शिलान्यास के लिए पीएम को बुलाने की तैयारी …!
फाइनल ड्राइंग की मुख्यालय से मंजूरी के बाद रेलवे स्टेशन को पुनर्विकसित करने निर्माण शुरू होगा ….
रेलवे स्टेशन को पुनर्विकसित करने का निर्माण कार्य प्रयागराज मुख्यालय से फाइनल ड्राइंग को मंजूरी मिलने के बाद ही शुरू हो पाएगा। संशोधित ड्राइंग को मंजूरी देने के लिए फाइल उत्तर मध्य रेलवे के मुख्यालय प्रयागराज भेजी जा चुकी है। मंडल के डीआरएम आशुतोष के अनुसार ड्राइंग की मंजूरी की कार्रवाई चल रही है। डीआरएम के अनुसार रेलवे को पुनर्विकसित करने का काम समय सीमा के अंदर पूरा होगा। साथ ही पुराने आवासों को तोड़ने का अभी काम चल रहा है। कर्मचारियों के लिए दो व एक अफसरों के लिए आवासीय टॉवर बनेंगे- रेलवे परिसर में बने पुराने आवासों को तोड़कर 4 कार्यालय व 3 आवासीय टॉवर बनाए जाने हैं।
आवासीय टॉवर में रेलवे के 101 परिवारों के रहने की व्यवस्था होगी। प्लेटफार्म नंबर एक के बाहर 2 आवासीय टॉवर बनेंगे। जबकि ग्राउंड फ्लाेर पर पार्किंग रहेगी। जबकि प्लेटफार्म नंबर 4 की तरफ अधिकारियों के एक आवासीय टॉवर बनेगा, जिसमें अफसर रहेंगे। वहीं कार्यालय दो मंजिला बनाए जाएंगे। जबकि कर्मचारियों के रहने के लिए जो टॉवर बनेगा वह 7 मंजिला होगा।
कार्यालय की बिल्डिंग में जीआरपी, आरपीएफ, रेलवे मजिस्ट्रेट कोर्ट, डिप्टी सीई ऑफिस, इलेक्ट्रिक विंग, एमएंडटी आदि शिफ्ट किए जाएंगे। रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने के लिए 462.79 करोड़ रुपए का टेंडर हैदराबाद की कंपनी केपीसी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को आवार्ड किया गया है। यह कंपनी जल्द ही काम की शुरुआत करेगी।