भिण्ड – पीएम सड़क योजना: तीसरे चरण में निर्माण कार्य एक साल तक पिछड़े
जिले में करोड़ों रुपए से हो रहा है सड़कों का निर्माण …
पीएम योजना के तहत बनी बघोरा रोड उखड़ गई है, बघोरा लगा गाना का माइल स्टोन
अधूरे निर्माण कार्य लोगों के लिए बने मुसीबत
भिण्ड. जिले में प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत चल रहे निर्माण कार्य अधिकारियों की उदासीनता के चलते बेपटरी हो रहे हैं। आलम यह है कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना के तीसरे चरण में आधा दर्जन से अधिक मार्गों के निर्माण के लिए अनुबंध की अवधि समाप्त हो जाने के एक साल बाद तक काम पूरे नहीं हो पाए हैं।
जहां कार्य हुआ वह भी बदहाल
एक साल तक का विलंब तो विभाग भी मान रहा है, लेकिन जिन कार्यों के पूरा होने का दावा किया जा रहा है, मौके पर उनकी स्थिति भी दावों के विपरीत है। जब इस संबंध में अधिकारियों ेसे बात करते हैं तो वे कमी होने पर दुरुस्त करवाने की बात करते हैं। प्रधानमंत्री गा्रमीण सडक़ योजना के प्रगतिरत मार्गों में ग्वालियर-इटावा रोड से बघोरा तक गोना-हरदासपुरा रोड जोड़ तक करीब 5.02 किलोमीटर लंबी सडक़ पर डामरीकृत कार्य का नवीनीकरण कार्य चल रहा है। फरवरी के अंत में हुई समीक्षा मं इसमें से 4.40 किलोमीटर कार्य पूर्ण होना बताया गया था। इस कार्य पर 3.50 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किया जा रहा है। 28 सितंबर 2020 को इस कार्य के लिए अनुबंध किया गया था और 28 मार्च 2022 को पूरा होना था। लेकिन यह कार्य मार्च 2023 तक भी पूरा नहीं हो पाया है। हालांकि समीक्षा बैठक के बाद विभाग का दावा है कि उसने शेष करीब 620 मीटर का कार्य पूर्ण करवा दिया है। लेकिन पत्रिका टीम ने देखा तो जहां कार्य हुआ है, वह भी उखड़ रहा है। बघोरा के पास पुरानी सडक़ भी उखड़ी पड़ी है। पीएमजीएसवाय के महाप्रबंधक अखिलेश कुमार गुप्ता से जब चर्चा की तो उन्होंने समीक्षा के बाद काम पूरा करवाने का दावा किया। जब मौके की वास्तविकता बताई तो बोले कि जो काम रहा गय है, उसे भी पूरा करवा देंगे। निर्माण एजेंसियां कार्य मनमाने तरीके से करती हैं। विभागीय अधिकारी कहते हैं कि उन्हें नोटिस दिए जाते हैं और बाद में जुर्माना भी वसूला जाता है।
यह कार्य भी अधर में लटके हैं, विभाग सुस्त
कार्य का नाम लागत समय सीमा
-लश्कर रोड से खेरा 5.33 करोड़ मार्च 2022
गोहद-मौ रोड से गुहीसर मार्ग 4.52 करोड़ अगस्त 2022
लश्कर रोड से कठुवां हाजरी 4.07 करोड़ अगस्त 2022
-पिपाड़ी हेड कुटरौली मार्ग 5.32 करोड़ अगस्त 2022
जिन निर्माण एजेंसियों ने काम धीमी गति से किया है, उन पर जुर्माना लगाया जा रहा है। बघोरा मार्ग का काम तो पूरा होना बताया गया है, यदि मौके पर कोई कमी है तो उसे दुरुस्त कराया जाएगा। निर्माण एजेंसी को भी नोटिस देकर जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। कोशिश कर रहे हैं लंबित कार्य जल्द पूरे हो जाएं।
गुप्ता, जीएम, पीएमजीएसवाय, भिण्ड
इन मार्गों पर कार्यों की गति बेहद धीमी
पैकेज क्रमांक एमपी-04714 में 4.40 किलोमीटर लंबी सडक़ मछंड से गांध गांव तक स्वीकृत की गई थी। दो करोड़ रुपए से अधिक लागत से इसका डामरीकृत नवीनीकरण कार्य कराया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि इसका कार्य पूर्ण हो गया है। लेकिन यह कार्य अनुबंध के अनुसार 10 अगस्त 2022 तक ही पूरा होना था। विलंब के लिए विभाग का कहना है कि निर्माण एजेंसी ने धीमी गति से कार्य किया। हालांकि 1.15 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान भी हो चुका है। इसी प्रकार पचोखरा से नदना मार्ग भी 5.20 किमी का 1.90 करोड़ रुपए से अधिक का मंजूर है और अगस्त 2022 में ही पूरा होना था। यह कार्य भी सात माह बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। गुणवत्ता पर भी ध्यान नहीं दिया गया। गोहद-मौ मार्ग से खितोली मार्ग पर भी 8.50 किमी तक डामरीकृत नवीनीकरण कराय जा रहा है। यह कार्य भी 6.09 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से हो रहा है, लेकिन पूरा नहीं हो पाया है।
जबकि 4.84 करोड़ रुपए व्यय भी हो चुके हैं।