इंदौर, महाराजा होलकर वार्ड के नाम से पहचाने जाने वाले वार्ड 67 में छोटी और तंग बस्तियां शामिल हैं तो बियाबानी जैसा व्यावसायिक क्षेत्र भी इसी में आता है। वार्ड की जनसंख्या 24 हजार के लगभग है। 19 हजार 700 मतदाताओं वाले इस वार्ड में सघन बस्तियों की भरमार है। इस वार्ड में छत्रीपुरा, प्रेमकुमारी अस्पताल, चांदमारी कंपाउंड, कंजर मोहल्ला, छत्रीबाग, महूनाका, जोशी मोहल्ला, बाराभाई, सेठी नगर, लोधा कालोनी, राजस्व ग्राम, जवाहर नगर, जमना नगर झोपड़ पट्टी, अर्जुनपुरा मल्टी, झोपड़ पट्टी, बालदा कालोनी सहित 25 से ज्यादा छोटी-बड़ी बस्तियां शामिल हैं। कोई बड़ा धार्मिक स्थल तो नहीं है लेकिन सड़क किनारे छोटे-छोटे कई धार्मिक स्थल बने हैं। वार्ड में आंगनवाड़ी और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तो है, लेकिन कोई बड़ा अस्पताल नहीं है। वार्ड की ज्यादातर बस्तियों में जलजमाव और गंदगी की समस्या है। रहवासी कई बार शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन कुछ नहीं होता।
पिछले छह वर्षों से स्वच्छता में सिरमौर इंदौर का महाराजा होलकर वार्ड में हालत बिलकुल उलट हैं। वार्ड की लगभग सभी बस्तियों में गंदगी और कचरे का अंबार है। कई जगह तो हालत इतने खराब हैं कि आप मुंह पर कपड़ा रखे बगैर वहां से निकल भी नहीं सकते। सेठी नगर, बालदा कालोनी, बाराभाई में तो हालत तो यह है कि पहली नजर में भरोसा ही नहीं होता कि हम देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में हैं। गलियां गंदगी से अटी पड़ी हैं। मच्छरों का प्रकोप जोरों पर है। इसके चलते लोग बीमार पड़ रहे हैं। लापरवाही का आलम यह है कि शिकायत के बावजूद निगमकर्मी सफाई के लिए नहीं पहुंचते। पूरे वार्ड में जलजमाव की गंभीर समस्या है। थोड़ी सी वर्षा होते ही पूरा वार्ड टापू का रूप ले लेता है। यहां से गुजरने वाले नाला थोड़ी सी वर्षा में भी उफान पर आ जाता है। नाले का पानी लोगों के घरों तक पहुंच जाता है। गलियों में कचरे का ढेर पड़ा रहता है।
फुटपाथ पर हैं कब्जे, पैदल निकलना भी मुश्किल
इस वार्ड की गलियां ही नहीं मुख्य मार्ग पर भी गंदगी की समस्या है। गलियां बहुत ही संकरी हैं। इसके बावजूद इनमें अतिक्रमण है। मुख्य मार्ग पर तो कई जगह दुकानदारों ने 10-12 फीट आगे तक अतिक्रमण कर लिया है। हालत यह है कि पैदल निकलना तक मुश्किल है। जोशी मोहल्ला में तो नगर निगम के नलकूप का पानी हमेशा बहता रहता है। रहवासियों का कहना है कि वे इस बारे में कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन कुछ नहीं हुआ।
रे वार्ड में गंदगी से पटी गलियां
पूरे वार्ड में गलियों की सफाई नहीं हो रही। बस्तियों की गलियों की सफाई पर नगर निगम का ध्यान ही नहीं है। लोग शिकायत तो करते हैं लेकिन कुछ होता नहीं। परेशान लोग कई बार अपने खर्च पर सफाई कराने को मजबूर हैं।
naidunia

 

वर्षों से चल रहा है सड़क का काम
बाराभाई, सेठी नगर, अर्जुनपुरा क्षेत्रों में सड़क और गलियां वर्षों से खोदी पड़ी हैं। रहवासियों का कहना है कि वे वर्षों से अच्छी सड़कों की बाट जोह रहे हैं लेकिन कुछ नहीं हुआ। पहले पाइप लाइन डालने के नाम पर सड़क खोदी जाती है। फिर निगम उसे सही करने के बजाय भराव कर देता है। इसके कुछ दिन बाद दोबारा खोदाई कर दी जाती है। कुछ इलाकों में लाइट की भी समुचित व्यवस्था भी नहीं है। बालदा कालोनी में भी गंदगी रहती है। कुछ इलाकों में तो बदबू की वजह से खड़े रहना तक मुश्किल है।
ये कहना है रहवासियों का ….
सड़कों पर बहता है नलकूप का पानी
सड़क पर ही नलकूप का पानी बहता रहता है। हम इस बारे में कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कुछ नहीं हुआ। नगर निगम ने पानी की पाइप लाइन डालने के लिए सड़क खोद दी थी। वर्षों से हम परेशान हैं। सड़क अब तक नहीं सुधारी गई। हमेशा दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है।
-जानकी बाई, रहवासी
आए दिन होते हैं हादसे
सड़कें खोदे हुए वर्षों हो चुके हैं, लेकिन सुधार काम नहीं हुआ। हम लोग परेशान हैं। बाराभाई, सेठी नगर में तो हालत यह है कि आए दिन हादसे होते रहते हैं। सड़क की हालत इतनी खराब है कि पैदल निकलना तक मुश्किल है। गंदगी की वजह से सांस लेना तक मुश्किल है, लेकिन क्या करें। कोई सुनवाई नहीं होती।
-दशरथ हरगांवकर, रहवासी
अतिक्रमण मुख्य समस्या
क्षेत्र में अतिक्रमण मुख्य समस्या है। मुख्य मार्ग के साथ-साथ गलियों में भी अतिक्रमण है। अतिक्रमण के कारण गलियां संकरी हो गई हैं। हादसे की स्थिति में एंबुलेंस तक नहीं आ सकती। चौराहे पर ठेले वालों का कब्जा है। वाहन अक्सर गुत्थमगुत्था होते रहते हैं।
-मुकेश शिंदे, रहवासी
घर से बाहर नहीं निकल पाते
जलजमाव के कारण वर्षा के दिनों में घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है। हमारे घरों में नाले का पानी आ जाता है। हमेशा कहा जाता है अगले वर्ष यह समस्या नहीं रहेगी, लेकिन हम वर्षों से यूं ही परेशान हो रहे हैं। बस्तियों में सड़कों की हालत बहुत खराब है। दोपहिया वाहन से निकलना तक मुश्किल है।
-अजय खटके, रहवासी
पीने के पानी की समस्या
क्षेत्र में नर्मदा लाइन है, लेकिन इसमें पानी कभी आता है कभी नहीं। कई जगह दूषित पानी आ रहा है। लोग परेशान हैं। गर्मी के दिनों में पीने के पानी की समस्या रहती है। वर्षाकाल में रहवासियों के सामने जलजमाव की समस्या है।
-दीपक शंकरवाल, रहवासी
गंदगी से पटी गलियां
-पूरे वार्ड में गलियां गंदगी से पटी हैं। हम इस बारे में कई बार शिकायत कर चुके हैं। निगम के अफसर आते हैं जिसके बाद थोड़ी बहुत सफाई होती है, लेकिन हालात फिर वैसे ही हो जाते हैं। बदबू के कारण सांस लेना भी मुश्किल है। क्या करें। कुछ नहीं कर सकते। गंदगी की वजह से मच्छर भी बहुत हैं।
-छायाबाई, रहवासी
वर्षों से खोदी पड़ी हैं सड़कें
सड़क का काम वर्षों से चल रहा है। पाइप लाइन डालने के नाम पर जगह-जगह इसे खोदा गया है। इस वजह से बच्चों का घरों से बाहर निकलना तक मुश्किल है। रात के वक्त हमेशा हादसों का खतरा बना रहता है। क्षेत्र के रहवासी वर्षों से सड़क पूरी होने की राह ताक रहे हैं। पता नहीं, सड़कों की हालत कब सुधरेगी।
-पंकज खींची, रहवासी
सड़कों पर है अतिक्रमण
इस वार्ड की मुख्य सड़क और गलियों में अतिक्रमण है। पाइप लाइन के नाम पर गलियों में खोदाई की गई, लेकिन उन्हें सुधारा नहीं गया। गलियां बहुत संकरी हैं। इस पर उनमें इतने गड्ढे हैं कि निकलना तक मुश्किल है। निगम न सड़कें सुधार रहा है न अतिक्रमण हटा रहा है।
-किशोर यादव, रहवासी
naidunia

 

पार्षद बोले
नाला चौड़ीकरण और सड़कों के सुधार की योजना
यह बात सही है कि वार्ड में जलजमाव प्रमुख समस्या है। थोड़ी सी वर्षा होते ही वार्ड की गलियों में पानी जमा हो जाता है। हमने इस समस्या से निबटने के लिए नाला चौड़ीकरण का प्रस्ताव तैयार किया है। कुछ बस्तियों में ड्रेनेज लाइन डालने का काम चल रहा है। वर्षाकाल से पहले यह काम पूरा करने का लक्ष्य है। यह काम पूरा होते ही सड़कों का सुधार कार्य भी किया जाएगा। सड़कों से अतिक्रमण हटाने के लिए नगर निगम को कार्रवाई के लिए कहा है। वार्ड की सफाई व्यवस्था में और सुधार करेंगे जिससे लोगों को परेशानी नहीं हो।
-प्रिया दांगी, पार्षद,वार्ड क्र. 67
गंदगी से पटा वार्ड
पूरे वार्ड में गलियां गंदगी से अटी पड़ी हैं। पूरे वार्ड में जलजमाव की गंभीर समस्या है। थोड़ी सी वर्षा होते ही नाले का पानी लोगों के घरों में भरा जाता है। निगम यहां सफाई ही नहीं करता है। वार्ड की कुछ बस्तियों में पीने के पानी की गंभीर समस्या है। सेठी नगर, बाराभाई, बालदा कालोनी, लोधा कालोनी, कंजर कालोनी में तो इतनी गंदगी रहती है कि वहां से निकलना तक मुश्किल है। निगम को इस समस्या का स्थायी हल करना चाहिए। इसके अलावा मुख्य मार्ग पर अतिक्रमण है। नगर निगम ने कभी अतिक्रमण हटाने की कोशिश ही नहीं की। वार्ड के लोग परेशान होते रहते हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं होती।
-अर्चना राठौर, कांग्रेस नेत्री
क्या कहते हैं अधिकारी
हल करेंगे जलजमाव की समस्या
वार्ड की कालोनियों में जलजमाव की समस्या बहुत पुरानी है। इसे हल करने का प्रयास चल रहा है। सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए निर्देश दिए गए हैं। रहवासियों को भी समझाइश दी है कि वे सड़कों पर कचरा न फेंकें। क्षेत्र की ड्रेनेज व्यवस्था ठीक से करने के लिए कुछ जगह काम चल रहा है। नगर निगम सड़कों पर अतिक्रमण करने वालों भी समझाइश देकर समस्या का हल करने का प्रयास करेंगे।
– धीरेंद्र बायस, जोनल अधिकारी
ये भी हैं समस्याएं
-वार्ड में सफाई व्यवस्था बदतर है। जगह-जगह कचरे के ढेर नजर आते हैं।
-वार्ड के मुख्य मार्ग पर फुटपाथ पर कब्जा है। इसके कारण राहगीर परेशान होते हैं
-वार्ड की बस्तियों से गुजरने वाले नाले को लेकर कई बार योजनाएं बनीं लेकिन कुछ नहीं हुआ। वर्षाकाल में नाले का पानी लोगों के घरों में जमा हो जाता है।