इंदौर-पीथमपुर कारिडोर काे गति देगा मल्टी माडल लाजिस्टिक पार्क
मप्र के बजट में इंदौर-पीथमपुर कारिडोर को विकसित करने के मसौदे को मंजूरी मिली है। ऐसे में पीथमपुर में बनने वाला मल्टी माडल लाजिस्टिक पार्क से इस कारिडोर के माध्यम से उद्योग व व्यापार को गति मिलेगी। गौरतलब है कि अभी टीही (पीथमपुर) में बने रेल कंटेनर डिपो से रेल मार्ग के माध्यम से जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट तक माल भेजा जाता है।
हालांकि, अभी रोड मार्ग के मुकाबले महज 20 फीसद ही रेल मार्ग से माल भेजा जा रहा है। ऐसे में पीथमपुर में लाजिस्टिक पार्क बनने के बाद अगले 10 साल में रेल कंटेनर के माध्यम से 70 फीसद माल परिवहन होगा। इससे समय के साथ खर्च में भी बचत होगी। अभी टीही से जहां रेल कंटेनर से पेरिशेबल गुड्स नहीं भेजे जा रहे हैं, लेकिन लाजिस्टिक पार्क में बनने वाले कोल्ड स्टोरेज से इस तरह के उत्पादों को भी रेल मार्ग से भेजा जा सकेगा। गौरतलब है कि पीथमपुर में बनने वाले लाजिस्टिक पार्क भारतमाला परियोजना के तहत प्रथम चरण में देश में बनाए जाने वाले 35 लाजिस्टिक पार्क में शामिल है।
पीथमपुर में 255 एकड़ जमीन पर मल्टी माडल लाजिस्टिक पार्क एजेंसी तय होने के अगले दो साल में तैयार किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। डिजाइन, बिल्ड, फाइनेंस, आपरेट एंड ट्रांसफर (डीबीएफओटी ) माडल के तहत इसका निर्माण होना है। इसे तैयार करने वाली एजेंसी 45 साल तक इसका संचालन करेगी। इस प्रोजेक्ट के संबंध में 16 सितंबर 2021 को मप्र उद्योग विकास निगम (एमपीआइडीसी ) व नेशनल हाइवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएस ) का अनुबंध हुआ था। एमपीआइडीसी को इस प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिगृहण की जिम्मेदारी दी गई। एमपीआइडीसी के अफसरों के मुताबिक, अगले एक माह तक भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी जाएगी। वहीं, एनएचएलएमएस टेंडर जारी कर एजेंसी फाइनल कर निर्माण संबंधित प्रक्रिया को देखेगा। इस संबंध में जारी टेंडर की बिड 24 फरवरी को खोली गई थी। इसका परीक्षण होना और एजेंसी तय होना बाकी है।
कोल्ड स्टोरेज व कंटेनर डिपो का भी निर्माण
लाजिस्टिक पार्क में कंटेनर डिपो, वेयर हाउस, काेल्ड स्टोरेज, आयरन स्टील यार्ड, ग्रेन स्टोरेज, इंपोर्ट व एक्सपोर्ट आफिस तैयार किए जाएंगे। टीही में मौजूद रेल कंटेनर डिपो से करीब 14 किलोमीटर दूर इसका निर्माण होना है। ऐसे में लाजिस्टिक पार्क में भी कंटेनर डिपो का निर्माण होगा। यहां पर फोरलेन का सड़क मार्ग भी तैयार किया जाएगा। लाजिस्टिक पार्क बनने से फूड प्रोसेसिंग, सब्जियां, पेरिशेबल गुड्स, अनाज, पैकेजिंग, रॉ मटेरियल के व्यापार को गति मिलेगी।
मल्टी माडल लाजिस्टिक पार्क
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- कुल लागत – 758.10 करोड़
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- भूमि – 255 एकड़ पीथमपुर में
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- निर्माण अवधि – दो साल व 45 साल तक संचालन का जिम्मा
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- कैचमेंट एरिया – 150 किलोमीटर (इंदौर, उज्जैन, देवास, खंडवा, खरगोन, धार, बड़वानी)
माल परिवहन पीथमपुर से वर्तमान स्थिति
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- 20 फीसद रेल कंटेनर मार्ग
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- 80 फीसद ट्रक के माध्यम से सड़क मार्ग
पार्क बनने 10 साल बाद की संभावित स्थिति
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- 70 फीसद रेल कंटेनर मार्ग
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- 30 फीसद ट्रक के माध्यम से सड़क मार्ग
अप्रैल तक जमीन अधिगृहण की प्रक्रिया हो जाएगी पूरी
मप्र उद्योग विकास निगम के कार्यकारी निदेशक रोहन सक्सेना का कहना है कि लाजिस्टिक पार्क के लिए जमीन अधिगृहण की प्रकिया अंतिम चरण में है। अप्रैल तक यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इसके साथ नेशनल हाइवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड द्वारा इसके निर्माण के संबंध में एजेंसी तय करने संबंधित प्रक्रिया भी की जा रही है।