रिश्वतखोर CGST अधीक्षक ..!
रिश्वतखोर CGST अधीक्षक हर साल जाता है विदेश ..
होटल जैसा तीन मंजिल आलीशान बंगला, घर में झरना और कमरों में सेंसर ग्लास डोर …
जबलपुर में 7 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया सेंट्रल गुड्स एंड सर्विस टैक्स (CGST) अफसर कपिल काम्बले समेत 5 अफसर सीबीआई की रिमांड पर हैं। उनसे पूछताछ चल रही है। पता चला है कि कपिल काम्बले लग्जरी लाइफ का शौकीन है। पॉश कॉलोनी में उसका होटल जैसा तीन मंजिला आलीशन बंगला है। घर में आर्टिफिशियल झरना, इटैलियन मार्बल, इंपोर्टेड फर्नीचर और जिम भी है। कमरों में भी सेंसर ग्लास डोर लगे हैं। यही नहीं, वह हर साल विदेश टूर भी करता है। सीबीआई अफसरों ने छापे के दौरान पूरी रात बंगले पर तलाशी ली थी। … ने कपिल काम्बले के बारे में पड़ताल की, तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई।
फ्लोर पर इटैलियन मार्बल, महंगे झूमर लगाए
सीबीआई अफसरों के मुताबिक कपिल काम्बले की नौकरी 10 साल पहले 2012 में शुरू हुई थी। करीब 6 महीने पहले उसने रांझी क्षेत्र के जेडीए कॉलोनी में तीन मंजिला बंगला खरीदा है। इसकी तीसरी मंजिल पर जिम बना है। इसका उपयोग केवल कपिल ही करता है। अफसरों के मुताबिक जिम में एक्सरसाइज के लिए विदेशी मशीनें लगी हैं।
बंगले में बने कमरों में सेंसर ग्लास डोर (कांच के दरवाजे) लगे हैं। ये दरवाजे गेट पर किसी व्यक्ति के आने-जाने पर ऑटोमैटिक खुलते हैं। कमरे में वुडन पैनलिंग है। इसके अलावा, फ्लोर पर इटैलियन मार्बल लगा है। सभी कमरों की इंटीरियर डिजाइनिंग होटल के कमरों के जैसी की गई है। बंगले में महंगे झूमर भी लगाए गए हैं।
5 से 15 दिन तक के विदेश टूर पर जाता था काम्बले
सीजीएसटी दफ्तर के सूत्रों ने बताया कि कपिल घूमने का भी शौकीन है। वह हर साल फॉरेन टूर पर भी जाता है। यह टूर 5 से 15 दिन तक का होता है। वह भारतीय शहरों में घूमने के लिए ज्यादा उत्साहित नहीं रहता।
ड्राइवर फिक्स करता था काम्बले से मीटिंग
सीजीएसटी दफ्तर में यूं तो सिक्योरिटी गार्ड तैनात हैं, लेकिन यहां पदस्थ अफसरों से कौन मिलेगा? कौन नहीं? यह दफ्तर का ड्राइवर तय करता है। ऑफिस के गेट पर सुरक्षा गार्ड आने-जाने वालों का रिकॉर्ड नहीं रखते, बल्कि दफ्तर में लंबे समय से पदस्थ ड्राइवर, ऑफिस आए प्रत्येक आने और जाने वाले की रजिस्टर में एंट्री करता है। साथ ही, अफसर मुलाकात करेंगे अथवा नहीं? यह भी संबंधित ड्राइवर ही तय करता है।
शिकायत करने वालों की बना रखी थी गैंग
शिकायतकर्ता त्रिलोकचंद जैन के मुताबिक सीजीएसटी दफ्तर में कपिल काम्बले ने शिकायत करने वालों की गैंग बना रखी है। हर महीने का 100 से 150 करोड़ रुपए का कलेक्शन था। रिश्वत का पैसा सभी में बंटता था। त्रिलोकचंद कहते हैं कि सीजीएसटी अफसरों के कहने पर डमी शिकायतकर्ता पहले फैक्ट्री की रैकी करते थे। इसके बाद शिकायत करते थे। इसके बदले, संबंधित शिकायतकर्ता को डील का 10% कमीशन दिया जाता था।
पढ़िए, वो FIR, जिसमें त्रिलोकचंद सेन ने शिकायत की
मेरी दमोह के नोहटा में गोपान तम्बाकू प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड और खवास जी बीड़ी प्राइवेट लिमिटेड नाम से दो फर्म संचालित हैं। दोनों फर्म एक ही पते पर रजिस्टर्ड हैं। फैक्टरी में 19 मई 2023 की शाम 7 बजे CGST जबलपुर की टीम ने छापा मारा। टीम में कपिल काम्बले, सौमेन गोस्वामी, विकास गुप्ता समेत अन्य अधिकारी शामिल थे। छापे के दौरान वहां मैं और मुनीम शमशुद्दीन मौजूद थे। टीम द्वारा मुझसे पूछताछ की गई। उस दौरान पंचनामा बनाकर कुछ कागजात जब्त किए गए। फैक्ट्री सील कर दी। इसके बाद कई बार कपिल काम्बले ने मुझे CGST ऑफिस बुलाया।
3 जून 2023 को शनिवार को अवकाश होने के बावजूद फिर से बुलाया गया। इस दिन गिरीराज विजय व फर्म के अन्य कर्मचारी के साथ पहुंचे। उस दौरान कपिल काम्बले ने कंपनी वापस खोलने के लिए एक करोड़ रुपए मांगे। बातचीत के बाद 35 लाख में सौदा तय हुआ। इसके बाद 10 लाख 68 हजार रुपए करीब दोनों फर्म का पेनाल्टी का चालान बनाया गया।
