नरेंद्र सिंह तोमर प्रत्याशी घोषित होने के 11 दिन बाद भी दिमनी नहीं गए
हॉट सीट:नरेंद्र सिंह तोमर पांच बार ग्वालियर आ चुके, पर प्रत्याशी घोषित होने के 11 दिन बाद भी दिमनी नहीं गए
क्षत्रिय बहुल क्षेत्र होने के कारण यहां क्षत्रिय प्रत्याशी का जीतना आसान माना जाता है। लेकिन 2013 में बलवीर डंडोतिया और 2018 में गिर्राज डंडोतिया ने इस मिथक को तोड़ा। क्षत्रियों के बाद यहां ब्राह्मण और दलित वर्ग भी बड़ी संख्या में है। इस गठजोड़ का लाभ ब्राह्मण प्रत्याशी उतारकर बसपा लेना चाहती है। उधर, दिमनी में तोमर की पकड़ भी अच्छी मानी जाती है। उनका पैतृक गांव भी कुछ दूर पोरसा तहसील में है। इस कारण आसपास का क्षेत्र रिश्तेदारी और पुराने संबंधों वाला है। जानकारों के अनुसार कांग्रेस प्रत्याशी भी इसी समाज का होगा। इससे समाज का वोट विभाजित होगा।
यहां क्षत्रिय प्रत्याशी का जीतना आसान माना जाता है
पार्टी ने और भी जिम्मेदारी दी है, उन पर काम कर रहे हैं
नरेंद्र सिंह तोमर
केंद्रीय कृषि मंत्री, प्रदेश में मंत्री और पार्टी अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
रविंद्र सिंह तोमर
2013 में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में हारे, उपचुनाव में जीते।
बलवीर दंडोतिया
2013 में कांग्रेस के रविंद्र सिंह तोमर को हराकर विधायक बने।
25 सितंबर को तोमर को प्रत्याशी बनाया गया था। तब से पिछले एक हफ्ते में वे ग्वालियर तो 5 बार आ चुके हैं पर दिमनी नहीं जा पाए। इस मामले में उन्होंने कहा कि पार्टी ने और भी जिम्मेदारी दी है। अभी उन पर काम कर रहे हैं। जल्द दिमनी भी जाएंगे।
पिछले 9 चुनाव… 5 बार भाजपा , 3 बार कांग्रेस, एक बार बसपा जीती
1985 भाजपा के मुशीलाल ने कांग्रेस के मंशाराम को 11,600 वोटों से हराया। 1990 भाजपा के मुंशीलाल ने कांग्रेस के बाबूलाल को 18,792 वोट से हराया। 1993 कांग्रेस के रमेश कोरी ने भाजपा विधायक मुंशीलाल को 4,371 वोटों से हराया। 1998 भाजपा के मुंशीलाल ने कांग्रेस के मास्टर हरिसिंह सखबार को 997 वोटों से हराया। 2003 भाजपा की संध्या राय ने कांग्रेस के हरिसिंह को 2,564 वोटों से हराया। 2008 भाजपा के शिवमंगल तोमर ने बसपा के रविंद्र सिंह तोमर को 256 वोटों से हराया। 2013 बसपा के बलवीर डंडोतिया ने कांग्रेस के रविंद्र सिंह तोमर को 2,106 वोटों से हराया। 2018 कांग्रेस के गिर्राज डंडोतिया ने भाजपा के शिवमंगल तोमर को 18,477 वोटों से हराया। 2020 कांग्रेस के रविंद्र सिंह तोमर ने भाजपा के गिर्राज डंडोतिया को 26,467 वोटों से हराया।