कंपनी प्रबंधन पर वेतन नहीं देने का आरोप, फैक्टरी गेट पर किया प्रदर्शन

मालनपुर में केमोसिस बेवरेज फूड्स लिमिटेड के मजदूर कर रहे हैं मांग …

मालनपुर. औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर में मजदूरी न मिलने से नाराज वर्करों ने फैक्टरी प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यूनियन के लोगों ने कंपनी गेट पर प्रदर्शन कर चेतावनी दी है कि वेतन नहीं दिया गया तो धरना देकर भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे। मामले को लेकर कंपनी के अधिकारी गोलमोल जवाब देते नजर आ रहे हैं।

आंदोलन का नेतृत्व कर रहे श्रमिक राजाराम जाटव ने बताया हम मजदूर लोग केमोसिस बेवरेज फूड्स प्राइवेट लिमिटेड मालनपुर में 8 वर्ष से काम कर रहे हैं जहां कभी भी शासन के नियमानुसार वेतन समय पर नहीं दिया गया। वेतन को लेकर श्रम पदाधिकारी को आवेदन दिया। जिसके पश्चात फैक्ट्री प्रबंधक सुधा भटनागर ने 15 दिसंबर को भुगतान करने का आश्वासन दिया था। कंपनी प्रबंधन ने 19 , 20 दिसंबर को फिर से समय दिया, लेकिन अभी तक मजदूरों को उनकी मजदूरी नहीं दी है।

तारीख पर तारीख देकर मजदूरों को गुमराह किया जा रहा है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है।

मजबूरी में कर रहे प्रदर्शन

यूनियन के लोगों ने वेतन न मिलने के कारण कारखाना गेट पर प्रदर्शन किया। गेट पर धरना देने की सूचना थाना प्रभारी विनोद विनायक करकरे को दी जाएगी। इतना ही नहीं मामले को लेकर श्रम पदाधिकारी मालनपुर को भी अवगत कराया गया है। मजदूरों का आरोप है कि प्रबंधक के कानों में जूं तक नहीं रेंगी है। उद्योग क्षेत्र में गरीब मजदूरों का खुलेआम शोषण देखने को मिल रहा है। इस बढ़ती महंगाई पर भी प्रबंधक को श्रमिकों पर तरस नहीं आता है। मजदूर अपने परिवार के भरण पोषण के लिए सुबह घर से निकलता है।

लेकिन उद्योगपतियों द्वारा एवं ठेकेदारों के द्वारा पीएफ व ईएसआई का लाभ मिलना तो दूर अब तो इनकी मेहनत व मजदूरी का पैसा भी समय पर नहीं दिया जाता है।

दो दर्जन मजदूरों का भुगतान रुका

कंपनी में ठेका पद्धति से काम करने वाले दो दर्जन मजदूरों का वेतन रुका है। फैक्ट्री में पानी पाउच, पानी की बोटल भरने का काम किया जाता है। इस तरह इस उद्योग क्षेत्र में श्रमिकों के साथ खुलेआम श्रम कानूनों का उल्लंघन प्रबंधक कर रहे हैं। परंतु कोई वरिष्ठ अधिकारी गरीब मजदूरों की सुनने वाला नहीं है। मजदूरों की लड़ाई लड़ने वाली सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन सीटू ने मोर्चा संभाला है। देखना है कब तक श्रमिकों का वेतन दिया जाता है। गेट पर नारेबाजी करने वालों में हरगोविंद जाटव, वीरेंद्र सिंह कुशवाहा, श्रीलाल माहोर, रामगोपाल बाल्मीक, राजाराम जाटव, रामगोपाल जाटव, दीपक कुमार, शाहरुख खान, सोनू सगर, सूरज शिवचरण, राम अवतार आदि थे।

जिन मजदूरों का वेतन नहीं दिया गया है उन्हें शीघ्र कंपनी प्रबंधन से वेतन दिलवाया जाएगा। साथ ही मजदूरों को भी आंदोलन न करने की समझाइस दी है।

अशोक पाठक, लेबर इंस्पेक्टर, मालनपुर

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