इंदौर व भोपाल में पुलिस कमिश्नरी लागू – दावा था बदलेंगे दिन, पर हाल और बुरे हो गए
लंबे इंतजार और तमाम तर्क-वितर्कों के बाद प्रदेश सरकार ने इस उम्मीद में इंदौर व भोपाल में पुलिस कमिश्नरी लागू की थी कि इससे बड़े शहरों में कानून-व्यवस्था और अपराध काफी हद तक काबू में आ जाएंगे। इंदौर में कमिश्नरी लागू होने के साथ ही आइपीएस और राज्य पुलिस सेवा के अफसरों की फौज भी तैनात कर दी गई। जनता को ‘खादी’ ने बार-बार विश्वास दिलाया कि अब यहां ‘खाकी’ खूब हो गई है, पत्ता भी खड़केगा तो पता चल जाएगा। लोगों को भरोसा होता, उसके पहले ही ‘आंकड़ों’ ने चुगली कर दी। सालभर का लेखा-जोखा सामने आया तो पता चला हत्या के मामले वर्ष 2022 में 27 प्रतिशत बढ़ गए। अब देखना यह है कि आंकड़ों के प्रबंधन का बीड़ा कौन उठाता है।