बिहार BJP के 10 नेताओं से छीनी Y कैटेगरी सुरक्षा!
सत्ता जाने की सजा या कुछ और?
बिहार बीजेपी के 10 नेताओं से केंद्र सरकार ने वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस ले ली है. वाई श्रेणी का सुरक्षा कवर अग्निपथ योजना के खिलाफ हिंसक विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए दिया गया था.
जेडीयू की बगावत को भांप नहीं पाए बीजेपी के नेता
वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस लेने के बाद अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या केंद्रीय नेतृत्व ने इन टॉप लीडरों को सत्ता न बचा पाने की सजा दी है, क्योंकि सरकार ने अपने की नेताओं की सुरक्षा में कटौती की है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय नेतृत्व बिहार में सत्ता जाने से राज्य नेताओं से नाखुश है. राज्य के नेताओं पर आरोप लग रहा है कि वह लोग जेडीयू की बगावत को अंतिम समय तक भांप नहीं पाए और भाजपा के हाथ से सत्ता चली गई. केंद्रीय नेतृत्व का कहना है कि अगर राज्य के नेता बगावत के बारे में पहले जानकारी दे देते तो डैमेज कंट्रोल की कोशिश की जाती, लेकिन राज्य के नेता अंतिम समय तक सब कुछ ठीक होने की बात करते रहे.
भाजपा नेताओं को मिली थी वाई श्रेणी की सुरक्षा
बता दें, केंद्र ने अग्निपथ योजना के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों को देखते हुए बिहार में एक दर्जन भाजपा नेताओं को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय लिया था. बेतिया में गुस्साए प्रदर्शनकारियों द्वारा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल और उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के आवास पर हमले के बाद केंद्र ने यह फैसला लिया था. अग्निपथ योजना के खिलाफ बिहार में सबसे ज्यादा विरोध प्रदर्शन हुआ था.