ग्वालियर.। शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए 52 करोड़ रुपए की लागत से लगाए गए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) की टाइमिंग एक बार फिर से पटरी से उतर गई है। टाइमिंग की गड़बड़ी के कारण वाहन चालक भ्रम का शिकार हो रहे हैं। इसके चलते इस सिस्टम का संचालन करने वाली कंपनी ने चौराहों पर मेंटेनेंस का काम शुरू किया है, ताकि इस समस्या को दूर किया जा सके।

शहर की सबसे बड़ी समस्या खस्ताहाल यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए आइटीएमएस तैयार किया गया, लेकिन इस सिस्टम के कारण अब वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते व्यवस्थित यातायात और जाम से मुक्ति के प्रयास फिर फेल हो रहे हैं। मुख्य चौराहों पर ट्रैफिक लाइटों की टाइमिंग सेट न होने से वाहन चालकों के बीच भ्रम पैदा होता है। शहर के नदी गेट चौराहे पर आइटीएमएस को लागू किया गया है। साथ ही ट्रैफिक लाइटों को यातायात के अनुसार सेट किया गया था, जिससे इन चौराहों पर वाहन सवार आटोमेटिक सिग्नल सिस्टम का पालन कर ई-चालान से बच सकें, लेकिन रखरखाव के अभाव में लाइटिंग सिस्टम में दिक्कत हो गई और सुबह 11 बजे के बाद यातायात अव्यवस्थित हो जाता है। अब आइटीएमएस का संचालन करने वाली कंपनी ने शहर के 29 जंक्शनों पर रखरखाव का काम शुरू किया है। इसके तहत सिग्नलों की टाइमिंग को सुधारा जा रहा है। इसके अलावा कैमरों की फोकसिंग पर भी ध्यान दिया जा रहा है, ताकि उसमें वाहन की नंबर प्लेट आदि साफ नजर आ सके। मंगलवार को अमले ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया चौराहे पर फोकसिंग और सिग्नलों को सुधारने का काम किया। अब एक-एक कर प्रत्येक जंक्शन पर यह काम कराया जाएगा। अगले एक माह के अंदर इस पूरे सिस्टम को फिर से अपडेट कर दिया जाएगा, ताकि वाहन चालकों की समस्या को दूर कराया जा सके।