बाजार में बिक रहे नकली अंडे, खरीदते समय ऐसे करें असली और नकली की पहचान

-संडे हो या मंडे रोज खाएं अंडे, लेकिन साल्मोनेला इंफेक्शन से रहें सावधान
-बैक्टीरिया आंतों में सूजन, उल्टी, दर्द और जलन के लिए जिम्मेदार

भोपाल। ठंड बढ़ते ही राजधानी में अंडे की खपत बढ़ गई है। हर नुक्कड़ पर अंडे के ठेले नजर आ रहे हैं। अंडे में सबसे ज्यादा प्रोटीन होता है। यह आंखों, त्वचा, बालों को हेल्दी रखने में मदद करता है। इन तमाम कारणों से बूढ़े और जवान ठंडक की सीजन में अंडों का सेवन खूब करते हैं। बहुत सारे लोग इस तत्थ्य से अनजान हैं कि अंडों के अत्याधिक सेवन या फिर हाइजेनिक तरीके से इसे न खाने से कई बीमारियां हो सकती हैं। डॉक्टरों के अनुसार अंडे के पीले भाग यानी जर्दे को ज्यादा सेवन से साल्मोनेला इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में कई बार तो भर्ती करने की नौबत आ जाती है।

शहर में हर रोज बिकते हैं 25 लाख अंडे

शहर में नवंबर माह में रोजाना अंडे की खपत 100 टन के पार पहुंच जाती है। पिछले साल डिजिटल पेमेंट की ट्रेनिंग के पंजीयन में यह बात सामने आई थी। एक अनुमान से शहर में 30 हजार से अधिक अंडे के वेंडर हैं। इनसे रोजाना 25 लाख अंडे बेचे जाते हैं। इनका उत्पादन रोज 5 हजार से अधिक पोल्ट्री फार्म में होता है। शहर में 1500 चिकन की दुकानें हैं। इनमें प्रतिदिन 25 हजार से अधिक बर्ड बिकते हैं। इनमें से कौन असली अंडा बेच रहा और कौन नकली। इसकी पहचान जरूरी है।

ऐसे करें पहचान

जानकारों का कहना है कि अंडे को हाथ में लेकर हिलाने पर यदि अंडे से आवाज आती है तो वह नकली है। इसके अलावा असली अंडे का छिलके जलता नहीं बल्कि काला पड़ जाएगा। इसके विपरीत नकली अंडे का खोल आग के संपर्क में आते ही पिघलने लगता है। अगर आपको अंडों के छिलके उजले और अधिक चमकदार नजर आए तो समझ लें कि अंडे नकली हैं। क्योंकि असली अंडों पर ज्यादा चमक नहीं होती। अपनी अंगुली से अंडों को छुएं, अगर अंडे की ऊपरी परत स्मूद या समतल हो तो यह असली है। नकली अंडों की ऊपरी परत रूखी होती है।

अंडा खाते समय बरतें ये सावधानी

अंडे में साल्मोनेला बैक्टीरिया पाया जाता है। अंडे को हाइजेनिक तरीके से न खाने पर इस बैक्टीरिया से आंतों में सूजन, उल्टी और दर्द, जलन, ऐंठन जैसी कई समस्याएं भी हो सकती हैं। अंडे में प्रोटीन अधिक होता है, ऐसे में अधिक अंडा खाने से किडनी पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। अंडे में कोलेस्ट्रॉल होता है, ऐसे में दिल के रोगों के होने का रिस्क बढ़ सकता है। इसके साथ ही अंडे के साथ फूड कॉम्बिनेशन का ध्यान ने रखने पर सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। यदि किसी को पेट के रोग, अपच, गैस, मुंहासों की समस्या है, तो ये और भी अधिक बढ़ सकती है। शरीर में अधिक गर्मी बढऩे से दस्त भी हो सकता है।

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