इंदौर – आरटीओ बना विवादों का केंद्र
एवजी और एजेंट के बगैर कार्यालय में काम नहीं …
इंदौर. आरटीओ में इन दिनों लगातार विवाद हो रहे हैं। नायता मुंडला स्थित आरटीओ में हर दिन 1 हजार से ज्यादा आवेदक आते हैं। यहां एवजी और एजेंटों का बोलबाला है। इनके बगैर कार्यालय में कोई काम नहीं होता है। यही लोग आवेदकों से लेनदेन भी करते हैं। इसी वजह से प्रतिस्पर्धा बढ़ जाती है। इसमें कई बाबू भी लिप्त हैं। असामाजिक तत्व भी सक्रिय रहते हैं। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी प्रदीप शर्मा ने बताया कि विवाद वाली कोई बात नहीं है। समन्वय की कमी से ऐसी स्थिति बनी।
एजेंट ने किया बाबू से विवाद
दूसरा मामला भी लाइसेंस शाखा से जुड़ा है। ट्रायल और पेपर साइन करने को लेकर एजेंट शुभम ने लाइसेंस शाखा के बाबू अतुल वर्मा से विवाद किया। जानकारी के अनुसार, शुभम ने ट्रायल के दौरान वर्मा से नियम विरूद्ध साइन करने का दबाव बनाया। इस पर दोनों में हाथापाई की नौबत आ गई। लोगों ने बीचबचाव किया।
दूसरा मामला भी लाइसेंस शाखा से जुड़ा है। ट्रायल और पेपर साइन करने को लेकर एजेंट शुभम ने लाइसेंस शाखा के बाबू अतुल वर्मा से विवाद किया। जानकारी के अनुसार, शुभम ने ट्रायल के दौरान वर्मा से नियम विरूद्ध साइन करने का दबाव बनाया। इस पर दोनों में हाथापाई की नौबत आ गई। लोगों ने बीचबचाव किया।
दो बाबुओं का विवाद पहुंचा थाने
एजेंट-एवजी का विवाद तो होते रहते हैं, लेकिन पहली बार दो बाबुओं में विवाद हुआ। लाइसेंस शाखा में तैनात अंकित ङ्क्षचतामण ने आरपी गौतम पर अपशब्दों का आरोप लगाते हुए पुलिस थाने में आवेदन दिया था। इस पर आरटीओ ने जांच कमेटी बैठा दी है। बताया जाता है कि अफसर दोनों में सुलह का प्रयास कर रहे हैं।
एजेंट-एवजी का विवाद तो होते रहते हैं, लेकिन पहली बार दो बाबुओं में विवाद हुआ। लाइसेंस शाखा में तैनात अंकित ङ्क्षचतामण ने आरपी गौतम पर अपशब्दों का आरोप लगाते हुए पुलिस थाने में आवेदन दिया था। इस पर आरटीओ ने जांच कमेटी बैठा दी है। बताया जाता है कि अफसर दोनों में सुलह का प्रयास कर रहे हैं।