ग्वालियर.। शहर के ट्रैफिक को सुधारने संभाग के सबसे बड़े अफसर संभागायुक्त दीपक सिंह और ग्वालियर जोन के एडीजी डी.श्रीनिवास वर्मा की बैठक भी बेअसर साबित हुई है। बैठक में जो निर्णय हुए थे, वह सिर्फ कागजों में ही रह गए। ट्रैफिक के हालात जस के तस हैं। शहर में दिनभर जाम लग रहा है। सड़क पर ही वाहन खड़े हो रहे हैं, सड़क घेरकर ही कारोबार हो रहा है। इतना ही नहीं रात में ओवरस्पीड में दौड़ रहे वाहन जो हादसों की वजह बन रहे हैं, उन पर भी लगाम नहीं लग सकी है। अधिकारियों ने तो ट्रैफिक सुधार के बिंदु तय कर दिए, लेकिन निचला अमला इस पर अमल ही नहीं कर रहा। यही वजह है- 12 जनवरी को पुलिस कंट्रोल रूम में घंटों चली ट्रैफिक सुधार की बैठक हुए 23 दिन बीत जाने के बाद भी हालात नहीं सुधरे। नईदुनिया ने उन प्रमुख बिंदुओं पर रिएलिटी चैक किया, जो निर्णय ट्रैफिक सुधार की बैठक में तय हुए थे।

1- सड़क पर वाहन:

बैठक में तय हुआ था कि सड़क पर वाहन नहीं लगने दिए जाएंगे। अनाधिकृत रूप से सड़क पर खड़े होने वालों पर सख्ती की जाएगी, इन पर जुर्माना लगाया जाएगा और ट्रैफिक बिगाड़ रहे वाहन चालकों पर एफआइआर तक होगी। शहर के चौराहों पर लेफ्ट टर्न घेरने वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई होनी थी।

हकीकत: जयेंद्रगंज से लेकर इंदरगंज चौराहा, कंपू, सराफा बाजार, दौलतगंज। यह ऐसे बाजार हैं, जहां सबसे ज्यादा जाम सड़क पर खड़े हाेने वाले वाहनों की वजह से लगता है। जयेंद्रगंज, इंदरगंज चौराहे पर वाहन न खड़े हों, इसके लिए मल्टीलेवल पार्किंग एक माह के लिए मुफ्त कर दी गई। लेकिन फिर भी वाहन सड़क पर ही खड़े हो रहे हैं। यहां न ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई करती है न ही नगर निगम। कंपू में यात्री बस सुबह से रात तक सड़क पर ही खड़ी हो रही हैं, यहीं लोडिंग-अनलोडिंग हो रही है। शाम को जाम की सबसे बड़ी वजह हैं, लेकिन इन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। शहर के चौराहों पर ही लेफ्ट टर्न पर टेंपो, आटो, इ-रिक्शा खड़े होकर ट्रैफिक बिगाड़ रहे हैं। इससे चौराहों पर ही जाम लग रहा है। पुलिस ने एक भी वाहन चालक पर एफआइआर दर्ज नहीं की।

2- रात में ओवरस्पीड:

रात में ओवरस्पीड में चलने वाले वाहन सड़क हादसों की बड़ी वजह हैं, इन पर पुलिस को कार्रवाई करनी थी। रात में चेकिंग पाइंट लगने थे, ट्रैफिक पुलिस को भी रात में कार्रवाई के निर्देश मिले थे।

हकीकत: बैठक के बाद एक-दो दिन ही कार्रवाई चली, लेकिन अब नशे में तेज रफ्तार में शहर की सड़कों पर गाड़ियां दौड़ाने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हाे रही। इस बैठक के बाद रात में तीन हादसे हुए, पड़ाव आरओबी, सिटी सेंटर और गांधी रोड पर यह हादसे हुए। लेकिन इसके बाद भी रात में ओवरस्पीड में दौड़ने वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई नहीं हुई।

3- एकांकी मार्ग:

शहर के एकांकी मार्ग का पालन न करने वालों पर कार्रवाई होनी थी। यहां चेकिंग पाइंट लगने थे।

हकीकत: फूलबाग गुरुद्वारे की ओर से शिंदे की छावनी की तरफ सुबह से रात तक गलत दिशा में वाहन आते हैं। महाराज बाड़ा से दौलतगंज, इंदरगंज चौराहे से अचलेश्वर रोड की तरफ बेरीकेड लगे होने के बाद भी वाहन घुस रहे हैं। यहां ट्रैफिक पाइंट भी रहता है, लेकिन कार्रवाई नहीं होती