मोहन भागवत ने मस्जिद के साथ मदरसे का भी किया दौरा, बच्चों से पूछे ये सवाल

RSS Chief: आरएसएस प्रमुख ने बच्चों से राष्ट्र के बारे में अधिक जानने की आवश्यकता के बारे में भी बात की और जोर देकर कहा कि पूजा के तरीके अलग-अलग हो सकते हैं, सभी धर्मों का सम्मान किया जाना चाहिए.

 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को ऑल इंडिया मुस्लिम इमाम ऑर्गेनाइजेशन (All India Imam Organization) के प्रमुख इमाम उमर अहमद इलियासी (Umar Ahmed Ilyasi) से दिल्ली (Delhi) के कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित मस्जिद में मुलाकात की. संघ प्रमुख और इमाम उमर अहमद इलियासी के बीच यह मुलाकात करीब एक घंटे तक चली. इमाम इलियासी ने भागवत को ‘राष्ट्रपिता’ भी बताया और कहा कि आरएसएस प्रमुख ने उनके निमंत्रण पर उत्तरी दिल्ली में मदरसा ताजवीदुल कुरान का दौरा किया था और वहां बच्चों के साथ बातचीत की थी.

आरएसएस के ‘सरसंघचालक’ मध्य दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित एक मस्जिद में गए और उसके बाद उन्होंने उत्तरी दिल्ली (Delhi) के आजादपुर में मदरसा तजावीदुल कुरान का दौरा भी किया. उनके साथ आए आरएसएस के एक अधिकारी ने बताया कि यह पहली बार है जब वह किसी मदरसे में गए हैं. अखिल भारतीय इमाम संगठन के प्रमुख उमर अहमद इलियासी (Umar Ahmed Ilyasi) ने मदरसे में बच्चों से बात करते हुए भागवत के लिए ‘राष्ट्रपिता’ शब्द का इस्तेमाल किया. हालांकि, भागवत ने इस पर हस्तक्षेप करते हुए कहा कि राष्ट्र का केवल एक पिता है और हर कोई ‘भारत की संतान’ (राष्ट्र का बच्चा) है.

मोहन भागवत ने मदरसे में बच्चों से की बातचीत

उन्होंने कहा कि आरएसएस प्रमुख ने बच्चों से राष्ट्र के बारे में अधिक जानने की आवश्यकता के बारे में भी बात की और जोर देकर कहा कि पूजा के तरीके अलग-अलग हो सकते हैं, सभी धर्मों का सम्मान किया जाना चाहिए. इलियासी और भागवत ने मस्जिद में लगभग एक घंटे तक बातचीत की, जिसमें अखिल भारतीय इमाम संगठन का कार्यालय और मौलवी का निवास भी है. मोहन भागवत ने इलियासी के न्योते पर मदरसा और मस्जिद का दौरा किया. इस दौरान इलियासी ने मोहन भागवत के बारे में कहा कि, “वह एक ‘राष्ट्रपिता’ हैं. हमने देश को मजबूत करने के लिए कई मुद्दों पर चर्चा की.”

मोहन भागवत की इस यात्रा के बाद आरएसएस प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने एक बयान में कहा कि सरसंघचालक जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों से मिलते हैं. यह निरंतर सामान्य ‘संवाद’ प्रक्रिया का एक हिस्सा है. बीजेपी (BJP) के वैचारिक गुरु के प्रमुख का महत्वपूर्ण दौरा उस दिन हुआ जब कई जांच एजेंसियों ने देश भर में छापे मारे और देश में आतंकी गतिविधियों का कथित रूप से समर्थन करने के लिए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया.

मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ चर्चा

आरएसएस प्रमुख पिछले कुछ हफ्तों से सांप्रदायिक सद्भाव को मजबूत करने के लिए मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ चर्चा कर रहे हैं. उन्होंने हाल ही में दिल्ली के पूर्व लेफ्टिनेंट गवर्नर नजीब जंग, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति ज़मीर उद्दीन शाह, पूर्व सांसद शाहिद सिद्दीकी के साथ-साथ व्यवसायी सईद शेरवानी से मुलाकात की. बैठक के दौरान, भागवत ने कथित तौर पर हिंदुओं के लिए “काफिर” शब्द के इस्तेमाल का मुद्दा उठाया, कहा कि इससे एक अच्छा संदेश नहीं जाता है. मुस्लिम बुद्धिजीवियों के समूह ने अपनी ओर से कुछ दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं द्वारा मुसलमानों को “जिहादी” और “पाकिस्तानी” कहने पर आपत्ति जताई.

आरएसएस प्रमुख ने बुद्धिजीवियों के विचारों को किया स्वीकार 

उन्होंने कथित तौर पर भागवत को यह भी बताया कि ‘काफिर’ शब्द के पीछे की असली मंशा कुछ अलग थी, लेकिन अब इसे ‘दुर्व्यवहार’ के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. यह पता चला है कि आरएसएस प्रमुख ने बुद्धिजीवियों के विचारों को स्वीकार किया और रेखांकित किया कि “सभी हिंदुओं और मुसलमानों का डीएनए समान है.” ऑल इंडिया इमाम आर्गेनाइजेशन भारतीय इमाम समुदाय का प्रतिनिधि संगठन है और दावा किया जाता है कि यह विश्व का सबसे बड़ा इमाम संगठन है.

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