सत्ता में वापसी करने पुराने वचन याद दिला रहे कमलनाथ:BJP का पलटवार- 15 महीने की सरकार में क्या किया? अब झूठे वचन दे रहे
गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव होने के बाद मप्र में भी चुनावी सरगर्मी तेज है। सत्ता में वापसी के लिए मप्र कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही पुराने वचनों को याद दिला रहे हैं। बीते तीन दिनों से कमलनाथ लगातार ट्वीट कर 2018 के विधानसभा चुनाव में दिए गए वचनों को ट्वीट कर रहे हैं।
बात इन्हीं ट्वीट की…
12 दिसंबर: पुलिस को वीकली ऑफ
पूर्व सीएम कमलनाथ ने आज सुबह ट्वीट कर पुलिस विभाग को साप्ताहिक अवकाश का वचन याद करते हुए ट्वीट करते हुए लिखा- शिवराज सरकार द्वारा बंद की गई पुलिस की साप्ताहिक अवकाश योजना को मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही फिर बहाल किया जाएगा।
11 दिसंबर: पुरानी पेंशन का वचन
मप्र सहित देश भर के कर्मचारी को पुरानी पेंशन देने की मांग की जा रही है। छत्तीसगढ़, झारखंड, राजस्थान जैसे गैर भाजपा शासित राज्यों ने पुरानी पेंशन लागू करने का ऐलान कर दिया है। मप्र में भी कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के बयान को भी कर्मचारी मुद्दा बना रहे हैं। इसमें जयराम ठाकुर ने पुरानी पेंशन की मांग रहे कर्मचारियों को मैदान में आकर चुनाव लड़ने की चुनौती दे दी थी। हिमाचल प्रदेश में बीजेपी को मिली हार के बाद अब कर्मचारी सीएम ठाकुर के उस बयान को शेयर कर रहे हैं। एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी पुरानी पेंशन का दांव चला है। नाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा- शिवराज सरकार द्वारा बंद की गई सरकारी कर्मचारियों की पेंशन को मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही फिर बहाल किया जाएगा।
10 दिसंबर: कर्जमाफी का वचन दिया
2018 के विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस ने मप्र में किसानों की कर्जमाफी करने का वचन दिया था। कांग्रेस की सरकार बनने और गिरने के बाद बीजेपी और कांग्रेस में किसान कर्जमाफी को लेकर बयानबाजी चलती रहती है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने दो दिन पहले फिर ट्वीट कर कर्जमाफी का दांव छेड़ दिया। नाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा- शिवराज सरकार द्वारा बंद की गई किसान कर्ज माफी की योजना मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही फिर शुरू की जाएगी।
मंत्री सारंग बोले- चुनाव आ रहे तो झूठे वचन देकर गुमराह कर रहे कमलनाथ
पीसीसी चीफ द्वारा किए जा रहे ट्वीट पर मप्र सरकार के मंत्री विश्वास सारंग ने कहा – कांग्रेस का वचन पत्र झूठ का पुलिंदा था। भोली भाली जनता से वोट ले लिए, लेकिन वचन पत्र का क्या हुआ। एक भी किसान का दो लाख का कर्जा माफ नहीं हुआ। मैं कमलनाथ को चुनौती देता हूं कि एक किसान का नाम बता दें, जिसका कर्जा माफ हुआ हो। एक युवा का नाम बता दें, जिसे बेरोजगारी भत्ता दिया हो। गरीब के घर में खुशहाली लाने वाली संबल योजना उन्होंने बंद कर दी थी। 15 महीने कांग्रेस की सरकार में सिर्फ भ्रष्टाचार हुआ था। फिर चुनाव आ गए तो कमलनाथ लॉलीपॉप देकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। कमलनाथ की सरकार के 15 महीनों का काला राज जनता ने देखा है। उस 15 महीने की सरकार में कमलनाथ ने सिर्फ एक उपलब्धि थी आईफा अवार्ड, जिसमें वे सलमान खान के साथ जाम से जाम टकरा रहे थे।
सीएम ने राहुल के बयान पर पूछा कि 10 दिन में कर्जा माफ क्यों नहीं हुआ?
कमलनाथ द्वारा कर्जमाफी की घोषणा को लेकर किए गए ट्वीट पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी का बयान जारी करते हुए पूछा- राहुल गांधी ने वादा किया था कि, 10 दिन में कर्ज माफ, जब सवा साल मौका दिया उसमें नहीं कर पाए। अब फिर यह कहने आ गए हम कर देंगे। काठ की हांडी एक बार चढ़ती है बार बार नहीं, जनता उनका सच जानती है।