मस्क जैसे तकनीक के दिग्गजों की हर बात क्यों सुनें
सोशल मीडिया: हर मसले पर सलिकॉन वैली के गुरुओं की राय हमारे लिए महत्त्वपूर्ण क्यों होने लगी है …
तकनीक के दिग्गजों का यह अति आत्मविश्वास हमारी राजनीति का नियमित अंश बन गया है। स्टीव जॉब्स बड़ी ही शालीनता से केवल उन्हीं मुद्दों पर सार्वजनिक रूप से राय व्यक्त करते थे, जिनके बारे में वे भलीभांति समझते थे
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के मालिक एलन मस्क का मानना है कि जो लोग माता या पिता नहीं बने हैं उन्हें वोट देने का अधिकार नहीं मिलना चाहिए। 1 जुलाई को उन्होंने एक ट्वीट किया ‘नि:संतान लोगों का भविष्य में बहुत कम दांव पर लगा होता है।’ मस्क के इस बेतुके कथन को एक पल के लिए नजरंदाज कर देते हैं। मस्क स्वयं 10 बच्चों के पिता हैं, इसीलिए शायद वे अन्यों के मुकाबले इस विषय पर अधिक गहरी अनुभूति रखते हैं। ज्यादा महत्त्वपूर्ण सवाल यह है कि हम इस बात को इतना तूल ही क्यों देते हैं कि किसी भी विषय पर एलन मस्क या दुनिया के अन्य तकनीकी गुरुओं की राय क्या है, खास तौर पर तब, जबकि वे उस विषय के विशेषज्ञ भी नहीं हैं।
शायद इसलिए क्योंकि हम किसी और पर ज्यादा विश्वास नहीं कर सकते। सिलिकॉन वैली से मस्क ही अकेले ऐसे नहीं हैं जो यूक्रेन-रूस वार्ता से लेकर नींद प्रबंधन व कोविड-19 तक हर मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त करते हैं और क्रिप्टोकरेंसी को लेकर मजाक करते हैं। वह बस सबसे प्रमुख माने जाते हैं क्योंकि उन्होंने एक नहीं, दो-दो क्षेत्रों में क्रांतिकारी काम किया है द्ग इलेक्ट्रिक कार व व्यावसायिक रॉकेट उड़ान। हम उन्हें अतिप्रभावी मानते हैं, और सोचते हैं कि वह न केवल प्रतिभाशाली हैं, बल्कि अत्यधिक अमीर भी हैं और इसलिए हो सकता है कि उनकी बुद्धिमता हमें समझ का नया नजरिया दे दे। इसीलिए हम कहीं न कहीं इस ओर ध्यान देते हैं कि बिल गेट्स कौन-सी किताब पढ़ते हैं, पीटर थाई राजनीति में किसे प्राथमिकता देते हैं, और हर बात पर मार्क जुकरबर्ग की राय हमारे लिए मायने रखती है, फिर चाहे वह पालतू पशुओं को नैतिक तरीके से मारने की बात हो या उनके विचार में ‘अहा’ क्षण क्या है? मुझे संदेह है कि ये लोग इनके हर विचार के प्रति हमारे सम्मोहन को मजाक समझते हैं और अपने ही विचार हम पर थोप देते हैं।
हम वित्तीय क्षेत्र की हस्तियों को भी महत्त्व नहीं देते। हम केवल तकनीक के क्षेत्र तक ही सीमित होकर रह गए हैं। जैसे गोल्डमैन साक्स के शीर्ष अधिकारियों की एक पूरी पीढ़ी ने तय कर लिया कि अगर वे एक निवेश बैंक चला सकते हैं तो वे शीर्ष सरकारी पदों पर भी बैठ सकते हैं। इस गलत हिसाब-किताब का कुछ दोष मीडिया को भी जाता है। पर चूंकि हमारे व्यावसायिक जीवन पर सिलिकॉन वैली की उपलब्धियों का अधिक प्रभाव है, इसलिए हम में से कई का मानना है कि इसके अग्रणी कुछ गलत नहीं कर सकते जबकि इसके विपक्ष में बहुत से प्रमाण हैं।
तकनीक के दिग्गजों का यह अति आत्मविश्वास हमारी राजनीति का नियमित अंश बन गया है। राजनीतिक दल चाहते हैं कि ये तकनीक के दिग्गज उनके ऑफिस आएं क्योंकि मतदाता इन्हें सर्वज्ञानी मानते हैं (और इसलिए भी कि ये धनाढ्य इन राजनेताओं के चुनाव प्रचार के लिए अपनी जेब से पैसा लगाते हैं।) गूगल के एक कार्यकारी लैक्सी रीस ने कैलिफोर्निया में डेमोक्रेटिक रेस में सीनेटर डाइनै फिन्सटीन से आगे निकलने के लिए भीड़ के बीच टोपी उतार कर फेंक दी। जैव प्रौद्योगिकी इंजीनियर विवेक रामास्वामी राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन भरने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। हर बात पर विचार व्यक्त करने का यह चलन स्वागतयोग्य नहीं है। विख्यात स्टीव जॉब्स बड़ी ही शालीनता से केवल उन्हीं मुद्दों पर सार्वजनिक रूप से अपनी राय व्यक्त करते थे, जिनके बारे में वे भली-भांति समझते थे। अपने निर्धारित उदारवादी विचारों के बावजूद उन्होंने हमेशा इस बात को प्राथमिकता दी कि एप्पल राजनीति और परोपकार से दूर रहे। (उनका मानना था कि अंशधारकों को अपने समर्थन के लिए स्वयं पैसा खर्च करना चाहिए बजाय इसके कि एप्पल उनके लिए करे।) जॉब्स राष्ट्रपति बिल क्लिंटन को अपने घर पर बुलाकर मेहमाननवाजी करते थे और राजनेताओं को उन नीतियों के बारे में धीरे से बता देते थे जिनसे एप्पल पर प्रभाव पड़ता था। यह वह दौर था जब आम तौर पर सिलिकॉन वैली के अन्य दिग्गज वाशिंगटन को अप्रासंगिक मानते थे।
सर्वश्रेष्ठ उपाय क्या है? हमें स्वयं को समझाना चाहिए कि हम इस बात में यकीन करना छोड़ दें कि तकनीक के जानकार तकनीक के अलावा भी सभी विषयों के जानकार हैं। हम दौड़ लगाने वाले खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिए कहते हैं-‘पसीना बहाओ!’ और बुद्धिमान हॉलीवुड अभिनेताओं का मजाक उड़ाते हैं अगर वे राजनीतिक निर्णय लेते हैं। पत्रकार भी इससे अछूते नहीं है। अगर मैं कुछ वाक्यों को रूपांतरित करने में माहिर हूं तो इसका मतलब यह नहीं कि मैं हथियारों पर नियंत्रण संबंधी वार्ता में मध्यस्थता करने में सक्षम हूं या लोगों को यह बता सकता हूं कि वे अपनी शादी कैसे बचाएं। व्यावसायिक जगत की हस्तियों के साथ गपशप उन्हें ही फायदा पहुंचाती है, जबकि यह बाकियों के लिए नुकसान के रूप में सामने आती है। यही कहा जा सकता है कि मस्क की मुखरता खुद की ओर और उनके अपने व्यापार की ओर लोगों का ध्यान खींचने के लिए है। देखना है कि मस्क ट्विटर को बेहतर बना पाएंगे या नहीं। स्कूलों मेें भी पढ़ाया जाता है कि ‘अनुचित’ कहने के लिए ‘रॉकेट विज्ञानी’ होना जरूरी नहीं है।