इकबाल सिंह बैंस ही रहेंगे MP के चीफ सेक्रेटरी …!

रिटायरमेंट के दिन मिला 6 महीने का एक्सटेंशन; विधानसभा चुनाव से 6 महीने पहले तक रहेंगे …

मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव को लेकर चल रहे कयासों पर आज विराम लग गया। केंद्र सरकार ने मौजूदा मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को 6 महीने का एक्सटेंशन दे दिया है। अब बैंस 31 मई तक बतौर चीफ सेक्रेटरी (CS) सेवाएं देंगे।

CS के लिए बैंस के अलावा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर सेवाएं दे रहे अनुराग जैन और ACS हेल्थ एंड मेडिकल एजुकेशन मो. सुलेमान के नाम दौड़ में शामिल थे। दो दिन पहले मुख्यमंत्री खुद दिल्ली गए थे और CS के नाम को लेकर केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा की थी। आज बैंस के रिटायरमेंट वाले दिन (30 नवंबर) को उनका कार्यकाल 6 महीने बढ़ाने का आदेश जारी हो पाया। बता दें, मध्यप्रदेश में अगले साल नवंबर 2023 में विधानसभा चुनाव भी होना हैं। बैंस मई 2023 तक सीएस रहेंगे।

बैंस का एक्सटेंशन लेटर।

CM के गृह जिले सीहोर में हुई थी बैंस की पहली पोस्टिंग
पंजाब में 13 नवंबर 1962 को जन्मे इकबाल सिंह बैंस ने इलेक्ट्रॉनिक्स में प्रथम श्रेणी में ग्रेजुएशन किया है। भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन के बाद बैंस की पहली पोस्टिंग 21 जनवरी 1993 को सीहोर में हुई थी। वे वहां 9 अगस्त 1993 तक पदस्थ रहे थे। इसके बाद उन्हें गुना का कलेक्टर बनाया गया।

01 अगस्त 1996 को उन्हें भोपाल का कलेक्टर बनाया गया। भोपाल में उन्होंने विकास के साथ कानून व्यवस्था को दुरुस्त किया। इसके बाद 1 अगस्त 1999 से 1 जून 2000 तक चुनाव और लॉ एंड जस्टिस डिपार्टमेंट मध्यप्रदेश में जॉइंट चीफ इलेक्टोरल डायरेक्टर रहे।

इकबाल सिंह की सबसे बड़ी खासियत ये है कि वे अपने दायित्वों के प्रति सजग अधिकारी हैं। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को गंभीर और सख्त एडमिनिस्ट्रेटर माना जाता है। उन्होंने ही मध्यप्रदेश में लोक सेवा गारंटी कानून को लागू करवाया था। देश में पहली बार आनंद विभाग का गठन भी उनकी ही पहल पर हुआ था।

1985 बैच के IAS हैं बैंस
मध्यप्रदेश का मुख्य सचिव बनने से पहले इकबाल सिंह बैंस कई अहम पदों पर रहे हैं। कृषि, उद्यानिकी, ऊर्जा, विमानन, आबकारी आयुक्त , पंचायत एवं ग्रामीण विकास, संसदीय कार्य जैसे विभागों में काम कर चुके हैं। सीहोर, खंडवा, गुना और भोपाल के कलेक्टर भी रहे हैं। वे मुख्यमंत्री कार्यालय में सचिव, प्रमुख सचिव और अपर मुख्य सचिव रह चुके हैं।

जब वे जुलाई 2013 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर संयुक्त सचिव बनकर चले गए थे, तो उन्हें BJP सरकार बनने के बाद अगस्त 2014 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्र सरकार से विशेष आग्रह करके वापस बुलाया था। पहली बार मुख्य सचिव बनाए जाने से पहले इकबाल सिंह बैंस राजस्व मंडल ग्वालियर के अध्यक्ष थे। मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस 1985 बैच के IAS अफसर हैं।

भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन के बाद बैंस की पहली पोस्टिंग 21 जनवरी 1993 को सीहोर में हुई थी। वे वहां 9 अगस्त 1993 तक पदस्थ रहे थे। सीहोर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला है।

अगले साल होने हैं MP में चुनाव
मप्र में अगले साल चुनाव होने हैं। इकबाल सिंह वर्तमान में मुख्यमंत्री की घोषणाओं और बडे़ ड्रीम प्रोजेक्ट को बारीकी से समझते हैं। प्रदेश की राजनीतिक और प्रशासनिक परिस्थितियों से बैंस वाकिफ हैं। अगले 6 महीने में 2023 के विधानसभा चुनाव के लिहाज से कई योजनाओं और प्रोजेक्ट्स पर सरकार काम कर रही है। यदि कोई नया चेहरा CS बनता तो नए सिरे से प्रशासनिक जमावट और व्यवस्थाएं समझनी पड़तीं। लिहाजा, CM शिवराज ने अगले चुनाव की तैयारियों के हिसाब से इकबाल पर ही भरोसा जताया है। पहले यह माना जा रहा था कि बैंस का कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ाया जा रहा है, यदि ऐसा होता तो वे एक साल का एक्सटेंशन पाने वाले पहले मुख्य सचिव होते।

…तो आज होता रिटायरमेंट का दिन
केंद्र से एक्सटेंशन नहीं मिलता तो आज बैंस रिटायर हो जाते। उन्होंने बुधवार को प्रस्तावित सभी बैठकों को निरस्त कर दिया था। इसी बीच सामान्य प्रशासन विभाग (कार्मिक) का सभी IAS अधिकारियों को 24 नवंबर को जारी एक आदेश सामने आया था। इसमें लिखा है- बैंस 30 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं, इसलिए मप्र कैडर के सभी IAS अधिकारी अपनी परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट ऑनलाइन भर दें, ताकि मुख्य सचिव कामकाज की रैंकिंग करके अपने नंबर दे सकें।

GAD (कार्मिक) का लेटर
मप्र कैडर के IAS अधिकारियों की PR की रेटिंग मुख्य सचिव करते हैं। ताजा मामले में साल के अंत तक यानी 31 दिसंबर 2022 तक PR लिखी जानी थी। यह चालू वर्ष (2022-23) के आधार पर यानी 1 अप्रैल 2022 से 31 दिसंबर 2022 की होती है। इसके लिए आदेश भी दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में जारी होता है। इस बार 24 नवंबर को यह आदेश जीएडी (कार्मिक) की प्रमुख सचिव दीप्ति गौड़ मुकर्जी की ओर से सारे आईएएस अफसरों को जारी हुआ है। इसमें स्पष्ट लिखा गया है कि वर्तमान मुख्य सचिव रिटायर हो रहे हैं।

नाथ सरकार में हाशिए पर रहे, शिवराज लौटे तो छह अफसरों को सुपरसीड कर बने CS
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनी तो इकबाल सिंह बैंस को राजस्व मंडल ग्वालियर भेज दिया गया था, लेकिन मार्च 2020 में कमलनाथ सरकार गिरने के बाद जैसे ही शिवराज सिंह चौहान सीएम बने उन्होंने तत्कालीन मुख्य सचिव एम.गोपाल रेड्‌डी को हटाकर इकबाल सिंह बैंस को चीफ सेक्रेटरी बना दिया।

बैंस को मुख्य सचिव बनाने के लिए 1984 बैच के अधिकारी एपी श्रीवास्तव और पीसी मीना, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ जयदीप गोविंद, राधेश्याम जुलानिया, दीपक खांडेकर और 1985 बैच के अफसर प्रभांशु कमल को सुपर सीड किया गया था।

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