जॉब के साथ कॉम्पिटिशन की तैयारी …!

जॉब के साथ कॉम्पिटिशन की तैयारी के 8 पावर टिप्स:जॉब वो चुनें जो तैयारी में मदद दे…मल्टीटास्किंग से समय बचाएं

अपना जमाना आप बनाते हैं अहल-ए-दिल, हम वो नहीं कि जिन को जमाना बना गया

क्या आप जानते हैं दुनिया के असली सुपरमैन और सुपरवुमेन कौन हैं?

जी हां, ये वो लोग है जो, जॉब के साथ किसी भी तरह की पढ़ाई करते हैं। यह एक बहुत ही मुश्किल काम है, इसे हर कोई मैनेज नहीं कर सकता।

क्या आप भी इस स्थिति में हैं? यदि हां, तो आज का करिअर फंडा आपके लिए है!

क्यों दो बड़े काम एक साथ

जॉब के साथ पढ़ाई क्यों करनी पड़ती है? दो कारण हैं – (1) पहला, फायनेंशियल और (2) दूसरा वर्तमान जॉब से सैटिस्फाइड नहीं होना।

यदि आप वर्तमान में जिस कार्य में हैं उसे पसंद करते हैं, तो फिर शायद आप कॉम्पिटिटिव एग्जाम्स की तैयारी करने की नहीं सोचते, क्योंकि आपको भविष्य सुरक्षित और प्रसन्न नजर आता है। हां, आप अपने ही क्षेत्र में प्रमोशन के लिए आगे एजुकेशन ले सकते हैं, लेकिन वह कॉम्पिटिटिव एग्जाम्स की तैयारी जितना थकाने वाला नहीं होता, क्योंकि वह आपके क्षेत्र का ही विषय होता है।

आइए देखते हैं इस कठिन बैलेंस को मैनेज करते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

बैलेंस करने के 8 पावर टिप्स

1) तालमेल (Coordination)

अध्ययन और जॉब के क्षेत्र में तालमेल बैठाना ही मूल मंत्र है।

A. यानी ऐसे क्षेत्र में कार्य करके धन कमाने की कोशिश करें, जिससे आपको कॉम्पिटिटिव एग्जाम्स की तैयारी में मदद मिलती हो।

B. उदाहरण के लिए, यदि आप SSC की तैयारी कर रहे हैं और साथ में मैथ्स पढ़ते हैं, तो मैथ्स की टीचिंग SSC की तैयारी में उपयोगी साबित होगी। या फिर यदि आप सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे हैं, तो विभिन्न कोचिंग क्लासेज में उससे सम्बंधित कंटेंट डेवलपमेंट, ब्लॉग राइटिंग, नोट्स प्रिपरेशन से आपकी तैयारी में फायदा मिलेगा और इनकम भी हो जाएगी।

2) स्पष्टता (Clarity)

भारत में प्राइवेट जॉब्स निर्धारित समय से ज्यादा घंटे काम करवाने के लिए कुख्यात हैं।

A. ऐसे में यदि वह कार्य आपके लॉन्ग टर्म प्लानिंग का हिस्सा नहीं हैं, तो बेहतर है कि अपने एम्प्लायर को स्पष्ट बताएं कि आप कितने घंटे (4, 6 या 8) कार्य को दे सकते हैं।

B. ऐसा स्पष्ट कर देने से एम्प्लायर को भी आपको कौन सी जिम्मेदारी देनी है उसका चयन करने में आसानी होती है।

3) समय योजना (Time Planning)

क्योंकि आप जॉब के साथ परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, इसलिए यह मान कर चलें कि आपके पास बाकी कैंडिडेट्स की तुलना में प्रिपरेशन के लिए कम समय है। आपके लिए प्लानिंग बहुत जरूरी है।

A. सबसे पहले जितना अधिक टाइम आप गेन कर पाएंगे उतना अच्छा, इसलिए तैयारी जल्दी शुरू कीजिए। यानी यदि दूसरे कैंडिडेट्स उस एग्जाम की तैयारी के लिए 8 महीने देते हैं तो आप इसकी तैयारी 16 महीने या 12 महीने पहले शुरू करें।

B. सिलेबस और पिछले सालों के प्रश्न-पत्रों का अच्छे से अध्ययन कर पूरे सिलेबस को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटें और उसका साप्ताहिक टाइम-टेबल बनाएं। डायरी रखें, टू-डू लिस्ट बनाएं।

4) सीमाओं से अवगत रहें (Know your limits)

अपनी क्षमताओं को पहचान कर ही कोई काम करें।

A. कम्फर्ट जोन को तोड़ना अच्छी बात हैं, लेकिन दुस्साहस न करें।

B. कहने का अर्थ है उतना ही लोड लें जिससे आपकी मेन्टल और फिजिकल हेल्थ पर फर्क ना पड़े।

C. अपनी सीमाओं को समझें और उनका सम्मान करें, और सुनिश्चित करें कि आप जितना चाहते हैं उससे अधिक तनाव न लें। बीमार पड़ जाने पर नुकसान कहीं ज्यादा होगा।

5) समय का इंटेलिजेंटली उपयोग करें (Use time intelligently)

समय को व्यर्थ करने वाली वस्तुओं जैसे, टीवी, फेसबुक, दोस्तों के साथ मटरगश्ती इत्यादि से बचें।

A. साथ ही समय बचाने के इनोवेटिव तरीके ढूंढें जैसे अखबार को 20-25 मिनट टॉयलेट में पढ़ा जा सकता है।

B. और घर से काम पर जाने के बीच का समय चीजों को मन-ही-मन दोहराने के लिए बिल्कुल सही होता है।

C. सोचते रहें कि ऐसे कौन-कौन से दो काम एक साथ किए जा सकते हैं जैसे कोई मैकेनिकल काम यानी वाशिंग मशीन चलाते-चलाते ऑडियो बुक सुनना इत्यादि। वीकेंड और अन्य अवकाशों का भरपूर फायदा उठाएं।

6) वैकल्पिक तरीकों पर काम करें (Find options)

यह देखें कि क्या फुलटाइम कार्य ही आवश्यक है, क्या इसके बदले पार्ट-टाइम या वीकेंड कार्य से आपकी फायनेंशियल समस्या हल हो सकती हैं। यदि आप कोई ऐसा विकल्प ढूंढ पाते हैं तो इससे आप को परीक्षा की तैयारी के लिए अधिक समय मिल जाएगा।

7) पर्याप्त आराम करें, स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें (Health is Wealth)

शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से स्वस्थ रहना महत्वपूर्ण है! कम से कम 7 से 8 घंटे सोएं। इससे आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होगा, आपकी याददाश्त को लाभ पहुंचेगा और तनाव से बेहतर तरीके से निपटने में मदद मिलेगी इसके अलावा, अपनी ऊर्जा को बनाए रखने के लिए पूरे दिन पौष्टिक भोजन का सेवन अवश्य करें। 15-20 मिनट योग या हल्का व्यायाम करना भी उपयोगी होता है।

8) तकनीक का लाभ उठाएं (Use technology to the fullest)

क्लास नोट्स जरूरी हैं। हर एक शब्द को लिखने से बचें। शब्दों और वाक्यांशों को संक्षिप्त करने का अपना तरीका खोजें। एक वॉयस रिकॉर्डर खरीदें, आप क्लास की वॉयस रिकॉर्डिंग कर के उसे बाद में कभी-भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

उम्मीद करता हूं मेरे सुझाए उपाय आपको इस जॉब के साथ पढ़ाई मैनेज करने में मदद करेंगे।

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