13000 करोड़ के मंदिर कॉरिडोर बनेंगे .!
आम चुनाव से पहले 13000 करोड़ के मंदिर कॉरिडोर बनेंगे:21 में से 11 MP में, राजस्थान में 3 ; 7 राज्यों में तेजी से हो रहा काम
2024 के आम चुनाव में चर्चित धर्म स्थलों के विकास का मुद्दा अहम होने वाला है। इसी को ध्यान में रखकर राज्य सरकारें मंदिर विकास और धार्मिक कॉरिडोर पर फोकस कर रही हैं।
बीते दो-तीन साल में सोमनाथ मंदिर, काशी विश्वनाथ, महाकाल मंदिर कॉरिडोर बन चुके हैं। UP में मथुरा-वृंदावन, अयोध्या, असम के गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर काम जारी है।
वहीं MP के चित्रकूट में वनवासी रामपथ, ओरछा में रामराजा लोक, दतिया में पीतांबरा पीठ कॉरिडोर, इंदौर में अहिल्या नगरीय लोक, महू का जानापाव, बिहार में उच्चैठ भगवती स्थान से महिषी तारास्थान को जोड़ने का काम शुरू हो चुका है।
राजस्थान सरकार भी गोविंददेव मंदिर, तीर्थराज पुष्कर के लिए करोड़ों खर्च रही है। महाराष्ट्र के कोल्हापुर में महालक्ष्मी तो नासिक से त्र्यंबकेश्वर तक कॉरिडोर बन रहा है।
2024 की शुरुआत में अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
देश में अभी करीब 13 हजार करोड़ रु. के 21 मंदिर कॉरिडोर का काम जारी है। सबसे ज्यादा 11 कॉरिडोर मध्यप्रदेश में बन रहे हैं। बीते दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़वानी में एक कॉरिडोर बनाने की घोषणा की है।
बड़ी बात ये है कि सभी कॉरिडोर का काम 2024 के आम चुनाव से ठीक पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। 2024 की शुरुआत में अयोध्या के श्रीराम मंदिर में भगवान की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा होनी है।
MP में सबसे ज्यादा 11 कॉरिडोर, UP में 2 का काम जारी
राजस्थान: तीन कॉरिडोर
300 करोड़ रु. में तीन कॉरिडोर बनने हैं। इनमें 100 करोड़ रु. में गोविंद देव मंदिर, 100 करोड़ में तीर्थराज पुष्कर और 100 करोड़ में बेनेश्वरधाम का विकास होगा।
उत्तर-प्रदेश : रामजन्म भूमि कॉरिडोर
1000 हेक्टेयर के मथुरा-वृंदावन कॉरिडोर को अमेरिकी कंपनी 250 करोड़ रु. में बना रही है। यमुना रिवर फ्रंट भी शामिल। कॉरिडोर से गोकुल, नंदगांव, बरसाना जोड़े जा रहे हैं। अयोध्या में 797.69 करोड़ में रामजन्म भूमि कॉरिडोर बन रहा है। दिसंबर तक बन जाएगा। 379 करोड़ जमीन अधिग्रहण पर खर्च होंगे।
मध्य प्रदेश : ओंकारेश्वर में सबसे ज्यादा खर्च
छिंदवाड़ा में 314 करोड़ में हनुमान मंदिर लोक, सलकनपुर में श्रीदेवी महालोक, सागर में रविदास धाम, दतिया में पीतांबरा लोक, ओरछा में 176 करोड़ में रामराजा लोक, चित्रकूट में 100 करोड़ में रामपथ गमन लोक, इंदौर में 25 करोड़ में अहिल्यानगरी लोक, 10 करोड़ में जानापाव लोक, ओंकारेश्वर में 2200 करोड़ में ओंकारेश्वर लोक बन रहा है। ग्वालियर में शनि लोक और बड़वानी में नाग लोक की घोषणा हुई है।
असम: कामाख्या मंदिर
कामाख्या मंदिर विकसित हो रहा। 500 करोड़ रु. में इस मंदिर के मौजूदा परिसर को 3000 वर्गफीट से 10 हजार वर्गफीट करेंगे।
बिहार: NH लंबा कर रहे
भारतमाला धार्मिक संपर्क योजना के तहत उच्चैठ भगवती स्थान से महिषी तारास्थान को जोड़ने के लिए सरकार मधुबनी के उमगांव से सहरसा से महिषी तक नेशनल हाईवे को 160 किमी से बढ़ाकर 180 किमी कर रही है। इस पर 7000 करोड़ रु. खर्च होने हैं।
महाराष्ट्र: त्र्यंबकेश्वर कॉरिडोर
कोल्हापुर में 250 करोड़ रु. की लागत में महालक्ष्मी कॉरिडोर बन रहा है। इसी तरह नासिक से त्र्यंबकेश्वर मंदिर तक कॉरिडोर की योजना बन चुकी है।
गुजरात: अद्भुत द्वारका नगरी
इसमें ओखा से बेट द्वारका को जोड़ने वाले 2320 मी. लंबे फोर लेन ब्रिज पर 870 करोड़ खर्च हो रहे हैं। 138 करोड़ में बेट द्वारका आईलैंड में पहले फेज का काम जारी।
अब तक : 3347 करोड़ में 4 धर्मस्थलों का कायाकल्प
- काशी विश्वनाथ: 55 हजार वर्ग मी. में बने इस कॉरिडोर पर अब तक 900 करोड़ खर्च हो चुके हैं।
- सोमनाथ : अगस्त 2021 में बनकर तैयार हुआ। 1.48 किमी लंबे कॉरिडोर पर 47 करोड़ खर्च हुए।
- महाकाल: 1100 करोड़ की परियोजना में महाकाल मंदिर परिसर को 2.82 हेक्टेयर से बढ़ाकर 47 हेक्टेयर किया है। दूसरे चरण का काम चल रहा है।
- ययाद्री मंदिर: 1300 करोड़ में तेलंगाना में बना है। भगवान नृसिंह के इस मंदिर के गर्भगृह में 125 किलो सोना लगा है।