ग्वालियर में 1500 बिस्तर के काम में देरी पर कंपनी भरेगी 22 करोड़ जुर्माना
पीआइयू ने राजकोट गुजरात की निर्माण कंपनी जेपी स्ट्रक्चर्स पर एक करोड़ प्रति दिन के हिसाब से जुर्माना लगाया है …
– पीआइयू ने 31 अगस्त से हर दिन एक करोड़ का लगया है जुर्माना
– अस्पताल के निर्माण में जेपी स्ट्रक्चर्स कंपनी ने झोंकी ताकत
– 22 सितंबर तक जीआरएमसी के सुपुर्द करना है अस्पताल
1500 बिस्तर अस्पताल का निर्माण समय पर पूरा नहीं हो सका है। इस कारण पीआइयू ने राजकोट गुजरात की निर्माण कंपनी जेपी स्ट्रक्चर्स पर एक करोड़ प्रति दिन के हिसाब से जुर्माना लगाया है। पीआइयू ने 31 अगस्त के बाद से हर दिन एक करोड़ का जुर्माना लगाने का पत्र कंपनी प्रतिनिधि को थमा दिया है। कंपनी को आगामी 22 सितंबर तक कुल 22 करोड़ रुपये जुर्माना देना होगा। साथ ही निर्देश दिए हैं कि यदि 22 सितंबर तक अस्पताल का निर्माण पूरा कर गजरा राजा मेडिकल कालेज (जीआरएमसी) के सुपुर्द नहीं किया गया तो जुर्माना की राशि बढ़ाई जाएगी।
कंपनी ने झोंकी ताकत: अगले 12 दिन में अस्पताल का निर्माण पूरा करने के लिए कंपनी द्वारा करीब एक हजार मजदूरों से दिन-रात काम कराया जा रहा है। अस्पताल में रंगाई-पुताई से लेकर फाल सीलिंग, सफाई, प्लास्टर, इलेक्ट्रीकल, फायर सेफ्टी आदि काम तेजी से किया जा रहा है। पीआइयू के पत्र में उल्लेख किया गया कि संभागायुक्त की बैठक में कंपनी की कार्ययोजना का अवलोकन किया गया। इसमें पता चला कि कंपनी द्वारा जो भी तिथि बताई गई थी, उसमें कार्य पूरा नहीं किया जा सका। 31 अगस्त 2022 को अस्पताल तैयार कर सुपुर्द करना था। अब हर हाल में 22 सितंबर तक काम पूरा कर अस्पताल की सुपुर्दगी जीआरएमसी को देना होगी।
दो साल में होना था निर्माण: इस अस्पताल का भूमि पूजन फरवरी 2019 में हुआ था और निर्माण कार्य 20 माह में पूरा होना था। वर्ष 2020 में कोविड संक्रण के कारण निर्माण कार्य बाधित हो गया। इसके बाद कंपनी ने 2021 फिर 15 अगस्त 2022 और इसके बाद 31 अगस्त 2022 तक निर्माण पूरा करने की बात कही थी, पर नहीं कर सकी।
यह कार्य है शेष: आक्सीजन की पाइप लाइन, फायर सेफ्टी, प्लंबिंग, पानी की सप्लाई की लाइन, इलेक्ट्रिक फिटिंग आदि का काम चल रहा है । भवन की सुपुर्दगी से पहले इन सभी कामों का परीक्षण करना होगा। इसके अलावा पहुंच मार्ग, बाउंड्रीबाल पर तार फेंसिंग, पानी की पाइप लाइन को जोड़ना, परिसर से मलवा हटवाना होगा।
जुर्माना लगाने का आदेश प्राप्त हुआ है। काम में तेजी लाने के लिए कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई गई है, सितंबर में काम पूरा कर अस्पताल सुपुर्द करना है। काम तेजी से चल रहा है, समय पर काम पूरा कर लिया जाएगा।
विशाल पटेल, कार्यप्रभारी जेपी स्ट्रक्चर प्रा.लि. गुजरात
1500 बिस्तर का अस्पताल हमारे सुपुर्द होते ही उसमें सभी विभागों को शिफ्ट कर मरीजों को भर्ती करना शुरू कर दिया जाएगा। कंपनी से यहां तक बोल दिया है कि यदि पूरा भवन नहीं दे सकते तो एक एक ब्लाक ही सुपुर्द करें, जिससे विभाग शिफ्ट होना शुरू हो जाएं।
डा. अक्षय निगम, डीन, जीआरएमसी
अस्पताल सुपुर्द करने की तिथि निर्माण कंपनी खुद ही देती और खुद ही आगे बढ़ा देती है। ऐसा कब तक चलेगा, इसलिए सख्ती होनी चाहिए ही थी। पीआइयू का काम है कि भवन समय पर जीआरएमसी को उपलब्ध करवाए।
आशीष सक्सेना, संभागायुक्त
स्ट्रक्चर पूरा तैयार हो चुका है, रंगाई-पुताई का काम चल रहा है। कंपनी ने 22 सितंबर तक अस्पताल भवन सुपुर्द करने को कहा है। यदि सुपुर्दगी नहीं देता तो जुर्माना और अधिक वसूला जाएगा। जीआरएमसी प्रबंधन भी भवन की सुपुर्दगी ले ले, 250 सीट के भवन की तरह इसे भी न लटकाए।
जेके आरख, अतिरिक्त परियोजना संचालक, पीआइयू