फ्लैट बुक कराने के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी
मुंबई के बिल्डर के खिलाफ छह पीडितों ने दर्ज कराया केस …
इंदौर। अन्नपूर्णा इलाके में फ्लैट बुङ्क्षकग के नाम पर मुंबई के एक बिल्डर ने कई लोगों के साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी कर दी। पुलिस ने छह पीडि़तों की शिकायत पर आरोपी बिल्डर के खिलाफ केस दर्ज किया है।
थाना अन्नपूर्णा पुलिस के मुताबिक मामला गौरानी कंपाउंड केसरबाग रोड पर फ्लैट बुङ्क्षकग का है। पुलिस ने बताया कि आरोपी बिल्डर नरेंद्र गौरानी निवासी गुलमर्ग कॉलोनी और रमेश शाह निवासी मुंबई के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस को फरियादी सुदर्शन जटाले (63) पवित्र कुमार जैन (52) दिलीप कुमार जैन (62) जितेंद्र पाटनी (52) तेजकुमार पाटौदी और अंजू ने बताया कि आरोपियों ने 24 दिसंबर 2011 को गौरानी कंपाउंड केसरबाग रोड पर फ्लैट बुङ्क्षकग के नाम पर रुपए ले लिए लेकिन न तो फ्लैट दिए और न ही रुपए लौटाए।
प्रत्येक से 10 से 20 लाख लिए
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी बिल्डर द्वारा हरेक पीडि़त से 10 लाख से लेकर 20 लाख रुपए तक ले लिए गए थे। लगभग 70 लाख की धोखाधड़ी होने की बात सामने आई है। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जांच और बिल्डर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम को मुंबई भेजा जाएगा।
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी बिल्डर द्वारा हरेक पीडि़त से 10 लाख से लेकर 20 लाख रुपए तक ले लिए गए थे। लगभग 70 लाख की धोखाधड़ी होने की बात सामने आई है। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जांच और बिल्डर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम को मुंबई भेजा जाएगा।
इधर तिलक नगर इलाके में एक फाइनेंस कंपनी में एक साल पहले काम करने आए तत्कालीन मैनेजर ने कंपनी को करीब साढे 10 लाख रुपए की चपत लगा दी। जांच के बाद आरोपी के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। थाना तिलक नगर पुलिस के मुताबिक मामला आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस बैंक कंपनी ग्रेटर ब्रजेश्वरी का है। बैंक अधिकारियों ने धोखाधड़ी पकड़ी। फरियादी प्रमोद दास पिता कमल दास मूलनिवासी होशंगाबाद की शिकायत पर आरोपी राजेश पाटीदार पिता बाबूलाल निवासी देवगढ़ देवास के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। फरियादी प्रमोद दास ने पुलिस को बताया कि आरोपी राजेश पाटीदार पिछले साल आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस लिमिटेड इंदौर साउथ ग्रेटर ब्रजेश्वरी शाखा के प्रबंधक थे। क्षेत्रीय प्रबंधक एवं आंतिरक अंकेक्षक और सतर्कता प्रबंधक के द्वारा गहन जांच की गई तो गड़बड़ी का पता चला। जांच करने के पश्चात गबन की कुल राशि 10,42,740 रुपए सामने आई है। गबन आरोपी राजेश पाटीदार के कार्यकाल में हुआ है, जब उससे अधिकारियों ने पूछताछ की तो उसने स्वीकार किया कि उसने बिना किसी को जानकारी दिए बैंक के इस पैसे का खुद इस्तेमाल किया है। पुलिस द्वारा आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है