तलाक के 7000 मामले; 3132 पुरुषों का हमेशा के लिए तौबा …
162 लोगों ने अपनी पत्नी से की दूसरी शादी:तलाक के 7000 मामले; 3132 पुरुषों का हमेशा के लिए तौबा; 2986 नहीं कर पा रहे दूसरी शादी
2986 पुरुष ऐसे जिन्हें तलाक मिल गया, लेकिन कई प्रकरणों को झेल रहे हैं, इसके चलते दूसरी शादी नहीं कर पा रहे हैं ….
पहले अपनी पत्नी से तलाक लेने के लिए कई साल जद्दोजहद की। तलाक लेने के तीन चार साल बाद महसूस हुआ कि उनकी पत्नी ही अन्य महिलाओं से बेहतर थी। वहीं बच्चों को पालने की कोशिशों में पत्नी की अहमियत जानने के बाद भोपाल सहित प्रदेश के 162 पुरुषों ने पिछले पांच सालों में अपनी ही पत्नी से दोबारा शादी की।
यह खुलासा हुआ है पुरुषों के हित में काम करने वाली संस्थाओं के द्वारा किए गए 7 हजार प्रकरणों के फॉलोअप समीक्षा में। भोपाल में अपनी ही पत्नी से तलाक लेकर दोबारा शादी करने वालों की संख्या 3 से बढ़कर 18 हो गई है। वहीं शादी के बाद कड़वे अनुभवों से गुजरने वाले, जेल की हवा खाने वाले 3132 पुरुषों ने दोबारा शादी न करने का निर्णय लिया है। ऐसे ही तलाक लेने के बाद भी 2986 पुरुष विभिन्न तरह के प्रकरणों को झेल रहे हैं, जिसमें बच्चों की कस्टडी, संपत्ति विवाद शामिल है। वहीं 720 प्रकरण, जिसमें तलाक के बाद भी पुरुष एक्स पत्नी की वजह से पुलिस, कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रहे हैं।
हमेशा के लिए कर ली तौबा
पौरुष संस्था के अध्यक्ष अशोक दसोरा ने बताया कि फॉलोअप विश्लेषण में निकलकर आया है कि 3,132 तलाक लेने वाले पुरुष ऐसे हैं, जिन्होंने दोबारा शादी नहीं करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि इसकी वजह उनके पत्नी और उसके परिजनों से मिले कड़वे अनुभव है। उन्होंने बताया कि संस्था के वॉलंटियर ने जब फॉलोअप कर तलाक लेने वाले पुरुषों से बातचीत की तो उनका कहना था कि अब उनकी मानसिक स्थिति ऐसी नहीं बची है कि वे फिर से वही सब झेले जो पहली पत्नी से तलाक के समय झेले।
दो साल हाईकोर्ट में अपील कर अपने तलाक को ही खारिज कराया
भाई वेलफेयर सोसाइटी के फाउंडर मेंबर जकी अहमद ने बताया कि भोपाल समेत प्रदेश के 162 लोगों ने अपनी एक्स पत्नी से शादी की। उन्होंने बताया कि तलाक के बाद इन लोगों ने अपने लिए दूसरा जीवन साथी खोजने की कोशिश की। भावी जीवन साथ की डेट भी की, लेकिन कहीं न कहीं तुलना करने पर पाया उनकी एक्स पत्नी बेहतर थी, जिसके बाद एक्स पत्नी और उनके परिजनों से मिलकर उन्हें समझाकर शादी की। एक ऐसा भी मामला हाईकोर्ट पहुंचा, जिसमें पति- पत्नी ने आपसी समझौते से तलाक लिया। उसके दो साल हाईकोर्ट में अपील कर अपने तलाक को खारिज कराया।
तलाक तो मिल गया, लेकिन अभी भी कोर्ट कचहरी करना पड़ रही
सेव इंडिया फैमिली के कोआर्डिनेटर अमित लखानी ने बताया कि 2986 पुरुष ऐसे हैं, जिन्हें तलाक मिल गया। इसके बावजूद वे शादी नहीं कर पा रहे हैं। इसकी वजह यह है कि उनकी एक्स पत्नी ने अन्य प्रकरण दर्ज करा दिए। इसमें से कुछ में पत्नी ने संपत्ती मांगी है। तलाक के बाद भी पुरुषों को भरण पोषण न देने, गहने वापस करने, बच्चों से मिलने के बहाने आने और झूठे रेप के केस में फंसाने जैसे प्रकरणों को झेलना पड़ रहा है।