5 जून 2023 को मैं और गिरिराज विजय सीजीएसटी ऑफिस गए। यहां हम कपिल काम्बले से मिले। वह हमें दूसरे कमरे में ले गए। यहां अन्य अधिकारी भी बैठे थे। मैंने और गिरीराज विजय ने 25 लाख रुपए उन्हें दिए।
उसी दिन फर्म का पेनाल्टी का चालान जमा किया। बाकी रिश्वत के 10 लाख रुपए फैक्ट्री रिलीज ऑर्डर और पंचनामा के तहत जब्त कागजात देने के बाद देना तय हुआ। उसके बाद अधीक्षक काम्बले कंपनी के अन्य कर्मचारी गिरिराज विजय को वॉट्सएप पर कॉल कर बाकी रुपए मांगे गए। ऐसा न करने पर फैक्ट्री की मशीन कुर्की की धमकी दी। 12 जून 2023 को गिरिराज विजय ने कपिल काम्बले को वॉट्सएप कॉल किया।
दूसरे मोबाइल से इसका ऑडियो और वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। इसमें बातचीत के दौरान कपिल काम्बले रिश्वत के बकाया 10 लाख रुपए की जगह 7 लाख रुपए लेने के लिए राजी हो गए। फैक्ट्री रिलीजिंग ऑर्डर देने के लिए भी मान गए। मैं किसी तरह की रिश्वत नहीं देना चाहता। कृपया कानूनी कार्रवाई करने का कष्ट करें।
(जैसा एफआईआर में त्रिलोकचंद के मैनेजर ने लिखाया।)
कारोबारी ने ठान लिया था, फिर कार्रवाई
साल 2021 में त्रिलोकचंद सेन ने पान मसाला नोहटा में फैक्ट्री डाली थी। लगातार हो रहे नुकसान के कारण वह फैक्ट्री बेचकर वापस राजस्थान जाना चाह रहा था। त्रिलोकचंद सेन के मुताबिक एक तो फैक्ट्री नुकसान में थी, ऊपर से CGST अफसर परेशान कर रहे थे। परेशान होकर त्रिलोकचंद ने अफसरों को सबक सिखाने का ठान लिया। चूंकि त्रिलोकचंद 25 लाख रुपए पहले दे चुके थे, उन्हें डर था कि कहीं ऐसा ना हो कि दोनों विभाग आपस में मिल जाएं। उसके रुपए डूब जाए, पर सीबीआई एसपी रिचपाल सिंह ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
कपिल ही बनाता था छापे का प्लान
बताया जाता है कि छापे वाली टीम को लीड करने का काम कपिल काम्बले ही करता था। जहां भी रेड मारनी होती थी, उसका प्लान भी वही बनाता था। छापा मारने की जानकारी सिर्फ कपिल और उसकी टीम के अलावा कमिश्नर को होती थी। जांच में पता चला है कि 19 मई को जब टीम ने त्रिलोकचंद सेन की पान मसाला फैक्ट्री में छापा मारा था, उस दौरान विवाद भी हुआ था। टीम ने व्यापारी और मैनेजर के साथ मारपीट करते हुए धमकी भी दी थी।
बैंक खातों और लॉकर्स की जानकारी जुटा रहे
सीबीआई अब अधीक्षक कपिल काम्बले, अधीक्षक सौमेन गोस्वामी, इंस्पेक्टर प्रदीप हजारी, विकास गुप्ता व वीरेंद्र जैन के बैंक खातों और लॉकर्स की जानकारी जुटा रही है। इसके अलावा, सीबीआई सभी आरोपियों की प्रॉपर्टी डिटेल भी खंगाल रही है। सीबीआई ने पांचों को पूछताछ के लिए 20 जून तक रिमांड पर लिया है। सभी को 13 जून को गिरफ्तार किया गया था। जांच एजेंसी मामले में गिरफ्तार कपिल और उसके साथियों से जबलपुर स्थित सीजीएसटी दफ्तर में भ्रष्टाचार में शामिल दूसरे अफसरों के बारे में पूछताछ कर रही है।
बाकी अफसरों की कुंडली खंगाल रही सीबीआई
सीबीआई अब सौमिन गोस्वामी, प्रदीप हजारी, वीरेंद्र जैन और विकास गुप्ता की भी कुंडली खंगाल रही है। सीबीआई सौमिन गोस्वामी के सिविल लाइन स्थित घर पर, प्रदीप हजारे के अधारताल, विकास गुप्ता के गढ़ा और वीरेंद्र जैन के राइट टाउन में भी जांच कर रही है। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई को इनके घरों से भी अहम दस्तावेज मिले हैं।
सीबीआई ने दफ्तर और घर पर दी थी दबिश
13 जून 2023 को को गुटखा व बीड़ी कारोबारी त्रिलोकचंद सेन की शिकायत पर सीबीआई ने सीजीएसटी अधीक्षक कपिल काम्बले के दफ्तर और जेडीए कॉलोनी स्थित घर पर एक साथ दबिश दी थी। सीबीआई ने कपिल और उसकी टीम को 7 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा था। कार्रवाई के दौरान कपिल और उसके साथियों के ठिकानों से 83.26 लाख रुपए जब्त किए थे।