लाखों खर्च फिर भी गंभीर मरीजों को नहीं मिल पा रहा जिला अस्पताल में उपचार
लाखाें रुपये खर्च करने के बाद भी जिला अस्पताल में गंभीर मरीजों को उपचार नहीं मिल पा रहा है। क्योंकि पिछले एक महीन से जिला अस्पताल का आइसीयू बंद पड़ा हुआ है। इधर सिविल अस्पताल हजीरा में आइसीयू वार्ड में साधन संसाधन सबकुछ तैयार है।
ग्वालियर। लाखाें रुपये खर्च करने के बाद भी जिला अस्पताल में गंभीर मरीजों को उपचार नहीं मिल पा रहा है। क्योंकि पिछले एक महीन से जिला अस्पताल का आइसीयू बंद पड़ा हुआ है। इधर सिविल अस्पताल हजीरा में आइसीयू वार्ड में साधन संसाधन सबकुछ तैयार है। लेकिन स्टाफ की कमी से पिछले एक साल से बंद पड़ा हुआ है। असल में पिछले महीने जिला अस्पताल के आइसीयू की फाल सीलिंग गिर गई थी। जिसके कारण से आइसीयू को बंद करना पड़ा था। पिछले एक महीने में फाल सीलिंग का काम पूरा नहीं हो सका। जिसके कारण गंभीर मरीजों को आईसीयू में नहीं रख पा रहे हैं। जिला अस्पताल व सिविल अस्पताल हजीरा में आइसीयू बंद रहने से मरीजाें का भार जेएएच के आइसीयू पर पड़ रहा है। लेकिन स्वास्थ्य अधिकारी से लेकर प्रशासनिक अफसर इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। जबकि कायाकल्प की टीम 31 अक्टूबर को जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को देखने के लिए भिंड से आ रही है। उधर प्रसूतिगृह में तैयार पोस्ट आपरेटिव वार्ड और लिफ्ट चालू नहीं हो सकी। जबकि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालिका 15 दिन पूर्व चालू करने के निर्देश देकर गई थीं। जिला अस्पताल का उन्नयन का काम चल रहा है,जिसके कारण छत के रास्ते आइसीयू में पानी का रिसाव होने से फाल सीलिंग गिर गई थी। लेकिन जिला अस्पताल प्रबंधन आइसीयू की छत का काम पूरा एक महीने का वक्त् गुजरने पर नहीं करा सका,जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। हालांकि जिला अस्पताल के आरएमओ का कहना है कि पोस्ट आपरेटिव वार्ड तैयार हेा चुके जिसका उद्घाटन रविवार को होगा और लिफ्ट चालू कर दी जाएगी। लेकिन आइसीयू के मेंटीनेंस के लिए ठेकेदार को कई बार निर्देश जारी किए गए पर काम अबतक नहीं हुआ।