शिवराज सिंह चौहान: 4 बार CM, 5 बार MP ? जानें कितनी है संपत्ति …

शिवराज सिंह चौहान: 4 बार CM, 5 बार MP, बुढ़नी से फिर आजमा रहे किस्मत, जानें कितनी है संपत्ति
शिवराज सिंह चौहान के करियर में बड़ा बदलाव 30 नवंबर 2005 को आया जब वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. मुख्यमंत्री बनने के बाद बुढ़नी सीट पर कराए उपचुनाव में 36 हजार से अधिक वोटों से चुनाव जीत गए. फिर 2008 में उनकी पार्टी ने चुनाव जीता और वो दूसरी बार मुख्यमंत्री बने. 2013 के चुनाव में बीजेपी फिर से बहुमत के साथ सत्ता में लौटी और शिवराज ने तीसरी बार सीएम पद की शपथ ली.
शिवराज सिंह चौहान: 4 बार CM, 5 बार MP, बुढ़नी से फिर आजमा रहे किस्मत, जानें कितनी है संपत्ति

शिवराज सिंह चौहान बुढ़नी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.

मध्य प्रदेश की सियासत में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चुनाव में सबसे बड़ा चेहरा हैं. इस चुनाव में शिवराज सिंह का बहुत कुछ दांव पर लगा हुआ है. भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेताओं में शुमार शिवराज एमपी में 4 बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं. वह महज 13 साल की उम्र में आरएसएस से जुड़ गए और फिर लगातार कामयाबी हासिल करते रहे. वह सीएम बनने से पहले विदिशा लोकसभा सीट से 5 बार सांसद भी रहे. वह 5 बार विधायक भी रहे हैं.

5 मार्च 1959 को को जन्मे शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश में सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नेता हैं. वह 1972 में 13 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ जुड़ गए. उनके पास एमए की डिग्री है, वह भोपाल के बरकतउल्लाह यूनिवर्सिटी से दर्शन शास्त्र में एमए में गोल्ड मेडलिस्ट रहे थे. उनका जन्म शिहोर जिले में हुआ था, और वह किरार बिरादरी से नाता रखते हैं. उन्होंने स्कूली जीवन में ही अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत कर दी थी. वह 1975 में मॉडल स्कूल में छात्र संघ के अध्यक्ष रहे. फिर आपातकाल के दौर में 1976 में उन्हें राजनीतिक गतिविधियों के लिए जेल में डाल दिया गया था. वह कुछ समय के लिए जेल में थे.

बुढ़नी सीट पर पहली बार चुने गए

उनके राज्य स्तर पर राजनीतिक करियर की शुरुआत 1990 में बुढ़नी विधानसभा सीट से की थी, तब वह यहां से चुन लिए गए थे. इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में विदिशा सीट से मैदान में उतरे और विजयी रहे थे. 1996 में लोकसभा चुनाव में वह फिर से विजयी हुए. 1998 में फिर से लोकसभा चुनाव कराया गया और वह इस चुनाव में भी जीत हासिल करने में कामयाब रहे. 1999 में 13वें लोकसभा चुनाव में सांसद बनने में कामयाब रहे. अपने संसदीय जीवन में वह कई समितियों के साथ भी जुड़े रहे.

मध्य प्रदेश में 2003 के विधानसभा चुनाव में शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें हार मिली. हालांकि पार्टी को तब बंपर जीत मिली थी. 2004 के लोकसभा चुनाव में शिवराज फिर से विदिशा से चुनाव जीत गए. इस बार वह 2.60 लाख से अधिक वोटों से जीते थे. इस बीच वह बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव भी बनाए गए.

शिवराज के पास कितनी संपत्ति

शिवराज सिंह चौहान के करियर में बड़ा बदलाव 30 नवंबर 2005 को आया जब वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. मुख्यमंत्री बनने के बाद बुढ़नी सीट पर कराए उपचुनाव में 36 हजार से अधिक वोटों से चुनाव जीत गए. फिर 2008 में उनकी पार्टी ने चुनाव जीता और वो दूसरी बार मुख्यमंत्री बने. 2013 के चुनाव में बीजेपी फिर से बहुमत के साथ सत्ता में लौटी और शिवराज ने तीसरी बार सीएम पद की शपथ ली. हालांकि 2018 के चुनाव में पार्टी बहुमत से दूर रह गई, लेकिन 2020 में दलबदल की वजह से वह फिर से सत्ता में लौट आए.

मुख्यमंत्री शिवराज बुढ़नी सीट से फिर चुनाव लड़ रहे हैं. इसके लिए दाखिल अपने हलफनामे में शिवराज सिंह ने बताया कि साल 2022-23 में उनकी इनकम 32.63 लाख रुपये रही है. शिवराज के पास 1.10 लाख रुपये तो पत्नी साधना सिंह के पास 1.15 लाख कैश हैं. इसके अलावा शिवराज के पास 96 ग्राम सोने के जेवर (6 लाख कीमत) हैं, तो उनकी पत्नी के पास 34 लाख रुपए जेवर हैं. शिवराज के पास एक रिवॉल्वर भी है. कुल मिलाकर शिवराज के पास 1.31 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है तो उनकी पत्नी के पास 1,09,14,644 की चल संपत्ति है. पत्नी के पास 1.53 लाख की एंबेसडर कार भी है.

शिवराज सिंह चौहान को अपने कार्यकाल के दौरान कई कल्याणकारी योजनाओं को शुरू करने का श्रेय दिया जाता है. उन्होंने महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में ढेरों योजनाएं चलाई हैं. सीएम शिवराज के कार्यकाल में जननी सुरक्षा एवं जननी प्रसव योजना, गांव की बेटी योजना, स्वागतम लक्ष्मी योजना, तेजस्विनी, ऊषा किरण योजना, लाडो अभियान और वन स्टॉप क्राइसिस सेंटर जैसी प्रमुख योजनाएं हैं.

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