भोपाल में बैंक अकाउंट बेचने वाली गैंग का गुर्गा गिरफ्तार ..₹10 हजार में साइबर क्रिमिनल्स को बेच देते !

भोपाल में बैंक अकाउंट बेचने वाली गैंग का गुर्गा गिरफ्तार
झुग्गी बस्ती, मजदूरों के दस्तावेजों पर खाते खुलवाते; ₹10 हजार में साइबर क्रिमिनल्स को बेच देते

आरोपी आतिफ उत्तरप्रदेश के ललितपुर का रहने वाला है। 1 साल से भोपाल में रह रहा था। - Dainik Bhaskar

आरोपी आतिफ उत्तरप्रदेश के ललितपुर का रहने वाला है। 1 साल से भोपाल में रह रहा था।

भोपाल पुलिस ने साइबर क्रिमिनल्स को बैंक अकाउंट बेचने वाली गैंग के गुर्गे को पकड़ा है। आरोपी 10-10 हजार रुपए में खाते बेचा करते हैं। ये खाते गरीब-मजदूरों के दस्तावेजों पर खुलवाए जाते हैं।

बुधवार को पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी आतिफ खान (35) को कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगी। कोर्ट से उसे जमानत पर छोड़ दिया गया। आतिफ उत्तरप्रदेश के ललितपुर का रहने वाला है। उसकी गैंग का सरगना अजय शर्मा और सदस्य पंकज सेन फरार हैं। दोनों झांसी (उत्तरप्रदेश) के रहने वाले बताए जा रहे हैं।

दावा किया जा रहा है कि आरोपी आतिफ के पास से दो मोबाइल फोन, फर्जी तरीके से खोले गए खातों की बैंक किट, पासपोर्ट और दूसरे दस्तावेज बरामद किए गए हैं। हालांकि, उसे आसानी से जमानत मिलने पर पुलिस जांच पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।

अयोध्या नगर थाने के टीआई महेश लिल्लारे ने बताया, ‘आरोपी आतिफ साइबर ठग गिरोह और फर्जी तरीके से करंसी एक्सचेंज करने वाली गैंग का जालसाज है। पूछताछ में उसने बताया कि 1 साल से वह भोपाल के कोलार इलाके में किराए से रह रहा है। स्लम एरिया में रह रहे लोगों को कम ब्याज दर पर लोन दिलाने का झांसा देकर उनके दस्तावेज लेता था। इसके बाद फेडरल बैंक एमपी नगर में उनके नाम के खाते खुलवाकर बेच देता था। पुलिस ने उसके पास से फर्जी तरीके से खुलवाए गए चार बैंक अकाउंट की पासबुक, फर्जी सिम, पासपोर्ट की कॉपी जब्त की है।’

अजय शर्मा (लेफ्ट) इस गैंग का सरगना बताया जा रहा है। पंकज सेन (राइट) इसी गैंग का सदस्य है। वह भी आतिफ की तरह ही अजय के लिए काम करता है।
अजय शर्मा (लेफ्ट) इस गैंग का सरगना बताया जा रहा है। पंकज सेन (राइट) इसी गैंग का सदस्य है। वह भी आतिफ की तरह ही अजय के लिए काम करता है।

ज्यादातर मजदूर होते थे टारगेट

आरोपी आतिफ, अजय के कहने पर भोपाल आया था। अजय ने उससे कहा था कि स्लम एरिया, रेन बसेरा और मजदूर के पीठे (जहां मजदूर जमा होते हैं) में पेंठ बना ले। उनके दस्तावेज कम दर में लोन दिलाने का झांसा देकर हासिल करो।

आरोपी ऐसा ही कर रहा था। वह मजदूरों को झांसा देता था कि उनके दस्तावेज पर अकाउंट खुलवाएगा, इस अकाउंट का इस्तेमाल करने के बदले में पांच हजार रुपए महीना उन्हें दिया जाएगा। काम खत्म होने पर बैंक अकाउंट संबंधी सभी दस्तावेजों को लौटा दिया जाएगा।

मीनाल पर मजदूरों को फंसा रहा था, पकड़ा गया

आरोपी बीते कई दिनों से शहर के मीनाल गेट नंबर दो के पास स्थित पीठे पर आता था। यहां वह मजदूरों को अपनी बातों में फांस रहा था। दो मजदूर उसके बहकावे में आकर अकाउंट खुलवाने के लिए राजी भी हो गए। दोनों ने अपने दस्तावेज आरोपी को सौंप दिए थे। मुखबिर की सूचना पर मंगलवार को पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि आरोपी पूर्व में फर्जी तरीके से खाते खुलवाकर कितने खाते बेच चुका है, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *