योगी सरकार 2.0 का एक साल पूरा .! 6 साल में 3 साल कोरोना से जूझे, फिर भी नंबर-1
CM ने कहा- यूपी उप्रदवियों के लिए नहीं, उत्सवों के प्रदेश के रूप में जाना जाएगा …
यूपी में योगी 2.0 सरकार का शनिवार यानी 25 मार्च को एक साल पूरा हो गया। सिर्फ यही नहीं, 6 साल 6 दिन तक यूपी सीएम की कुर्सी पर बैठने का रिकॉर्ड भी योगी आदित्यनाथ के नाम हुआ है। इस उपलक्ष्य में शनिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में 45 मिनट की प्रेस कॉफ्रेंस की।
योगी ने कहा,”उत्तरप्रदेश को नई पहचान ज़ीरो टोलरेन्स की नीति से मिली। उत्तरप्रदेश अब उपद्रवियों के लिए नहीं, उत्सवों के प्रदेश के रूप मे जाना जाएगा। उत्तरप्रदेश माफिया के लिए नहीं,महोत्सव के लिए जाना जाएगा। उत्तरप्रदेश में गुंडाराज, माफियाराज, जंगलराज जैसे शब्द अतीत के बन गए। उत्तरप्रदेश विकास की नई बुलंदियों को छुएगा।”
कॉफ्रेंस की शुरुआत में सबसे पहले विकास कार्यों पर बनी फिल्म दिखाई गई। इसके बाद, सीएम ने ‘नई उड़ान, नई पहचान’ स्लोगन लिखा पोस्टर जारी किया। सीएम ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले ताश के पत्ते की तरह अफसर फेंटे जाते थे। प्रशासन में स्थिरता नहीं थी। हमने प्रशासन को स्थिर किया।
6 साल में 3 साल कोरोना से जूझे, फिर भी नंबर-1
सीएम योगी ने कहा,”यूपी में परंपरागत, जाति-मजहब, परिवारवाद, भ्रष्टाचार जैसी समस्या थी। हमने 10 सेक्टर चिह्नित किए। 6 साल में 3 साल तक कोरोना की महामारी से प्रदेश जूझा। यूपी के लिए कहा जाता था कि यहां विकास नहीं हो सकता है। यहां कोई सोच नहीं है। आज वो प्रधानमंत्री की लिस्ट में नंबर 1 पर दौड़ रहा है।”
उन्होंने कहा,”ये वही उत्तर प्रदेश है, जहां को लेकर लोगों की धारणाएं थी कि यहां दंगा होता है। परिवारवाद है। यहां 6 साल में दंगा नहीं हुआ। यूपी में हमने इन्फ्रास्ट्रक्चर को डेवलप किया। सरकारी नौकरी में पारदर्शिता लाए। निजी क्षेत्र में भी जॉब की संभावनाएं बनाई। 1 करोड़ से ज्यादा वृद्ध महिलाओं को 12 हजार रुपए सालाना पेंशन दी जा रही हैं। ये वही उत्तर प्रदेश है, जहां पिता को चिंता रहती थी कि बेटियों को कैसे पढ़ाएंगे? आज यहां बेटियों की पढ़ाई में आर्थिक मदद दी जा रही है।”
योगी ने कहा,”कहा जाता था कि यूपी में कानून व्यवस्था संभव नहीं है। हमने पुलिस की सुविधाओं को बढ़ाया। हर रेंज पर फॉरेंसिक लैब बनाई। एसटीआरफ का गठन किया। ताकि दैवीय आपदा के वक्त मदद पहुंचाई जा सके।”
2 साल में 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला पहला राज्य होगा
सीएम ने कहा, “यूपी में इंटरस्टेट कनेक्टिविटी को बेहतर किया। हर जिला मुख्यालय को लिंक रोड से जोड़ा गया। राज्य में कई फोरलेन बनाए गए। देश में सबसे ज्यादा 5 सिटी में मेट्रो चल रही है। 6वां शहर आगरा में दिसंबर तक चल जाएगी। रैपिड रेल के जरिए देश की राजधानी को जोड़ा जा रहा है। 2017 में 2 एयरपोर्ट थे, आज 9 हैं। 12 एयरपोर्ट पर काम कर रहे हैं। 5 को एयरपोर्ट अथॉरिटी ने सहमति दे दी है। जल्द हम उनको जोड़ देंगे। 2 साल के अंदर 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला पहला राज्य यूपी होगा।”
सीएम ने कहा,”आज हम पूर्वी बंदरगाह से जुड़ते हुए वाराणसी से सबसे लंबा क्रूज चला रहे हैं। अपने प्रोडक्ट को वैश्विक बाजार तक पहुंचा पा रहे हैं। 6 वर्ष के अंदर लोगों की सोच बदली है। पहले लोग यूपी का नाम आते ही संशय में पड़ जाते थे।”
देश का पहला रोबोटिक प्लांट, डेटा सेंटर वाला यूपी
उन्होंने कहा,”देश का सबसे बड़ा रोबोटिक प्लांट यूपी में बन रहा है। यहां सबसे बड़ा डेटा सेंटर तैयार हो रहा है। इलेक्ट्रिक व्हीकल का सबसे ज्यादा रजिस्ट्रेशन भी यूपी में हो रहा है। ये सब दिखता है कि यूपी में असीम संभावनाएं हैं। दूसरे कार्यकाल में डबल इंजन की सरकार तीन गुना रफ्तार से आगे बढ़ी। प्रधानमंत्री आवास योजना में 12 लाख लोगों को घर मिले। 1 लाख किमी सड़कें गड्ढा मुक्त हुईं। ईज ऑफ डुईंग में यूपी नंबर 2 पर हैं। हम यूपी में प्रत्येक व्यक्ति आय को डबल करने में सफल हुए हैं। प्रदेश के अंदर 17 लाख महिलाओं को पेंशन मिलती थी। वो भी सिर्फ 500 रुपए, उसको बढ़ाकर 31 लाख निराश्रित महिलाओं को दिया जा रहा है। वो भी डबल करके दे रहे हैं।”
बेरोजगारी की दर 18% से घटकर 4% तक लाए
सीएम योगी ने कहा,”बेरोजगारी की दर 2016 में 18% थी, आज वो 3 से 4% के बीच है। जितना गन्ना मूल्य भुगतान 10 वर्ष में हुआ उसका दोगुना 6 साल में किया। 2.02 लाख करोड़ का भुगतान गन्ना किसानों को हुआ। 2017 से अब तक 345 लाख मीट्रिक टन खरीद हुई। 64 हजार करोड़ का भुगतान किसानों को हुआ। 2017 से अब तक 219 मीट्रिक टन गेंहू खरीद हुई। 40 हजार करोड़ का भुगतान हुआ। हम वन डिस्ट्रिक वन मेडिकल कॉलेज की तरफ बढ़ चुके हैं। जल्द ही सभी 75 जिले में मेडिकल कॉलेज होगा। हर मंडल में एक विश्वविद्यालय होगा। राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर राज्य विश्वविद्यालय अलीगढ़ में बन रहा है। सहारनपुर में भी स्टेट विश्वविद्यालय बना चुका है। डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नाम पर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी प्रयागराज में स्वीकृत की गई है।”