अब जानिए दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय के बारे में…

ये तस्वीर शैली ओबेरॉय ने 27 अप्रैल को ट्वीट की थी। उन्होंने कैप्शन लिखा कि इग्नू में आयोजित 35वें दीक्षांत समारोह में उन्हें PhD की डिग्री मिली।
  • 39 साल की शैली ओबेरॉय के पिता का नाम सतीश कुमार ओबेरॉय है।
  • शैली की एक बहन और एक भाई भी हैं, बहन का नाम मिली और भाई का नाम तुषार ओबेराॅय है।
  • शैली ओबेरॉय 2013 में एक कार्यकर्ता के रूप में आम आदमी पार्टीं में शामिल हुई थीं।
  • 2020 तक वे पार्टी की महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष रहीं।
  • पार्षद के रूप में पश्चिमी दिल्ली से पहली बार जीत दर्ज की।
  • शैली ने दिल्ली के पूर्वी पटेल नगर से चुनाव लड़ा और प्रतिद्वंद्वी दीपाली कुमारी को 269 वोटों से हराया।
24 जनवरी और 6 फरवरी को MCD हेडक्वार्टर में AAP और BJP के सदस्यों ने हंगामा किया था। इस कारण चुनाव नहीं हो पाए थे।
24 जनवरी और 6 फरवरी को MCD हेडक्वार्टर में AAP और BJP के सदस्यों ने हंगामा किया था। इस कारण चुनाव नहीं हो पाए थे।

तीन बैठकों में AAP-BJP का हंगामा

  • 6 जनवरी: MCD मुख्यालय में AAP और BJP के सदस्य आपस में भिड़ गए। हंगामे की वजह से मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव की प्रक्रिया स्थगित करनी पड़ी।
  • 24 जनवरी: 6 जनवरी को हुए हंगामे की वजह से मुख्यालय में पुलिस को तैनात करना पड़ा। हालांकि इसके बाद दोनों पार्टियों के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस वजह से सदन दोबारा स्थगित करना पड़ा।
  • 6 फरवरी: मेयर चुनाव तीसरी बार टल गया। 10 नॉमिनेटेड मेंबर्स को वोट की मंजूरी मिलने के बाद भाजपा और AAP के मेंबर्स ने हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद MCD सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा।
यह वीडियो भाजपा नेता अशोक गोयल ने ट्वीट किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि AAP का अराजक चेहरा बेनकाब हुआ।
यह वीडियो भाजपा नेता अशोक गोयल ने ट्वीट किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि AAP का अराजक चेहरा बेनकाब हुआ।

SC ने कहा- नॉमिनेटेड मेंबर्स को वोटिंग का हक नहीं
दिल्‍ली मेयर चुनाव के मुद्दे पर 17 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने पहली मीटिंग में ये चुनाव करवाने के निर्देश दिए। इसके लिए 24 घंटे के अंदर नोटिस जारी करने के लिए कहा। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि नॉमिनेटेड मेंबर्स को वोटिंग का हक नहीं है।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मेयर के चुनाव के बाद ही डिप्टी मेयर का चुनाव हो सकता है। CJI चंद्रचूड़ ने कहा- इस बात पर जोर देने की आवश्यकता है कि मेयर बैठकों का संचालन करेंगे। मेयर का चुनाव पहले होना चाहिए। फिर डिप्टी मेयर के चुनाव के लिए बैठकों की अध्यक्षता करेंगे।

24 जनवरी को चुनाव में वोटिंग शुरू होते ही MCD मुख्यालय में हंगामा हुआ।
24 जनवरी को चुनाव में वोटिंग शुरू होते ही MCD मुख्यालय में हंगामा हुआ।

जानिए, विवाद कहां से शुरू हुआ
LG ने मेयर चुनाव के लिए बीजेपी की पार्षद सत्या शर्मा को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया। इससे पहले AAP ने मुकेश गोयल के नाम का प्रस्ताव रखा था। सत्या के नाम पर AAP ने आपत्ति जताई। इसके बाद प्रोटेम स्पीकर सत्या ने जैसे ही LG के मनोनीत सदस्यों को शपथ दिलानी शुरू की तो AAP ने विरोध और नारेबाजी शुरू कर दी।

आम आदमी पार्टी का कहना है कि मनोनीत सदस्यों की शपथ पहले नहीं होती है, लेकिन भाजपा परंपरा बदल रही है। भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि AAP नेताओं को नियमों की जानकारी नहीं है। इसलिए वह हंगामा कर रहे हैं। जब वे बहुमत में हैं, तो डरते क्यों हैं? यही काम आप सांसद राज्यसभा में भी करते हैं।

उधर, कांग्रेस ने मेयर चुनाव में शामिल नहीं होने का फैसला किया। आप विधायक आतिशी ने चुनाव न लड़ने के फैसले के बाद कांग्रेस पर भाजपा को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है। मेयर के चुनाव में 273 मेंबर्स वोट डालेंगे। बहुमत के लिए 133 का आंकड़ा चाहिए। AAP के पास 150 तो BJP के पास 113 वोट हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *