इंदौर इंदौर के मांगलिया क्षेत्र के ज्ञानशीला कालोनी में संचालित हो रहे किंडर गार्डन स्कूल की मान्यता इस सत्र में बहाल नहीं हो पाई। बीआरसी की अनुशंसा नहीं होने से मान्यता खत्म हो गई। इसके बाद भी स्कूल बंद नहीं किया गया। इससे स्कूल में पढ़ने वाले 120 बच्चों के सामने परीक्षा देने का संकट खड़ा हो गया।

प्रशासनिक संकुल में होने वाली जनसुनवाई में मंगलवार को स्कूल संचालक मीना बारके और कई पालक पहुंचे। मीना बारके ने बताया कि स्कूल 2014 में खुला था। सात साल से स्कूल को लगातार मान्यता मिलती आ रही है। लेकिन शिक्षा सत्र 2022-23 में बीआरसी की अनुशंसा नहीं होने से मान्यता अटक गई। इससे बच्चों के सामने परीक्षा देने का संकट गहरा गया है। स्कूल में करीब 21 बच्चे कक्षा पांचवीं में पढ़ाई कर रहे हैं। इस वर्ष पांचवीं की परीक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित की जाएगी। ऐसे में यह बच्चे परीक्षा नहीं दे पाएंगे।

उत्तरपुस्तिका में अलग-अलग नंबर

माता जीजाबाई शासकीय कन्या स्नातक महाविद्यालय की छात्राएं पूरक परीक्षा में कम अंक की शिकायत लेकर पहुंचीं। छात्राओं का कहना था कि पूरक परीक्षा के बाद भी सभी छात्राओं के परिणाम में कोई बदलाव नहीं आया। कई छात्राओं को पूरक परीक्षा में शून्य से लेकर दो अंक तक दिए गए। इतना ही नहीं कई छात्राओं को परीक्षा देने के बाद भी अनुपस्थित दर्शाया गया। छात्राओं ने उत्तरपुस्तिका चेक की तो पाया कि कई छात्राओं को नंबर ही नहीं दिए गए। छात्राओं का कहना था कि उत्तर पुस्तिका के पहले पन्ने पर अंक अलग है और मार्कशीट में अंक अलग दर्ज किए गए हैं।

फीस भरने के लिए मिलेगी मदद

मंगलवार को जनसुनवाई में आयुषी नागर ने कलेक्टर से कालेज की फीस के लिए सहायता की मांग की। आयुषी ने बताया कि पिता का देहांत हो चुका है। वह अपने बड़े पापा के साथ रहती है। लेकिन विगत दिनों अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के दौरान उनकी दुकान हटा दी गई। इससे वह कालेज की फीस नहीं भर पा रही है। मामले में कलेक्टर इलैया राजा टी ने रेडक्रास से पंद्रह हजार की आर्थिक सहायता मंजूर की।