ग्वालियर – सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन नहीं मान रहे स्कूली वाहन

दो  दिन में 76 स्कूली वाहनों में सामने आई लापरवाही

सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन नहीं मान रहे स्कूली वाहन
ग्वालियर। स्कूल बस ऑपरेटर पुलिस की हिदायत के बाद सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन नहीं मान रहे हैं। बुधवार को ट्रैफिक पुलिस ने फिर स्कूली वाहनों की चैकिंग की तो 39 गाडिय़ों में नियमों की अनदेखी मिली। दो बस में तादात से ज्यादा छात्र, छात्राए मिलें। इन बसों को जब्त किया गया है। जबकि बाकी वाहनों के चालकों के चालान हुए। कैंसर घाटी पर 8 दिन पहले पल्र्स वैली स्कूल की बस पलटने के बाद स्कूली वाहनों पर कसावट हो रही है।
मंगलवार के बाद दूसरे दिन भी चैकिंग हो रही है स्कूली वाहन चालकों खबर फैल गई तो ज्यादातर गाडिय़ों के चालक ने रास्ते बदले।
स्कूली वाहनों की निगरानी दूसरे दिन भी चली। सुबह 7 बजे यातयात पुलिस उन रास्तों पर फिर खड़ी हो गई जिन पर मंगलवार को वाहन चैक किए थे। बुधवार को करीब 250 स्कूली वाहन चैकिंग प्वाइंट पर रोके गए।
दूसरे दिन 39 गाडिय़ों में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन नहीं मिला। इन गाडिय़ों में फस्र्ट एड बॉक्स नहीं थे। ड्राइवर ड्रेस नहीं पहने थे। अग्निश्मन यंत्र में गड़बडिय़ां और कुछ वाहनों पर आवश्यक फोन नंबर नहीं थे। इन गाडिय़ों के चालकों के चालान काटे और गाडिय़ों के नंबर नोट कर उन्हें हिदायत दी अब यह खामियां मिलीं तो अब चालान नहीं होगा गाड़ी सीधे थाने जाएगी।
48 सीटर पास, 68 छात्र, छात्राए बैठीं थीं
यातयात डीएसपी नरेश बाबू अन्नोटिया ने बताया 7 दिन पहले स्कूल संचालकों को समझा दिया था स्कूली वाहन में ओवर लोड बच्चे नहींं बैठेंगे। उसके बाद भी बस ऑपरेटर और स्कूल, कॉलेज संचालक नहीं मान रहे हैं। बुधवार को चैकिंग में वीआइएसएम कॉलेज की बस में 47 छात्र, छात्राएं बैठे मिले। जबकि बस 34 सीटर पास थी। इसके अलावा बिरला अस्पताल के नर्सिंग छात्रों को लाइ बस में तादात से 20 छात्राएं ज्यादा सवार थीं। यह बस सिर्फ 48 सीटर पास थी। इसमें 68 छात्राएं थीं। दोनों बस को जब्त किया है।
ज्यादा बच्चे इसलिए बडे वाहनों पर फोकस
स्कूल वाहनों की चैकिंग में पुलिस का फोकस दो दिन से स्कूल बसों पर सिमटा है। ऑटो और वैन पर सख्ती नहीं हो रही है। यातयात पुलिस के अधिकारी कहते हैं गिने चुने ऑटो और वैन चालक ही सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं। नियमों की अनदेखी में यह गाडिय़ां ज्यादा है। इनमें स्कूल जा रहे बच्चों को खतरा ज्यादा है। बस में ज्यादा तादात में बच्चे स्कूल जाते हैं, इसलिए शुरूआती फेज में बड़े वाहनों को चैक किया जा रहा है।
वाहनों की चैकिंग जारी रहेगी
स्कूली वाहनों को सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन करना जरूरी है। बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। स्कूली वाहनों की चैकिंग जारी रहेगी।
अमित सांघी एसएसपी ग्वालियर

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