ग्वालियर । बिना पंजीयन या नवीनीकरण के संचालित हो रहे 18 नर्सिंग होम के पंजीयन सीएमएचओ ने निरस्त किए हैं। इसके अलावा चार नर्सिंग होम के संचालकों ने फायर व प्रदूषण की एनओसी जमा नहीं कराई, जिससे कुल 22 निजी अस्पतालों का पंजीयन निरस्त किए गए हैं। आदेश के अनुसार पंजीयन निरस्त किए जाने वाले अस्पतालों को भर्ती मरीजों को नजदीकी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराकर सीएमएचओ कार्यालय में सूचना देनी है। साथ ही नए मरीज भर्ती न कर अस्पताल को बंद करना है। यदि इसके बाद भी अस्पताल का संचालन जारी रहता है तो संबंधित अस्पताल संचालक के खिलाफ पुलिस केस किया जा सकता है। दरअसल 31 मार्च 2023 तक निजी अस्पतालों को पंजीयन का नवीनीकरण कराना था, लेकिन शहर के 18 अस्पतालों के संचालकों ने तय समयसीमा में नवीनीकरण नहीं कराया था। इसके बाद सीएमएचओ कार्यालय द्वारा पंजीयन निरस्त करने की कार्रवाई की गई।

इन अस्पतालों के पंजीयन किए निरस्त: शहर में स्थित आकाश हास्पिटल, आयुष हास्पिटल, सेंट्रल हास्पिटल, जेएस मेमोरियल हास्पिटल, दिव्या हास्पिटल, जीवन ज्योति हास्पिटल, कालरा हास्पिटल, लिंक आर्टेमिस हार्ट सेंटर यूनिट आर्टेमिस कार्डियक केयर प्राइवेट लिमिटेड, मुस्कान मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल, न्यू भारत हास्पिटल, न्यू सेंट्रल हास्पिटल, न्यू आरडी हास्पिटल, न्यू सरस्वती हास्पिटल, पैराडाइज हास्पिटल, पृथ्वी हास्पिटल रन बाय श्री विशंभर किरार शिक्षा प्रसार समिति, आरपी प्रधान मेमोरियल हास्पिटल रन बाय चिकित्सा सेवा समिति, श्री पार्थ नेत्रालय एंड लेजर सेंटर रन बाय श्री पार्थ नेत्र फाउंडेशन, स्वास्तिक मल्टी स्पेशलिटी हास्पिटल रन बाय स्वास्तिक फाउंडेशन सोशल वेलफेयर सोसाइटी शामिल हैं। इसके अलावा डीएनए हास्पिटल, दीपांजलि नर्सिंग होम, एएम हास्पिटल यूनिट रन बाय स्व. रहीम स्वास्थ्य सेवा समिति, स्व. गिरिजा देवी धर्मार्थ हास्पिटल का जब से पंजीयन हुआ तब से इन्होंने फायर एनओसी व अन्य दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए, जिसके चलते इनके पंजीयन भी निरस्त किए गए हैं।

जिले में 22 निजी अस्पतालों के पंजीयन निरस्त किए गए हैं। इनमें 18 अस्पताल ऐसे हैं, जिन्होंने पंजीयन नवीनीकरण नहीं कराया, जबकि चार अस्पतालों के दस्तावेज अब तक कंप्लीट नहीं थे। इन अस्पतालों का संचालन तत्काल प्रभाव से बंद किया गया है। भर्ती मरीजों को नजदीकी सरकारी अस्पताल में शिफ्ट करने के निर्देश अस्पताल संचालकों को दिए गए हैं।

डा. मनीष शर्मा, सीएमएचओ