सुपरटेक पर नोएडा-ग्रेनो का 3500 करोड़ बकाया ..!

नहीं चुकाई राशि, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में भी हैं कुछ मामले …

नोएडा। सुपरटेक बिल्डर पर नोएडा-ग्रेनो का करीब 3500 करोड़ रुपये का बकाया है। अगर जल राजस्व समेत कुछ अन्य विभागों के बकाये को जोड़ा जाए तो आंकड़ा चार से पांच हजार करोड़ तक भी पहुंचेगा। इस बकाये को लेकर नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की ओर से सुपरटेक प्रबंधक से कई बार बात हो चुकी है, लेकिन बिल्डर ने पैसे नहीं जमा कराए।

नोएडा में सेक्टर-74 और 137 की परियोजनाएं भी नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में हैं। इन परियोजनाओं में प्राधिकरण का 720 और 120 करोड़ का बकाया है। बकाये की राशि में इजाफा भी हो रहा है। वहीं ग्रेटर नोएडा में ईको विलेज का मामला भी एनसीएलटी में है। इन परियोजनाओं के बुरी तरह से फंसे होने से फ्लैट खरीदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

यह परेशानियां सुपरटेक के साथ आएंगी
चेयरमैन आरके अरोड़ा की गिरफ्तारी के बाद अब ग्रुप के सामने कई परेशानियां आएंगी। इसमें बैंकों की ओर से मिलने वाले लोन का आंकड़ा भी शामिल होगा। प्रवर्तन निदेशालय की ओर से गिरफ्तारी के बाद ग्रुप के नाम पर भी बट्टा लगा। इस वजह से निवेशक इन परियोजनाओं में आने से बचेंगे। सबसे अहम बात यह है कि फंड की कमी से प्राधिकरण का बकाया जमा नहीं हो पा रहा है। इस वजह से प्राधिकरण के साथ त्रिपक्षीय लीज डीड भी नहीं हो रही है। इसका सीधा असर फ्लैट खरीदारों पर पड़ेगा और उनकी रजिस्ट्री का काम रुकेगा। नई स्कीम में आने से लोग बचेंगे। प्रबंधन की ओर से इसे कैसे चलाया जाएगा, यह भविष्य की बात है।

यह हैं नोएडा के फंसे हुए बड़े बिल्डर और उनकी परियोजनाएं
-सुपरटेक
-यूनिटेक
-आम्रपाली
-लॉजिक्स
-थ्रीसी
-शुभकामना
-एम्स मैक्स गार्डेनिया
-आईवीआर प्राइम
-आरसी रेजिडेंसी
-ग्रेट वैल्यू
-अंतरिक्ष
-परफेक्ट प्रोपबिल्ड

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