ग्वालियर : बिना फायर एनओसी चल रहे ग्वालियर में मैरिज गार्डन !

मैरिज गार्डनों का पंजीयन कर फायर सिस्टम भी देखें,15 दिन में विभागीय जांच पूरी करें

शहर में संचालित सभी मैरिज गार्डन का राजस्व कर संग्रहक पंजीयन करें। उनमें जाकर देखें की आग बुझाने के सिस्टम का नियमानुसार पालन किया गया है या नहीं। विभागीय जांच को 15 दिन में पूरा करें। इसके साथ ही अनुकंपा नियुक्ति मामले में शीघ्र निराकरण करें। कोर्ट प्रकरण में तत्काल एक्शन लिया जाए। उसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। ये निर्देश आयुक्त हर्ष सिंह ने राजस्व और सामान्य प्रशासन विभाग की समीक्षा बैठक में शनिवार को दिए।

आयुक्त ने राजस्व विभाग की समीक्षा करते हुए निगम की संपत्तियों के बारे में जानकारी ली तथा नियमित रूप से उनके लिए लीज रेंट अथवा अन्य आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही निगम की राजस्व आय बढ़ाने के लिए सभी को पूरी मेहनत के साथ काम करने के निर्देश दिए। बैठक में अपर आयुक्त आरके श्रीवास्तव, विजय राज, अपर आयुक्त वित्त रजनी शुक्ला, कार्यालय अधीक्षक राजस्व लोकेंद्र चौहान सहित अन्य सभी संबंधित अधिकारी एवं राजस्व कर संग्रहक उपस्थित रहे।

मोती महल: रोड़ चौड़ीकरण के लिए निरीक्षण

मोती महल क्षेत्र में सुगम यातायात के लिए रोड चौड़ीकरण के लिए नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह ने निरीक्षण कर कार्यपालन यंत्री जनकार्य को निर्देश दिए। सिंह ने शनिवार को मोती महल रोड का निरीक्षण किया तथा कार्यपालन यंत्री जनकार्य प्रदीप जादौन को निर्देश दिए की अनुपयोगी निर्माण कार्य को हटाया जाए और सड़क की चौड़ाई बढ़ाई जाए जिससे इस क्षेत्र में यातायात सुगम हो सके।

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सहालग सिर पर, बिना फायर एनओसी चल रहे ग्वालियर में मैरिज गार्डन 
 हर में शादियों का सहालग शुरू हो चुका है। फरवरी तक के व्यस्त सहालगों को लेकर मैरिज गार्डन भी बुक किए जा चुके हैं, लेकिन गार्डन संचालकों ने अपने यहां आगजनी को रोकने के कोई इंतजाम नहीं किए हैं।

 ग्वालियर। शहर में शादियों का सहालग शुरू हो चुका है। फरवरी तक के व्यस्त सहालगों को लेकर मैरिज गार्डन भी बुक किए जा चुके हैं, लेकिन गार्डन संचालकों ने अपने यहां आगजनी को रोकने के कोई इंतजाम नहीं किए हैं। अधिकांश मैरिज गार्डनों के पास नगर निगम की फायर ब्रिगेड की एनओसी नहीं है। ऐसे में कोई हादसा होने पर बड़ा नुकसान हो सकता है। नगर निगम ने भी इन मैरिज गार्डनों की जांच नहीं की है कि वे नियमानुसार चल रहे हैं या नहीं।

शहर के मैरिज गार्डनों में कई बार बड़ी आगजनी की घटनाएं हो चुकी है, लेकिन नगर निगम ने अभी तक यह सुनिश्चित नहीं किया है कि इन गार्डनों में आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम हैं या नहीं। मैरिज गार्डनों के लिए नगर निगम ने गाइड लाइन जारी की हुई है। इनके मुताबिक ही मैरिज हाउसों को संचालित किया जाना है. लेकिन मैरिज गार्डन गाइडलाइन के मुताबिक संचालित नहीं होते है। यही वजह है कि आग से सुरक्षा के इंतजाम भी मैरिज गार्डन संचालकों ने नहीं किए हैं। एक दिन के आयोजन के लिए इन गार्डनों में लाखों रुपए का किराया वसूला जाता है, लेकिन मेहमानों की सुरक्षा की खुलेआम अनदेखी की जाती है। इन गार्डनों में हजारों लोगों का भोजन तैयार करने के लिए बड़ी संख्या में गैस सिलेंडर सहित साज-सज्जा के लिए विद्युत उपकरण लगाए जाते हैं। ऐसे में आगजनी और विद्युत फाल्ट जैसी कई तरह की घटनाओं का खतरा बना रहता है, लेकिन यहां किसी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा के पर्याप्त साधन भी उपलब्ध नहीं है। यहां आमजन की सुरक्षा से सीधे तौर पर खिलवाड़ किया जा रहा है। इसका कारण है कि बड़े गार्डनों में शादी समारोह के दौरान एक ही समय पर करीब 15-20 गैस सिलेंडर मौजूद रहते हैं। ऐसे में जरा सी लापरवाही से बड़ा हादसा हो सकता है। हालांकि फायर ब्रिगेड के अधिकारियों का कहना है कि गार्डनों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं।

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