विदेश में सेंड स्टोन की मांग, हजार करोड़ से अधिक का हर वर्ष होता व्यापार
विदेश में सेंड स्टोन की मांग, हजार करोड़ से अधिक का हर वर्ष होता व्यापार
ग्वालियर के पत्थर की दुनियाभर में मांग है। यूरोप के 27 देश के अलावा साउदी अरब, जपान,आस्ट्रेलिया व इंग्लेंड तक ग्वालियर का पत्थर हर सालजाताहै।
ग्वालियर. । ग्वालियर के पत्थर की दुनियाभर में मांग है। यूरोप के 27 देश के अलावा साउदी अरब, जपान,आस्ट्रेलिया व इंग्लेंड तक ग्वालियर का पत्थर हर साल पहुंचाया जाता है। इन देशों से हजार करोड़. से अधिक का व्यापार प्रतिवर्ष होता है। ग्वालियर में बलुआ पत्थर(सेंड स्टोन) पाया जाता है। जिस तरह का पत्थर ग्वालियर में पाया जाता है उस तरह का पत्थर दुनिया के किसी हिस्से में नहीं मिलता। इसलिए इस पत्थर की मांग सर्वाधिक है। विदेशों में बलुआ पत्थर को अधिक पसंद किया जा रहा है। बलुआ पत्थर ग्वालियर का गौरव को दर्शाता है। अटलजी के जन्म दिवस पर ग्वालियर के गौरव के नाम से पहचान रखने वाले बलुआ पत्थर प्राकृतिक रुप से समतल पाया जाता है। इसलिए इसका उपयोग सर्वाधिक इमारतों को बनाने में किया जाता है।
प्राकृतिक रुप से समतल –
घाटीगांव,मुरैना , शिवपुरी में बलुआ पत्थर पाया जाता है। इसके अलावा गंजबासौदा, कोटा व सागर में भी बलुआ पत्थर मिलता है। लेकिन विदेश में सर्वाधिक मांग ग्वालियर के पत्थर की है ।उसका कारण है कि ग्वालियर व उसके आसपास मिलने वाला बलुआ पत्थर प्राकृतिक रुप से समतल होने के साथ उसकी मोटाई भी लगभग सामान्य होती है। जिससे इसकी सुन्दरता और मांग बढ़ती है।
इन रंगों में मिलता पत्थर-
इलाची(टिंटमिंट)
हल्का पीला
सिल्क
तेजर्ट(जनेऊ आकार का)
50 से 70 रुपए फीट-
इलाची रंग के पत्थर की मांग अधिक है। इसलिए इसकी कीमत भी अन्य रंग से अधिक रहती है। व्यापारी बताते हैं कि इलाची रंग के 22 एमएम का पत्थर की कीमत 50 से 70 रुपये फीट होती है। बाकी के रंग इससे सस्ते दाम पर जाते हैं। पत्थर को विदेश पहुंचाने के लिए सड़क और रेल मार्ग है। मुंबई बंदरगाह तक पहुंचाने के लिए मालनपुर तक पत्थर सड़क मार्ग से पहुंचाते हैं और फिर यहां से कंटेनर के माध्यम से पत्थर मुंबई बंदरगाह पर पहुंचा दिया जाता है। जबकि गुजरात के मूंदड़ा और कोंडला बंदरगाह तक सड़क मार्ग से ही पत्थर पहुंचाया जाता है। जिसके बाद पानी के जहाज से विदेश की धरती तक पत्थर पहुंच जाता है।
इनका कहना है-
सेंड स्टोन की मांग यूरोप से लेकर साउदी अरब तक है। महंगे दाम पर यह बिकता है। जाे पत्थर ग्वालियर में मिलता है वह देश के किसी हिस्से में नहीं मिलता। इसलिए सर्वाधिक मांग ग्वालियर के पत्थर रहती है। सड़क मार्ग से बंदरगाह तक पहुंचाते, वहां से जल मार्ग से विदेश तक पहुंचता है।
अध्यक्ष इंडस्ट्री एसोसिएशन स्टोन पार्क