पुलिस मांगती है रिश्वत, थानों में अभद्रता है आम बात

इंदौर. हमारे शहर की पुलिस का चलन बेढंगा है। जनता की मदद के लिए तैनात थानों के पुलिसकर्मी अपनी जिम्मेदारी भूल बैठे हैं। कोई रिश्वत मांगने को अधिकार समझ रहा है तो कोई फरियादी पर अहसान करने की मुद्रा में रहता है। यह शर्मनाक हकीकत तीन थानों की पड़ताल में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सामने आई है।

खजराना पुलिस मांगती है पैसा

5-6 लोगों ने खजराना पुलिस के बारे में बताया कि वे आवेदन लेकर गए तो पुलिसकर्मी ने निराकरण कराने के एवज में रिश्वत मांगी। रिश्वत के लिए फोन भी लगा रहे हैं। विजयनगर थाने को लेकर भी दो लोगों ने इस तरह की शिकायत की है।

…….पुलिस के प्रति जनता का विश्वास उठता जा रहा है। आम लोग अपनी समस्या लेकर थाने पर पहुंचते हैं, लेकिन वहां दुत्कार मिलती है। रिश्वत भी मांगी जाती है। थानों में रखे फीडबैक रजिस्टर में दर्ज शिकायतकर्ता के नाम व नंबर के आधार पर अफसरों ने फीडबैक लेना शुरू किया तो पोल खुल गई। पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने एक टीम तैनात की है जो मोबाइल नंबरों पर कॉल कर लोगों से बात कर रही है। पूछा जा रहा है कि जब वे थाने पहुंचे तो कितनी मदद मिली, किसी ने अभद्रता तो नहीं की, निराकरण से संतुष्ट हैं?

परदेशीपुरा एवं बाणगंगा थाने में अभद्रता

परदेशीपुरा व बाणगंगा थाने को लेकर भी लोगों ने नाराजगी जाहिर की है। बाणगंगा थाने में शिकायत लेकर जाने वालों से अभद्रता होने की शिकायत सामने आई, अफसर मिलते नहीं है और भगा दिया जाता है। परदेशीपुरा थाने में भी स्टाफ मदद नहीं करता है।

व्यवहार सुधारने पर जोर, मांगी रिपोर्ट
थानों के फीडबैक में लोगों ने असंतोष जाहिर किया है। अफसरों को व्यवहार सुधारने के लिए भी कहा है। संबंधित थानों के डीसीपी से शिकायत को लेकर रिपोर्ट मांगी है। रिश्वत मांगने वाला का नाम सामने आता है तो कार्रवाई होगी। –मकरंद देउस्कर, पुलिस कमिश्नर

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