ग्वालियर : स्मार्ट सिटी की लचर कार्यप्रणाली का खामियाजा …?
सड़कों के लिए मिलेंगे 60 करोड़ फिर भी लश्कर का नहीं हो पाएगा कायाकल्प …
प्रदेशभर की सड़कों को गुणवत्तायुक्त बनाने के लिए शुरू की गई कायाकल्प योजना में शहर के लिए लगभग 60 करोड़ रुपए मिलेंगे, लेकिन इस योजना का लाभ भी शहर के प्रमुख बाजारों को नहीं मिल पाएगा। स्मार्ट रोड योजना में शामिल महाराज बाड़ा सहित लोहिया बाजार, दाल बाजार, सराफा बाजार, दौलतगंज, नई सड़क व फालका बाजार आदि की सड़कों को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा। कायाकल्प योजना की शर्त है कि जो सड़कें किसी और योजना में शामिल हैं, उन्हें इस योजना में शामिल न किया जाए।
चुनाव से पहले शहरों को चमकाने की इस योजना में शहर के हृदय स्थल और उसके आस-पास के बाजार फिर रह जाएंगे। इससे पहले नगर निगम ने चारों विधानसभाओं में सड़क निर्माण के लिए 80 करोड़ रुपए की मास्टर फाइल तैयार की थी, लेकिन उसमें भी ये सड़कें शामिल नहीं हो पाईं।
दरअसल, स्मार्ट सिटी ने स्मार्ट रोड में लगभग 15.62 किलाेमीटर सड़क निर्माण के लिए 300 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया था। इस प्रोजेक्ट के लिए 18 महीने का समय तय किया गया था, लेकिन पूरी अवधि निकलने के बाद अब तक सिर्फ 2 किलोमीटर रोड का काम ही पूरा हो पाया है।
स्मार्ट रोड प्रोजेक्ट में शामिल लश्कर के सभी प्रमुख बाजार
लश्कर क्षेत्र में करीब 300 करोड़ रुपए की लागत से 15.62 किलोमीटर लंबी स्मार्ट रोड बनना है। यह सड़क महलगेट से कटोराताल, मांढरे की माता चौराहा, एसएएफ रोड, महाराज बाड़ा, सराफा बाजार, राममंदिर रोड हुए अचलेश्वर तिराहे तक बननी है। इस प्रोजेक्ट में स्मार्ट रोड के अलावा महाराज बाड़े पर मल्टीलेवल पार्किंग, पैडस्ट्रियल जोन भी बन रहा है।
गुणवत्ता कमजोर हुई तो नहीं किया जाएगा भुगतान
कायाकल्प योजना में प्रस्तावित सड़कों की गुणवत्ता पर सरकार विशेष ध्यान देगी। इसके लिए जिला, संभाग और प्रदेश स्तर पर मॉनीटरिंग की व्यवस्था की गई है। सड़क निर्माण कार्य यदि अमानक पाया गया तो पूरे काम को अमान्य मानकर भुगतान नहीं किया जाएगा। गुणवत्ता बनाए रखने की जिम्मेदारी प्रभारी इंजीनियर की रहेगी।
नगर निगम पेचवर्क करा रहा है
महाराज बाड़ा और उसके आस-पास के बाजारों की सड़कों पर पेचवर्क आदि का कार्य नगर निगम करा रहा है। जिन सड़कों का कायाकल्प होना है, इसके निर्देश इंजीनियरों को दे दिए हैं।
-किशोर कन्याल, निगमायुक्त, ग्वालियर