1350 किमी लंबे इस एक्सप्रेस वे पर 150 की रफ्तार से दौड़ा सकेंगे कार
पहले फेज में 8 लेन हाईवे का निर्माण….
भोपाल. देश का सबसे लंबा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway Route) मध्यप्रदेश के मालवा क्षेत्र से भी गुजर रहा है. प्रदेश के तीन जिलों मंदसौर, रतलाम और झाबुआ से निकले इस एक्सप्रेस-वे की प्रदेश में लंबाई कुल 245 किमी है. मध्य प्रदेश में 214 पुल, 511 पुलियां, 100 छोटे-बड़े अंडरपास और 7 टोल बूथ बनाए जा रहे हैं. पूरा प्रोजेक्ट अक्टॅूबर माह में पूरा होने की उम्मीद है. इस प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने पर दिल्ली से मुंबई का सफर महज 12 घंटे में तय हो सकेगा. खास बात यह है कि यहां 150 की रफ्तार से कार दौड़ा सकेंगे.
इस प्रोजेक्ट से इंदौर व उज्जैन को भी जोड़ा जा रहा है जिसके लिए देवास, उज्जैन और मंदसौर जिले के गरोठ के बीच नया फोर लेन बनाया जा रहा है. इंदौर से गरोठ तक कुल 173 किलोमीटर फोरलेन सड़क बनाई जा रही है. गरोठ में ही दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का जंक्शन बनाया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 1890 करोड़ रुपए बताई जा रही है.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे वडोदरा से मध्यप्रदेश के मेघनगर से प्रदेश में एंट्री लेगा. यहां से थांदला, सैलाना, खेजड़िया, शामगढ़, गरोठ, भवानीमंडी, कोटा होकर दिल्ली पहुंचेगा. दिल्ली से लेकर मुंबई तक पहले फेज में 8 लेन हाईवे का निर्माण चल रहा है. ट्रैफिक बढ़ने पर दूसरे फेज में इसे 12 लेन में बदला जाएगा. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सितंबर 2021 में रतलाम में जब इस एक्सप्रेस का निरीक्षण किया था तो उन्होंने जिस कार की सवारी की वह यहां हवा की स्पीड से दौडी. इस हाईवे पर उनकी 170 किमी प्रति घंटे की गति से दौडी थी. आम वाहनचालक यहां से 150 किमी प्रति घंटे की स्पीड से कार ड्राइव कर सकेगा.
यह एक्सप्रेस मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में प्रगति के रास्ते खोलेगा. इंदौर से गरोठ तक कुल 173 किलोमीटर फोरलेन सड़क बनाई जा रही है. इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 1890 करोड़ रुपए बताई जा रही है. गरोठ और जावरा में लॉजिस्टिक हब बनाया जाएगा. बसई के पास की जमीन पर इंडस्ट्री लगाई जाएंगी