेंगे। साथ ही चंद्रनगर में एलिवेटेड रोड़ पर चढ़ने के लिए एक रैम्प बनेगा।
उर्जा मंत्री बोले-ग्वालियर बदल रहा है
15 सितंबर को होने वाले कार्यक्रम के लिए तैयारियों का जायजा लेने के बाद प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर बोले-ग्वालियर बदल रहा है। एलिवेटेटे रोड बनने के बाद ग्वालियर की तुलना बड़े महानगरों से होगी।

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