ग्वालियर : खुलासा हुआ …नर्सिंग कॉलेजों ..?

खुलासा हुआ …नर्सिंग कॉलेजों में घोस्ट फैकल्टी, 200 कॉलेजों में ऐसे फैकल्टी जो दो से तीन कॉलेजों में कार्यरत
सीबीआई प्रदेश के 364 नर्सिंग कॉलेजों की कर रही है जांच …

प्रदेश के 364 नर्सिंग कॉलेजों के फर्जीवाड़े की जांच सीबीआई कर रही है। इस बीच मेडिकल यूनिवर्सिटी जबलपुर ने नर्सिंग कॉलेजों में प्रवेश के दो साल बाद संबद्धता देने की कार्रवाई शुरू कर दी है। कॉलेजों के दस्तावेजों की जांच के आधार पर मेडिकल यूनिवर्सिटी ने पाया कि 200 नर्सिंग कॉलेजों में डुप्लीकेट फैकल्टी कार्यरत हैं। यानी, एक-एक शिक्षक व प्रिंसिपल दो से तीन कॉलेजों में नियुक्त हैं।

इस फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद मेडिकल यूनिवर्सिटी ने 364 नर्सिंग कॉलेजों में से 200 कॉलेजों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। मेडिकल विवि जबलपुर के रजिस्ट्रार डॉ.पुष्पराज सिंह बघेल ने कहा कि कॉलेज में कार्यरत फैकल्टी को फिजिकल तौर पर मेडिकल यूनिवर्सिटी में जांच कमेटी के सामने दस्तावेज के साथ पेश होने के निर्देश दिए हैं। दस्तावेज के तौर पर फैकल्टी का पैनकार्ड, आधार कार्ड के साथ ही सैलरी अकाउंट का बैंक स्टेटमेंट मांगा है।

  • संबद्धता के दस्तावेज जांचे तो हुआ खुलासा, मेडिकल विवि ने जारी किया नोटिस
  • सीबीआई प्रदेश के 364 नर्सिंग कॉलेजों की कर रही है जांच

मेडिकल यूनिवर्सिटी ने इसलिए की सख्ती

नर्सिंग कॉलेजों में फर्जीवाड़े की जांच सीबीआई कर रही है। गड़बड़ी मिलती है तो मामले में नर्सिंग काउंसिल और मेडिकल यूनिवर्सिटी भी लपेटे में आएगी, क्योंकि मान्यता व मेडिकल यूनिवर्सिटी संबद्धता जारी करती है। ऐसे में कमियां मिलीं तो मेडिकल यूनिवर्सिटी से हाईकोर्ट में पूछा जा सकता है कि जब कॉलेज मानक पूरे नहीं कर रहे थे तो संबद्धता कैसे जारी कर दी?

दो साल से प्रवेश दे रहे कॉलेज

प्रदेश के 364 नर्सिंग कॉलेज बीएससी नर्सिंग, पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग में लगभग 20 हजार छात्रों को प्रवेश दो साल पहले ही दे चुके हैं।

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