भिण्ड : स्कूलों में शिक्षक नहीं ..!
भिण्ड. प्राथमिक स्तर तक के विद्यालयों में प्रवेश उत्सव शनिवार को शुरू हो रहा है। ेप्रवेश उत्सव को लेकर तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं, लेकिन शिक्षकों की कमी को दूर करने के ठोस प्रयास नहीं हो पा रहे हैं। जिले में 25 स्कूल ऐसे हैं, जहां विभागीय तौर पर कोई शिक्षक पदस्थ नहीं है। हालांकि विभाग का दावा है कि ऐसे स्थानों पर अटैचमेंट से व्यवस्था की गई है और अतिथि शिक्षकों का भी इंतजाम किया जा रहा है। 159 स्कूल जिले में ऐसे भी हैं जहां एक-एक ही शिक्षक पदस्थ है।
तबादला प्रक्रिया के बाद युक्तियुक्तकरण होगा
शिक्षक विहीन स्कूलों को लेकर शिक्षा विभाग तात्कालिक व्यवस्था ही कर पा रहा है। विभाग का दावा है कि तबादला प्रक्रिया पूरी हो जाए और नई नियुक्तियां हो जाएं। इसके बाद अतिशेक्ष शिक्षकों की सूची तैयार की जाएगी। इस सूची के आधार पर युक्तियुक्तकरण किया जाएगा। शिक्षकों की कमी से शा . प्रावि पांडरी भी जूझ रहा है। हालांकि यहां भी दो शिक्षकों की व्यवस्था एवं एक अतिथि शिक्षक को रखा गया है।
25 स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं, 400 बच्चे प्रभावित, 159 में एक शिक्षक…
विभाग का दावा है कि तबादला प्रक्रिया पूरी हो जाए और नई नियुक्तियां हो जाएं। इसके बाद अतिशेक्ष शिक्षकों की सूची तैयार की जाएगी। इस सूची के आधार पर युक्तियुक्तकरण किया जाएगा।
दो हजार शिक्षक जिले भर में अतिशेष
जिले में छह हजार 617 शिक्षक पदस्थ हैं। जबकि दो हजार से ज्यादा शिक्षक जिले भर में अतिशेष हैं। एक शाला एक परिसर व्यवस्था के बाद जिले में प्राथमिक और माध्यमिक स्तर के स्कूलों की संख्या एक हजार 822 हो गई है। लेकिन शिक्षकों की कमी की समस्या बीते सत्र में भी थी और नए सत्र में भी रहेगी।
15 अगस्त के बाद युक्तियुक्तकरण संभव
शिक्षा विभाग के अधिकारियों का दावा है कि तबादला व अन्य औपचारिकताएं पूरी होने के बाद एरिया एजूकेशन ऑफीसर की व्यवस्था भी प्रभावी हो जाएगी। ऐसे में बीएसी, सीएसी व्यवस्था से शिक्षक मुक्त हो जाएंगे। इसके बाद युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया चलेगी। अधिकारियों का मानना है कि युक्तियुक्तकरण के बाद शिक्षकों की मी पूरी हो जाएगी।
एरिया ऑफिस से सुधरेंगी व्यवस्थाएं
शिक्षा की गुणवत्ता और व्यवस्था सुधारने के लिए शुरू किए जा रहे एरिया एजूकेशन ऑफिस को अधिकारी कारगर प्रयास मान रहे हैं।
आधा सैकड़ा शिक्षक एरिया एजुकेशन ऑफिसर बनेंगे, और गहराएगा शिक्षकों की कमी का संकट …
फैक्ट फाइल
1.97 बच्चे दर्ज थे बीते साल आठवीं कक्षा तक।
1.70 लाख के करीब विद्यार्थी इस साल आ पाए हैं रिकॉर्ड में।
1800 से ज्यादा मिडिल तक के स्कूल संचालित हैं जिले में।
6600 से ज्यादा शिक्षक पदस्थ हैं जिले भर में