ग्वालियर : किले का मास्टर प्लान …!

किले का मास्टर प्लान:किले पर बने ओपन एयर थियेटर और उम्दा रेस्त्रां-कैफे, रोप-वे के साथ मिले ऊंट-घाेड़ों की सवारी, लोकल आर्ट का हो प्रमोशन
  • ग्वालियर किले पर पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए विशेषज्ञों से बात कर तैयार किया विजन डॉक्यूमेंट

1700 साल से भी ज्यादा समय की ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी ग्वालियर किला देश-विदेश में एक खास पहचान रखता है। यहां तमाम महत्वपूर्ण स्थान होने के बाद भी पर्यटक नहीं आ रहे हैं। इस अनदेखी और बदहाली से इतिहासकार और शहरवासी दुखी हैं।

उनकी इस पीड़ा को समझते हुए दैनिक भास्कर ने पुरातत्व और पर्यटन से जुड़े विशेषज्ञों से बात कर किले पर पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए मास्टर प्लान तैयार कराया। विशेषज्ञों का कहना है कि किले पर पर्यटकों के मनोरंजन के लिए ओपन एयर थियेटर और खान-पान के लिए उम्दा रेस्त्रां-कैफे की व्यवस्था की जाये।

इसके साथ ही लोकल आर्ट का प्रमोशन भी हाेना चाहिए। उरवाई गेट और उपनगर ग्वालियर वाले पुराने गेट से किले पर जाने के मार्ग को सुगम बनाएं। वाहनों को प्रतिबंधित कर रोप-वे से कराया जाये आवागमन और ऊंट-घोड़ों की सवारी की भी व्यवस्था हो।

  1. रोप-वे: फूलबाग से किले तक रोप-वे का काम शीघ्रता से पूरा होना चाहिए। इससे पर्यटक किले की ओर जाने वाले रास्तों पर ट्रैफिक जाम में नहीं फसेंगे।
  2. सांस्कृतिक कार्यक्रम: किले पर ओपन एयर थियेटर को व्यवस्थित किया जाए। इसमें ऐसे कार्यक्रम हों जिनमें ग्वालियर अंचल की संस्कृति की झलक दिखाई दे।
  3. मनोरंजन: मनोरंजन के लिए दोनों प्रवेश द्वारों पर घोड़े तथा ऊंट की सवारी सहित बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले आदि की व्यवस्था होना जरूरी है।
  4. गार्डन: दुर्ग पर साफ-सफाई की व्यवस्था अच्छी हो। यहां फूलों के पौधों के आकर्षक गार्डन विकसित करें जो पर्यटकों के घूमने व फोटोग्राफी के काम आ सकें।
  5. सुविधाएं: साफ और सुंदर टॉयलेट, पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था के साथ खान-पान के लिए उम्दा रेस्त्रां-कैफे बनें जो पर्यटकों की जरूरतों को पूरा कर सकें।
  6. पार्किंग: किले पर वाहन प्रतिबंधित होने चाहिए। लेकिन एक निर्धारित दूरी पर वाहनों के लिए व्यवस्थित पार्किंग हो, जहां पर्यटक वाहन खड़ा कर किले पर घूम सकें।
  7. पार्किंग: किले पर वाहन प्रतिबंधित होने चाहिए। लेकिन एक निर्धारित दूरी पर वाहनों के लिए व्यवस्थित पार्किंग हो, जहां पर्यटक वाहन खड़ा कर किले पर घूम सकें।
  8. एक्सपर्ट गाइड: एक्सपर्ट गाइड हो चाहिए जो ग्वालियर का इतिहास रोचक कहानी के रूप में सुना सकें। अभी बेरोजगार युवक गाइड के रूप में काम कर रहे हैं।

विशेषज्ञ बोले- निर्बाध ट्रैफिक, सुविधाओं का विस्तार जरूरी

किले पर वाहनों का जाना प्रतिबंधित होना चाहिए
मैं तीन महीने पहले किले पर गया था। वहां देखा कि चढ़ाई के दौरान वाहनों से काफी धुआं निकलता है। जो जैन धर्म की मूर्तियों के लिए ठीक नहीं है। किले पर वाहनों का जाना प्रतिबंधित कर रोप-वे सुविधा शुरू करें तथा छात्रों में ऐतिहासिक धरोहरों के प्रति ज्यादा रुचि बढ़ाने के प्रयास भी होना चाहिए।

-पद्मश्री केके मोहम्मद, सेवानिवृत्त डायरेक्टर एएसआई

एलीवेटेड रोड बनने के बाद उभरेंगे पर्यटन स्थल
शहर में एलीवेटेड रोड बनने से एक बार फिर से पर्यटन स्थल उभरकर लोगों के सामने आएंगे। हमें उरवाई गेट के साथ पुराने किलागेट के रास्ते को भी पर्यटकों के हिसाब से विकसित करना होगा। यहां से ऊपर जाने पर जो इमारतें हैं, उनके दरवाजों से लेकर पत्थरों तक ऐतिहासिक तथ्य बिखरे हैं। -आलोक शर्मा, डायरेक्ट, आईआईटीटीएम

शहर में प्रवेश से ही दिखे इतिहास की झलक
ग्वालियर का इतिहास बहुत समृद्ध है और पूरे शहर में स्मारक स्थित हैं। हम सबसे पहले अपने ऐतिहासिक स्मारकों को सुरक्षित रखें ताकि शहर में प्रवेश करने के साथ ही पर्यटक का मानस बने। इसके साथ ही पुराने किलागेट की तरफ पर्यटकों के लिए घोड़े व ऊंट की सवारी का इंतजाम हो। बच्चों के मनोरंजन के साधन भी विकसित किए जाएं। निश्चित रूप से पर्यटन विकसित होगा, जिसका लाभ प्रत्येक वर्ग को मिलेगा।
-रमाकांत चतुर्वेदी, पुरातत्वविद्

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